खास बातें
- बैठक में भिड़ गए दोनों नेता
- दोनों में हाथापाई, जूते चले
- शिलान्यास पर नाम के लिए लड़ाई
उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर (Sant Kabir Nagar) जिले में बीजेपी (BJP) सांसद और विधायक आपस में भिड़ गए. इस दौरान संतकबीर नगर से बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी (BJP MP Sharad Tripathi) ने अपनी ही पार्टी के विधायक राकेश सिंह (BJP MLA Rakesh Singh) को जूते से पीटा. इसके बाद दोनों नेताओं के समर्थकों ने भी मारपीट की. दोनों नेताओं में फाउंडेशन स्टोन पर नाम लिखवाने को लेकर मारपीट हुई. इस दौरान भारी हंगामे और मारपीट से मौके पर अफरातफरी भी मच गई. आसपास मौजूद लोगों ने मामले को आगे बढ़ने से बचाने के लिए बीच बचाव किया. इस विवाद को लेकर जमकर नारेबाजी भी हुई. ये मारपीट कलेक्ट्रेट में चल रही जिला कार्ययोजना समिति की बैठक के दौरान हुई. दोनों नेताओं के बीच हो रही मारपीट को रोकने के लिए मौजूद पुलिस अधिकारियों ने कोशिश की, लेकिन दोनों नहीं रूके.
अपनी ही पार्टी के विधायक पर जब सांसद ने की जूतों की बारिश तो ट्विटर पर लोगों ने ऐसे लिए मजे
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में BJP सांसद शरद त्रिपाठी (Sharad Tripathi) बार-बार कहते हुए सुने जा सकते हैं कि सांसद कौन है. सवाल-जवाब के दौर के बाद सांसद शरद त्रिपाठी अपना आपा खो बैठे और जूता निकाल कर बीजेपी विधायक राकेश सिंह (Rakesh Singh) को पीटने लगे. हालांकि मेंहदावल से बीजेपी विधायक राकेश सिंह भी अपनी सीट से उठे और शरद त्रिपाठी के पास पहुंचे और उसी अंदाज में जवाब दिया, लेकिन फर्क सिर्फ इतना था कि विधायक जी ने अपने जूते नहीं निकाले थे.
दो राष्ट्रवादी लोगों में कहासुनी हो गयी ! एक सांसद एक विधायक ! सीमा पर कौन पहले जाए पाकिस्तान से लड़ने शायद यही मुद्दा रहा होगा ! आख़िर तक सुनिए वीडीयो...आख़िर में अलग-अलग भाषा-बोली में “भारतमाता की जय” भी शायद सुनाई देगा ! ऐसे लोग देश की संसद और विधानसभाओं में ज़रूर भेजते रहेंhttps://t.co/h7D0EpaARV
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 6, 2019
कवि कुमार विश्वास ने यूपी के संतकबीरनगर के सांसद और विधायक के बीच हुई हाथापाई को लेकर तंज कसा है. उन्होंने इस हाथापाई के बाद एक ट्वीट कर कहा कि दो राष्ट्रवादी लोगों में कहासुनी हो गई! एक सांसद एक विधायक! सीमा पर कौन पहले जाए पाकिस्तान से लड़ने शायद यही मुद्दा रहा होगा! आख़िर तक सुनिए वीडियो...आख़िर में अलग-अलग भाषा-बोली में 'भारतमाता की जय' भी शायद सुनाई देगा! ऐसे लोग देश की संसद और विधानसभाओं में ज़रूर भेजते
रहें.
उधर, वीडियो वायरल होने के बाद सांसद शरद त्रिपाठी ने कहा, 'मुझे इस घटना पर खेद है और मैं बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं. जो कुछ भी हुआ वह मेरे सामान्य व्यवहार के खिलाफ था. अगर मुझे राज्य प्रमुख द्वारा बुलाया जाता है तो मैं अपनी बात रख दूंगा.