विज्ञापन

टीचर्स डे 2025: प्राइवेट स्कूल टीचर्स ऐसे करें अपना रिटायरमेंट प्लान, आराम से कटेगी जिंदगी

टीचर्स को सेविंग्स प्लान के साथ हेल्थ इंश्योरेंस लेना भी जरूरी है. कई बार मेडिकल इमरजेंसी आने पर बचत तेजी से खत्म होती है, ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए बड़े खर्चों से बचा जा सकता है.

टीचर्स डे 2025: प्राइवेट स्कूल टीचर्स ऐसे करें अपना रिटायरमेंट प्लान, आराम से कटेगी जिंदगी
  • प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स के पास अक्सर रिटायरमेंट प्लान नहीं होता, जिससे फाइनेंशियल सेफ्टी कम होती है.
  • टीचर्स को छोटी बचत से मासिक म्यूचुअल फंड या एफडी में निवेश शुरू कर मजबूत रिटायरमेंट फंड बनाना चाहिए
  • PPF और NPS जैसे सरकारी रिटायरमेंट प्लान टैक्स बचत के साथ लंबे समय में सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करते हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

5 सितंबर को भारत शिक्षक दिवस मना रहा है, ऐसे में टीचर्स की फाइनेंशियल कंडीशन पर बात करने का ये सही समय है. कई प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स के पास रिटायरमेंट प्लान नहीं होता है. हालांकि सरकारी टीचर्स के पास पेंशन के साथ कई रिटायरमेंट प्लान होते हैं, जिनसे वो अपना और परिवार का फ्यूचर सेफ करते हैं. इस खबर में प्राइवेट स्कूल के टीचर्स के रिटायरमेंट प्लान पर बात करेंगे, जिन्हें अपनाकर वो अपना भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे. 

साल 2023 में EPFO ने CBSE से जुड़े स्कूलों में टीचर्स के लिए सोशल सिक्योरिटी बेनिफिट्स पर काम किया है, लेकिन सभी प्राइवेट स्कूल इस दायरे में नहीं आते हैं. इसलिए देश के ज्यादातर प्राइवेट टीचरों को खुद ही रिटायरमेंट प्लानिंग करनी चाहिए. 

रिटायरमेंट प्लान कैसे बनाएं?

टीचर्स कम उम्र में ही मामूली राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं. कंपाउंड इंटरेस्ट की ताकत इस छोटी जमा राशि को भी कई गुना बढ़ा देती है. म्यूचुअल फंड या एफडी में मासिक एसआईपी के जरिए 20 से 30 सालों में एक मजबूत नींव रखी जा सकती है.

ईपीएफ कंट्रीब्यूशन का ज्यादा से ज्यादा उठाएं फायदा

ईपीएफ के दायरे में आने वाले टीचर्स के लिए बिना रुके कंट्रीब्यूशन करना जरूरी है. साथ ही फालतू खर्चों के लिए फंड में से पैसा निकालने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे कहीं ना कहीं रिटायरमेंट टाइम के अमाउंट पर असर पड़ेगा.

पीपीएफ अकाउंट का करें इस्तेमाल

ईपीएफ के अलावा पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) खाता खोलना भी मददगार हो सकता है. ये टैक्स सेविंग के साथ लॉन्ग टर्म में सेफ्टी और गारंटी रिटर्न देता है. इसके अलावा आप नेशनल पेंशन सिस्टम का ऑप्शन भी चुन सकते हैं. ये एक सरकारी रिटायरमेंट प्लान है, जो डेट और इक्विटी में निवेश करता है. पीपीएफ ग्रोथ और सेफ्टी के बीच बैलेंस बना सकते हैं. साथ ही एक मजबूत रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद मिल सकती है. टैक्स सेविंग की बात करें तो सेक्शन 80C में 1.5 लाख के अलावा एनपीएस के लिए 50 हजार रुपये की और बचत कर सकते हैं. 

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेने से ना चूकें

सेविंग्स प्लान के साथ हेल्थ इंश्योरेंस लेना भी जरूरी है. कई बार मेडिकल इमरजेंसी आने पर बचत तेजी से खत्म होती है, ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए बड़े खर्चों से बचा जा सकता है. साथ ही ऐसी पॉलिसी खरीदें, जिसमें टॉप-अप की फीचर भी कंपनी देती हो. 

स्टॉक्स मार्केट की तरफ करें रुख

एफडी में निवेश करना सेफ हो सकता है. लेकिन महंगाई के हिसाब से इसमें रिटर्न कम रहता है. इसलिए अपने निवेश के दायरे को आगे बढ़ाना चाहिए, जिसमें स्टॉक्स मार्केट शामिल है. बॉन्ड, इंडेक्स फंड और इक्विटी म्यूचुअल फंड के जरिए इसे बैलेस किया जा सकता है. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com