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मेरा नाम मोहम्मद अरशद है, योगी जी इन्हें मत छोड़ना... चार बहनों और मां के हत्यारे का कबूलनामा

आरोपी इस वीडियो में कहा कि हमारा  घर छीनने के चक्कर में न जाने हम पर कितना जुल्म किया गया. हमने आवाज उठाई लेकिन हमारी किसी न सुनी आज तक. आज दस 10 दिन हो गए फुटपाथ पर सो रहे हैं हम... ठंड में भटक रहे हैं. हम नहीं चाहते बच्चे ठंड में भटकें.

मेरा नाम मोहम्मद अरशद है, योगी जी इन्हें मत छोड़ना... चार बहनों और मां के हत्यारे का कबूलनामा
लखनऊ होटल में भाई ने की बहन और अपनी मां की हत्या
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नए साल की पहली सुबह ही एक खौफनाक घटना सामने आई है. लखनऊ के होटल में चार लड़कियों समेत एक महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया. पुलिस ने जब पूरे मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि घर का चिराग ही परिवार का काल बना है. बेटे ने अपनी मां और चार बहनों की गला घोंटकर और हाथ की नसें काटकर हत्या कर डाली. पुलिस ने आरोपी को फिलहाल गिरफ्तार कर लिया है. इस बीच हत्यारे अरशद का एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें वह कबूल कर रहा है कि उसने अपने पिता के साथ मिलकर मां और चार बहनों को हत्या कर दी. रात करीब 2 बजे शूट किए गए इस वीडियो में वह दम तोड़ चुकी और आखिरी सांसें ले रही अपनी बहनों को दिखा रहा है और इसके लिए गली वालों को जिम्मेदार ठहरा रहा है. वीडियो में अरशद बस्ती वालों पर उसके परिवार को परेशान करने और उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचने की साजिश का आरोप लगा रहा है. अरशद के मुताबिक- बस्ती वालों से घर छीनकर उनको बेघर कर दिया. उसके मुताबिक -उसका परिवार परेशान होकर धर्म परिवर्तन करना चाहता था. इसमे वह सीएम योगी से भी गुहार लगा रहा है कि दोषियों की खिलाफ कार्रवाई की जाए. इस वीडियो में अरशद ने क्या क्या कबूल किया है, पढ़िए 

सलाम वालेकुम, मेरा नाम मोहम्मद अरशद है... आज बस्ती वालों की वजह से तंग आकर फुल फैमिली ने मिलकर यह कदम उठाया है. आज अपने हाथ से अपनी बहनों और अपने आप को मारा है मैंने. पुलिस को यह वीडियो मिले तो आप एक बार जानिए की इसका जिम्मेदार बस्तीवाले हैं. हमारा  घर छीनने के चक्कर में न जाने हम पर कितना जुल्म किया गया. हमने आवाज उठाई लेकिन हमारी किसी न सुनी आज तक. आज दस 10 दिन हो गए फुटपाथ पर सो रहे हैं हम... ठंड में भटक रहे हैं. हम नहीं चाहते बच्चे ठंड में भटकें.

'योगी जी ऐसों को कभी मत छोड़ना'

योगी जी ऐसों को कभी मत छोड़ना. हमारा घर इन्होंने छीन लिया है. मकान के कागज हमारे पास रख रखे हैं. पुलिस को यह वीडियो मिले तो लखनऊ पुलिस और योगी पुलिस यह गुजारिश है कि ऐसे मुसलमानों को कभी नहीं छोड़ना आप. आप जो कर रहे हो, बहुत बढ़िया कर रहे हो. ऐसे मुसलमान हर जगह जमीन पर कब्जा करते हैं और न जाने कैसे-कैसे गैरकानूनी धंधे करते हैं.  हमने बहुत इनके खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश की, लेकिन नहीं करवा सकते. हमारी मौत के जिम्मेदार सिर्फ बस्ती वाले हैं. हमारी मौत की जिम्मेदार पूरी बस्ती है. रानू और आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम, ड्राइवर, अहमद, आरिफ, अजहर और रिश्तेदार हैं. ये बहुत बड़ा गैंग चलाते हैं. लड़कियों को बेचते हैं.

'ये लड़कियों को बेचते हैं...'

आरोपी ने इस वीडियो में आगे कहा कि हमने बहुत इनके खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश की, लेकिन नहीं करवा सकते. हमारी मौत के जिम्मेदार सिर्फ यह बस्ती वाले हैं. हमारी मौत की जिम्मेदार पूरी बस्ती है. रानू और आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम, ड्राइवर, अहमद, आरिफ, अजहर और रिश्तेदार हैं. ये बहुत बड़ा गैंग चलाते हैं. लड़कियों को बेचते हैं.

'वे हमारी बहनों को बेचना चाहते थे..'

इन लोगों का यह प्लान था कि हम लोगों की किसी झूठे केस में जेल पहुंचाकर हमारी बहनों को बेच दिया जाए. हैदराबाद में लड़कियों को सप्लाई किया जाता है, उनकी प्लान हमारी बहनों को बेचने का था. भैया हम यह नहीं चाहते थे, इसलिए मजबूरन हमें इस वक्त दो बजे वक्त मुझे अपनी बहनों को गला दबाकर और हाथ की नस काटकर मारना पड़ा है.

इस वीडियो में अरशद अपनी दम तोड़ चुकी बहनों की लाशें दिखाता हुआ नजर आ रहा है. इसमें एक बहन दम तोड़ रही है. उसका पिता ने उसका मुंह दबाया हुआ है. 

'हम धर्म परिवर्तन करना चाहते थे'

हमने काफी लोगों से मदद मांगी. पुलिस से मदद मांगी. नेताओं से मदद मांगी. बजरंग दल, बीजेपी सभी से मदद मांगी, लेकिन हमारी किसी ने नहीं सुनी.मैं आखिरी वीडियो में यही कहना चाहूंगा कि हमारी मौत के जिम्मेदार सिर्फ गली वाले हैं. हम पर झूठा आरोप लगाया जाता है कि हम लोग बांग्लादेशी हैं. हम बदायूं के हैं. परदादा तक का प्रूफ मिल जाएगा. हम लोग बस्ती वालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करना चाहते थे. ताकि हम चैन से जी सके हैं. हम पूजा करते हैं. मंदिर बनाया... हमने बहुत लोगों से मदद मांगी. लेकिन किसी ने मदद नहीं की. 

'मोदी जी, योगी जी आप इंसाफ देना'

आज आप देख रहे हैं मेरी सारी बहनें मर रही हैं, थोड़ी देर में मैं भी मर जाऊंगा. लेकिन यह बात जरूर कहना चाहूंगा कि हिंदुस्तान के अंदर किसी परिवार को ऐसा न करना पड़े, लेकिन मोदी जी और योगी जी, हर मुसलमान एक सा नहीं होता. हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि जीते जी इंसाफ नहीं मिला, लेकिन मरने के बाद इंसाफ दे दीजिए. उन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए. हमारा आधा प्लॉट छीन लिया. आधा भी छीन रहे थे. उस घर के अंदर सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनना चाहिए था. हमारी बहनों से जो भी सामान प्यार से सजाया था, उस समान को किसी अनाथ आश्रम में दे देना ताकि हमारी रूह को खुशी मिले.

' क्या मैं इनको बिकता हुआ देखूं हैदराबाद में'

अपने हाथ से मारा है मैंने इन्हें. अपने बाप के साथ मिलकर. क्या करूं. इनको बिकता हुआ देखूं हैदराबाद में. आप लोग कहते हो कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ. ऐसे-ऐसे मुसलमान न जाने कहां से आकर हिंदुस्तान में बस गए हैं. कोई अपनी बेटी बचा सकता है. पढ़ा सकता है. न जाने कितने गरीब लोगों की बेटियों को उठा उठाकर हैदराबाद में बेच दिया गया. मर रही होंगी. तड़प रही होंगी. हम वह चीज नहीं चाहते. मजबूर हैं. 

'बेचारी बहुत तड़पी हैं आज'

हमारे पास जमीन के पास कागज हैं. लेकिन ये बस्ती वाले. चौकी अपने कब्जे में कर रखी है. पैसे खिलाकर बच जाते हैं.योगी जी वह घर किसी के हाथ में न जाने देना. जान बसी है उसमें हमारी. हमने मंदिर को दान किया है. मंदिर ही बने उसमें. इतना जरूर है कि हमें जलाओ या दफनाओ. इन लोगों को इंसाफ दिलाए. ये बेचारी बहुत तड़पी हैं आज. इनकी इज्जत बताई है हमने.

भाई ने काटी बहन की नस तो पिता ने सांस लेने से रोका

पुलिस की पूछताछ में आरोपी अरशद ने अपनी चार बहनों और मां की हत्या करने की घटना को कबूल करते हुए बताया कि मोहल्ले वाले इनके परिवार को परेशान कर रहे थे. इसको डर था कि अगर इसे कुछ हो गया तो इसकी मां और बहन का क्या होगा, इसलिए इसने उनको मार देने का फ़ैसला किया. बताया जा रहा है कि अरशद परिवार को पहले अजमेर लेकर गया फ़िर लखनऊ लाकर सभी को होटल में रुकवाया, रात में शराब पिलाई और कुछ के मुंह में कपड़ा डालकर दुपट्टे से गला दबा दिया और कुछ की कलाई ब्लेड से काट दी. इस काम में पिता बदर ने मदद की. इसके बाद उसने पिता बदर को रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और ख़ुद थाने पहुंचकर घटना की सूचना दी. आरोपी की निशानदेही पर घटना में उपयोग किया गया ब्लेड व दुपट्टा बरामद कर लिया गया है. 

बेहोश किया, फिर काटी हाथ की नस

पुलिस के जांच में पता चला है कि आरोपी अरशद ने पहले अपने परिजनों को बेहोश किया और उसके बाद उनके हाथ की नेश काट दी. अरशन ने पुलिस के सामने कबूला है कि उसने बेहोशी की हालत में अपनी मां और बहनों की हाथ की नस काटकर हत्या कर दी. हालांकि अभी पुलिस ने औपचारिक तौर पर कोई खुलासा नहीं किया है. पुलिस अभी आरोपी अरशद से पूछताछ करने के अलावा बदर की तलाश कर रही है. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.


 

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