उत्तर प्रदेश सरकार कह रही है कि गन्ना किसानों का 90 फीसदी भुगतान हो चुका है लेकिन खुद बीजेपी विधायक अब सरकार से गन्ना किसानों के बकाया भुगतान करने की मार्मिक अपील कर रहे हैं. लखीमपुर से बीजेपी विधायक हरविंदर सिंह साहनी ने कहा है कि पहले लखीमपुर खीरी के किसानों को बाढ़ ने बर्बाद कर दिया, अब किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं मिल रहा है. बता दें कि, चार साल पहले खुद प्रधानमंत्री मोदी ने गन्ना किसानों के बकाए को लेकर अखिलेश यादव सरकार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने चार पहले कहा था कि लखीमपुर खीरी के गन्ना किसानों का पसीना भी मीठा होता है, इसको चीनी का कटोरा बोला जाता है लेकिन अखिलेश यादव क्यों नहीं गन्ना किसानों का बकाया दे रहे हैं.
जिले में 9 चीनी मिल हैं, जबकि 5 चीनी मिलों पर किसानों का 700 करोड़ रुपए का बकाया है. इनमें गोला चीनी मिल पर 274 करोड़, पलिया चीनी मिल पर 266 करोड़, खंभार चीनी मिल पर 171 करोड़ जबकि कोआपरेटिव चीनी मिल पर 90 करोड़ का बकाया है. जिले में आठ महीने से गन्ने का भुगतान नहीं हो पा रहा है जबकि मिल पूरी चली है चीनी भी बनी है, बस किसानों को पैसा नहीं दिया जा रहा है.
वहीं, राज्य सरकार का दावा है कि सरकार गन्ना किसानों का 90 फीसदी भुगतान कर चुकी है. आलम ये है कि लखीमपुर खीरी ही नहीं खुद गन्ना मंत्री सुरेश राणा के जिले में गन्ना किसानों का 300 करोड़ रुपए का बकाया है. अब दिखाने के लिए सरकार की तरफ से लखीमपुर खीरी और शामिली के चीनी मिल के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं लेकिन किसानों की समस्या नहीं हल हो रही है.
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