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Gold Rally Reasons: इन 5 कारणों से लगातार बढ़ रहा सोना, क्या 'गोल्ड' में निवेश का यही है सही समय? Expert कमेंट
Gold Buy or Sell: निवेशक अब इस उधेड़बुन में हैं कि उन्हें सोना बेचना चाहिए, रखना चाहिए या और ज्यादा खरीदना चाहिए. इसका जवाब दे रहे हैं केडिया एडवायजरी के एमडी अजय केडिया.
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US फेड के फैसले से RBI के लिए रास्ता साफ, एक्सपर्ट्स बोले- भारत में भी सस्ती हो सकती हैं ब्याज दरें
US Federal Reserve Cuts Interest Rate: अमेरिकी फेड की कटौती से भारत में भी ब्याज दरें घटने का रास्ता बन सकता है. इससे कंपनियों और आम लोगों के लिए लोन सस्ता हो सकता है, हालांकि भारतीय शेयर बाजार फिलहाल अपनी ही तेजी पर टिके हुए हैं.
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वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के GDP आंकड़े आज होंगे जारी, टैरिफ टेंशन के बीच जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
India GDP Growth Data Q1 FY26: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी Q1 के लिए 6.5% ग्रोथ का प्रोजेक्शन किया है. कुछ इकोनॉमिस्ट का मानना है कि अगर अमेरिका का टैरिफ लंबे समय तक बना रहा तो भारत की जीडीपी पर असर पड़ सकता है.
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ट्रंप का दबाव और महंगाई की मार... ब्याज दर घटेगी या नहीं? फेड फेड चेयर पॉवेल के फैसले पर टिकी दुनिया की नजर
US फेड ने पिछले कुछ महीनों से ब्याज दरें 4.25 से 4.50 प्रतिशत के बीच स्थिर रखी हैं. इसकी वजह यह बताई गई कि अमेरिका का जॉब मार्केट अभी भी मजबूत है. लेकिन ताजा आंकड़ों में सामने आया है कि मई और जून में भर्ती के आंकड़े पहले से काफी कमजोर रहे. यही वजह है कि अब कई एक्सपर्ट मानते हैं कि ब्याज दर घटाने पर विचार किया जा सकता है.
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चीन और अमेरिका की ट्रेड बातचीत से बाजारों को राहत, एशियाई शेयर मार्केट और US फ्यूचर्स चढ़े
US-China Trade Deal:बीते दिन हुई ट्रेड बातचीत के बाद दोनों देशों ने अपने-अपने बयान में पॉजिटिव रुख दिखाया. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐसा डील हुआ है जिससे US ट्रेड डेफिसिट कम किया जा सकेगा.
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फेडरल रिजर्व का बड़ा फैसला, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, अमेरिकी बाजार में रिकॉर्ड तेजी
एक्सपर्ट का मानना है कि फेड के इस साल ब्याज दर कटौती (Interest Rate Cuts) जारी रखने के संकेत से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है, जिससे बाजार में मजबूती देखने को मिली.
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भारत का बड़ा घरेलू बाजार अमेरिकी टैरिफ वृद्धि से होने वाले प्रभाव को कम करेगा: फिच
US tariff impact on India: रेटिंग्स एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 26 के लिए भारत के जीडीपी वृद्धि दर अनुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है.
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अमेरिका में किराए पर मुर्गियां क्यों पाल रहे हैं लोग, बर्ड फ्लू से इसका क्या है कनेक्शन
इन दिनों में अमेरिका में अंडे की कीमते आसमान छू रही हैं. एक दर्जन अंडे की कीमत करीब 10 डॉलर तक पहुंच गई है. इससे परेशान लोग अंडों के लिए अब किराए पर मुर्गियां लाकर उन्हें पाल रहे हैं.
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Stock Market Today: शेयर बाजार में रिकवरी, सेंसेक्स 130 अंक उछला, निफ्टी में भी तेजी
Stock Market Updates 12 December: फिलहाल निवेशकों की नजरें अमेरिका से आने वाले महंगाई के आंकड़ों (US inflation data) पर टिकी हैं. इन आंकड़ों का असर वैश्विक बाजारों पर पड़ सकता है, जिससे भारतीय शेयर बाजार भी प्रभावित हो सकता है.
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यूएस फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में की कटौती, जानिए अमेरिका सहित भारत पर क्या पड़ेगा असर?
अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया है. इससे अमीर लोग ज्यादा पैसा बाजार में लगाएंगे और बाजार में रौनक लौटने की उम्मीद है...
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"समय आ गया कि... " : US फेड रिजर्व के चेयरमैन ने ब्याज दरों में कटौती के दिए संकेत
फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) ने शुक्रवार को आर्थिक नीति पर चर्चा के दौरान कहा कि मुद्रास्फीति (Inflation) केंद्रीय बैंक के 2 प्रतिशत के लक्ष्य के "बहुत करीब है और पॉलिसी एडजस्टमेंट का समय आ गया है."
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मुद्रास्फीति, अमेरिका में ब्याज दरें और भूराजनीतिक स्थिति से तय होगी बाजार की दिशा: विश्लेषक
घरेलू और वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति के आंकड़े, अमेरिका में ब्याज दर, भूराजनीतिक स्थिति और 2024 में आम चुनाव कुछ प्रमुख कारक हैं जो चालू वित्त वर्ष में शेयर बाजार में कारोबार को प्रभावित कर सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि आगे जाकर विदेशी पूंजी संबंधी कारोबारी गतिविधि और वैश्विक रूझानों पर भी नजर रखनी होगी.
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RBI को गंभीरता से फेडरल रिजर्व से अलग रुख अपनाने पर सोचना चाहिए: सौम्य कांति घोष
देश की मुद्रास्फीति (Inflation) जनवरी 2023 में बढ़कर 6.52 प्रतिशत हो गई, जो आरबीआई के टॉलरेंस रेंज छह प्रतिशत से अधिक है.
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अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने फिर ब्याज दरों में भारी बढ़ोतरी की, RBI भी दे सकता है झटका
महंगाई को काबू में करने के मकसद से उसने ये कदम उठाया है. अमेरिका में महंगाई 41 सालों के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है.
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डॉलर के बराबर हुआ यूरो, यूरोपीय करेंसी ने दो दशकों में पहली बार इतनी रिकॉर्ड गिरावट झेली
यूरो में यह गिरावट अमेरिका में महंगाई 41 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बीच आई है. इस कारण अमेरिका में ब्याज दर में और बढ़ोतरी के आसार हैं, जिससे डॉलर को मजबूती मिलेगी. , has suffered such a record fall for the first time in two decades
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Gold Rally Reasons: इन 5 कारणों से लगातार बढ़ रहा सोना, क्या 'गोल्ड' में निवेश का यही है सही समय? Expert कमेंट
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US फेड के फैसले से RBI के लिए रास्ता साफ, एक्सपर्ट्स बोले- भारत में भी सस्ती हो सकती हैं ब्याज दरें
US Federal Reserve Cuts Interest Rate: अमेरिकी फेड की कटौती से भारत में भी ब्याज दरें घटने का रास्ता बन सकता है. इससे कंपनियों और आम लोगों के लिए लोन सस्ता हो सकता है, हालांकि भारतीय शेयर बाजार फिलहाल अपनी ही तेजी पर टिके हुए हैं.
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वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के GDP आंकड़े आज होंगे जारी, टैरिफ टेंशन के बीच जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
India GDP Growth Data Q1 FY26: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी Q1 के लिए 6.5% ग्रोथ का प्रोजेक्शन किया है. कुछ इकोनॉमिस्ट का मानना है कि अगर अमेरिका का टैरिफ लंबे समय तक बना रहा तो भारत की जीडीपी पर असर पड़ सकता है.
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US-China Trade Deal:बीते दिन हुई ट्रेड बातचीत के बाद दोनों देशों ने अपने-अपने बयान में पॉजिटिव रुख दिखाया. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐसा डील हुआ है जिससे US ट्रेड डेफिसिट कम किया जा सकेगा.
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फेडरल रिजर्व का बड़ा फैसला, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, अमेरिकी बाजार में रिकॉर्ड तेजी
एक्सपर्ट का मानना है कि फेड के इस साल ब्याज दर कटौती (Interest Rate Cuts) जारी रखने के संकेत से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है, जिससे बाजार में मजबूती देखने को मिली.
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Stock Market Today: शेयर बाजार में रिकवरी, सेंसेक्स 130 अंक उछला, निफ्टी में भी तेजी
Stock Market Updates 12 December: फिलहाल निवेशकों की नजरें अमेरिका से आने वाले महंगाई के आंकड़ों (US inflation data) पर टिकी हैं. इन आंकड़ों का असर वैश्विक बाजारों पर पड़ सकता है, जिससे भारतीय शेयर बाजार भी प्रभावित हो सकता है.
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यूएस फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में की कटौती, जानिए अमेरिका सहित भारत पर क्या पड़ेगा असर?
अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया है. इससे अमीर लोग ज्यादा पैसा बाजार में लगाएंगे और बाजार में रौनक लौटने की उम्मीद है...
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"समय आ गया कि... " : US फेड रिजर्व के चेयरमैन ने ब्याज दरों में कटौती के दिए संकेत
फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) ने शुक्रवार को आर्थिक नीति पर चर्चा के दौरान कहा कि मुद्रास्फीति (Inflation) केंद्रीय बैंक के 2 प्रतिशत के लक्ष्य के "बहुत करीब है और पॉलिसी एडजस्टमेंट का समय आ गया है."
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मुद्रास्फीति, अमेरिका में ब्याज दरें और भूराजनीतिक स्थिति से तय होगी बाजार की दिशा: विश्लेषक
घरेलू और वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति के आंकड़े, अमेरिका में ब्याज दर, भूराजनीतिक स्थिति और 2024 में आम चुनाव कुछ प्रमुख कारक हैं जो चालू वित्त वर्ष में शेयर बाजार में कारोबार को प्रभावित कर सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि आगे जाकर विदेशी पूंजी संबंधी कारोबारी गतिविधि और वैश्विक रूझानों पर भी नजर रखनी होगी.
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डॉलर के बराबर हुआ यूरो, यूरोपीय करेंसी ने दो दशकों में पहली बार इतनी रिकॉर्ड गिरावट झेली
यूरो में यह गिरावट अमेरिका में महंगाई 41 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बीच आई है. इस कारण अमेरिका में ब्याज दर में और बढ़ोतरी के आसार हैं, जिससे डॉलर को मजबूती मिलेगी. , has suffered such a record fall for the first time in two decades