
- अखिलेश यादव ने बड़े कथावाचकों की फीस पर बयान दिया है.
- उन्होंने कहा कि कई कथावाचक 50 लाख रुपये लेते हैं.
- उन्होंने इटावा की घटना पर भाजपा को निशाने पर लिया गया है.
- अखिलेश ने पीडीए समाज के समर्थन की बात कही है.
Akhilesh Yadav on Dhirendra Shastri: इटावा में कथावाचक के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर राजनीति जारी है. अब यह लड़ाई जातिगत विद्वेष में बदलती जा रही है. इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़े कथावचकों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. रविवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा, कई कथावाचक हैं, जो 50 लाख रुपए लेते हैं. किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले. कोई अंडर टेबल लेगा, आप पता करवा लीजिए धीरेंद्र शास्त्री अंडर टेबल नहीं लेते क्या? कथा वाचने की पता नहीं कितनी कीमत हो गई उनकी, फ्री थोड़े ही है."
'कई कथावाचक एक कार्यक्रम के लिए 50 लाख रुपये लेते हैं' , सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री पर तंज#DhirendraShastri | #AkhileshYadav pic.twitter.com/MxABwYJpRt
— NDTV India (@ndtvindia) June 29, 2025
इटावा की घटना पर अखिलेश बोले- संपूर्ण पीडीए पीड़ित के साथ
इससे पहले अखिलेश यादव ने इटावा की घटना पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा था कि संपूर्ण PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज प्रत्येक पीड़ित के साथ अपनी आवाज बुलंद कर रहा है. इटावा के दंदारपुर गांव में 22-23 जून की रात को दो भागवत कथा वाचकों - मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव - को कथित तौर पर ‘‘ऊंची जाति'' के लोगों द्वारा मुंडन करा दिया गया और अपमानित किया गया, क्योंकि कथा वाचक यादव जाति के हैं.
'ऐसे नकारात्मक लोगों ने अपने ही समाज की सहानुभूति खो दी है'
अखिलेश ने अपने आधिकारिक ‘एक्स' खाते पर एक पोस्ट में इटावा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ''कुछ गिनती के प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोगों ने तो उस कलाकार को भी नहीं छोड़ा जो अपनी थाप से दुनिया देखता है. उन्होंने कहा कि ''उसकी ढोलक छीनकर और उस पर आरोप लगाकर ऐसे नकारात्मक लोगों ने अपने ही समाज की सहानुभूति खो दी है. जो लोग ऐसा करते हैं, वो मानवीय मानकों पर खारिज कर दिये जाने वाले ‘अभारतीय और अमानवीय' लोग होते हैं.''
अखिलेश ने कहा था- इटावा कांड की जानकारी ट्रंप को मिल जाए तो क्या होगा?
अखिलेश यादव ने इटावा वाली घटना पर यह भी कहा था कि इस घटना की जानकारी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मिल जाए तो सोचिए क्या होगा? अखिलेश ने आगे कहा, "अगर ट्रंप जी को पता लग जाए कि इटावा में ऐसा हुआ है, तो समझ लो क्या होगा. मैं संविधान को मानता हूं. वह कहते हैं कि हम चार बजे जग जाते हैं, लेकिन इटावा के अंदर रातभर कथावाचक अपमानित होते रहें. मैं सरकार से सवाल करता हूं कि इस तरह की घटना क्यों हो रही है?
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