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Book Review: नक्सल समस्या और संघर्ष की दास्तान है ‘दुड़िया’
- Sunday November 13, 2022
- Written by: नरेंद्र सैनी
Book Review: 'पानीपत', 'महानायक' और 'झाड़ाझड़ती' जैसे अहम उपन्यास लिखने वाले मराठी के लोकप्रिय लेखक विश्वास पाटील ने नए उपन्यास के साथ दस्तक दी है.
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युगों का यात्री: साहस ही किसी कवि को बड़ा बनाता है- नागार्जुन
- Sunday December 8, 2019
- Reported by: शहादत
नागार्जुन का जीवन यायावरी का जीवन था. बुढ़ापे में भी वह यह कहते पाए जाते कि जब भी बीमार पड़ूं, किसी ट्रेन का टिकट कटाकर गाड़ी में चढ़ा देना, ठीक हो जाऊंगा. जब वह सरकार की विकास-अवधारणा पर खिसियाते तो कहते कि यदि और कुछ भी करने में सरकार बिलकुल ही नाकाम है तो यही कर दे कि हर नागरिक को देश-भ्रमण करवा दे, इससे कूपमंडूकता तो खत्म होगी. काशी की विद्वत्परंपरा से निकलकर वह आर्यसमाज की तरफ गए, श्रीलंका जाकर बौद्ध बने, उधर से लौटकर आजादी की लड़ाई में शामिल हुए.
- ndtv.in
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अंग्रेजी गानों की वजह से सुनने पड़े ताने, लेकिन हर बाधा को पार किया : उषा उथुप
- Wednesday November 13, 2019
- Edited by: प्रभात उपाध्याय
भारत में पॉप संगीत को एक नया आयाम और नई ऊंचाई देने वालीं जानी-मानी गायिका उषा उथुप की आधिकारिक जीवनी 'उल्लास की नाव' का लोकार्पण मंगलवार की शाम नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया. यह जीवनी विकास कुमार झा ने लिखी है.
- ndtv.in
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अल्पना मिश्र: मनुष्यता पर गहराते संकट को बयान करता है 'अस्थि फूल'
- Wednesday October 2, 2019
- Reported by: शहादत
स्त्री-पुरुष के संबंध में बदलाव तो आया है, लेकिन उतना भी नहीं आ पाया. देखने में तो आज स्त्री घर से बाहर निकल रही है. नौकरी कर रही है. पैसा भी कमा रही है, लेकिन उस पैसे पर अभी भी उसका अधिकार नहीं है. अगर वह अपना पैसा खर्च करती है तो उसका हिसाब भी देना होता है. ये जो चीजें हैं ये स्त्री और पुरुष के संबंध में अधिकारों को निर्धारित करती हैं.
- ndtv.in
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जमाने में हम : दिल्ली का साहित्य जगत और निर्मला जैन के संघर्ष की कथा
- Saturday January 14, 2017
- सूर्यकांत पाठक
दिल्ली का हिन्दी साहित्य जगत और राजधानी के विश्वविद्यालयों का हिन्दी शिक्षण जगत बीती सदी के उत्तरार्ध्द में कैसे बदलता गया, साहित्य जगत में किस तरह की राजनीति चलती रही और इसके समानांतर किस तरह रचनाकर्म, शोध जैसे कार्य होते रहे...यह सब गहराई से समझने के लिए निर्मला जैन की कृति 'जमाने में हम' बड़ी उपयोगी है. राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित यह कृति निर्मला जैन की आत्मकथा है.
- ndtv.in
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वर्ल्ड बुक फेयर में हुआ 11 काव्य संग्रहों का लोकार्पण
- Saturday January 14, 2017
- Reported by: इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस
विश्व पुस्तक मेले के सातवें दिन राजकमल प्रकाशन समूह पर आलोचक नामवर सिंह द्वारा 11 लेखकों के काव्य संग्रहों का लोकार्पण किया. काव्य संग्रहों में गीत चतुर्वेदी की 'न्यूनतम मैं', दिनेश कुशवाह की 'इतिहास में अभागे', आर. चेतनक्रांति की 'वीरता पर विचलित' का लोकार्पण आलोचक नामवर सिंह द्वारा राजकमल प्रकाशन के पंडाल पर हुआ.
- ndtv.in
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विश्व पुस्तक मेले में बढ़ रही है पुस्तक प्रेमियों की भीड़
- Friday January 13, 2017
- Written by: श्रीराम शर्मा
दिल्ली में चल रहा विश्व पुस्तक मेला अपने पूरे शबाब पर है. मेले में हिंदी के नामचीन लेखकों की मौजूदगी पुस्तक प्रेमियों को अपनी ओर खींच रही है. शुक्रवार को विभिन्न स्टॉल पर प्रसिद्ध लेखकों की किताबों के लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किए गए.
- ndtv.in
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मुगल सम्राट अकबर की जिंदगी पर नई किताब ‘अकबर’
- Saturday October 29, 2016
- Reported by: भाषा
मुगल बादशाह अकबर पर आधारित एक नया उपन्यास लेकर आ रहें हैं पत्रकार एवं लेखक शाज़ी ज़माँ. यह उपन्यास लेखक के 20 साल के रिसर्च का परिणाम है. दो दशकों में पहली बार इतिहास और कहानी के पाठकों के लिए इस उपन्यास में अकबर का कैरेक्टर इतनी मजबूती से पेश किया जायेगा.
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Book Review: नक्सल समस्या और संघर्ष की दास्तान है ‘दुड़िया’
- Sunday November 13, 2022
- Written by: नरेंद्र सैनी
Book Review: 'पानीपत', 'महानायक' और 'झाड़ाझड़ती' जैसे अहम उपन्यास लिखने वाले मराठी के लोकप्रिय लेखक विश्वास पाटील ने नए उपन्यास के साथ दस्तक दी है.
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युगों का यात्री: साहस ही किसी कवि को बड़ा बनाता है- नागार्जुन
- Sunday December 8, 2019
- Reported by: शहादत
नागार्जुन का जीवन यायावरी का जीवन था. बुढ़ापे में भी वह यह कहते पाए जाते कि जब भी बीमार पड़ूं, किसी ट्रेन का टिकट कटाकर गाड़ी में चढ़ा देना, ठीक हो जाऊंगा. जब वह सरकार की विकास-अवधारणा पर खिसियाते तो कहते कि यदि और कुछ भी करने में सरकार बिलकुल ही नाकाम है तो यही कर दे कि हर नागरिक को देश-भ्रमण करवा दे, इससे कूपमंडूकता तो खत्म होगी. काशी की विद्वत्परंपरा से निकलकर वह आर्यसमाज की तरफ गए, श्रीलंका जाकर बौद्ध बने, उधर से लौटकर आजादी की लड़ाई में शामिल हुए.
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अंग्रेजी गानों की वजह से सुनने पड़े ताने, लेकिन हर बाधा को पार किया : उषा उथुप
- Wednesday November 13, 2019
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भारत में पॉप संगीत को एक नया आयाम और नई ऊंचाई देने वालीं जानी-मानी गायिका उषा उथुप की आधिकारिक जीवनी 'उल्लास की नाव' का लोकार्पण मंगलवार की शाम नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया. यह जीवनी विकास कुमार झा ने लिखी है.
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अल्पना मिश्र: मनुष्यता पर गहराते संकट को बयान करता है 'अस्थि फूल'
- Wednesday October 2, 2019
- Reported by: शहादत
स्त्री-पुरुष के संबंध में बदलाव तो आया है, लेकिन उतना भी नहीं आ पाया. देखने में तो आज स्त्री घर से बाहर निकल रही है. नौकरी कर रही है. पैसा भी कमा रही है, लेकिन उस पैसे पर अभी भी उसका अधिकार नहीं है. अगर वह अपना पैसा खर्च करती है तो उसका हिसाब भी देना होता है. ये जो चीजें हैं ये स्त्री और पुरुष के संबंध में अधिकारों को निर्धारित करती हैं.
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जमाने में हम : दिल्ली का साहित्य जगत और निर्मला जैन के संघर्ष की कथा
- Saturday January 14, 2017
- सूर्यकांत पाठक
दिल्ली का हिन्दी साहित्य जगत और राजधानी के विश्वविद्यालयों का हिन्दी शिक्षण जगत बीती सदी के उत्तरार्ध्द में कैसे बदलता गया, साहित्य जगत में किस तरह की राजनीति चलती रही और इसके समानांतर किस तरह रचनाकर्म, शोध जैसे कार्य होते रहे...यह सब गहराई से समझने के लिए निर्मला जैन की कृति 'जमाने में हम' बड़ी उपयोगी है. राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित यह कृति निर्मला जैन की आत्मकथा है.
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वर्ल्ड बुक फेयर में हुआ 11 काव्य संग्रहों का लोकार्पण
- Saturday January 14, 2017
- Reported by: इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस
विश्व पुस्तक मेले के सातवें दिन राजकमल प्रकाशन समूह पर आलोचक नामवर सिंह द्वारा 11 लेखकों के काव्य संग्रहों का लोकार्पण किया. काव्य संग्रहों में गीत चतुर्वेदी की 'न्यूनतम मैं', दिनेश कुशवाह की 'इतिहास में अभागे', आर. चेतनक्रांति की 'वीरता पर विचलित' का लोकार्पण आलोचक नामवर सिंह द्वारा राजकमल प्रकाशन के पंडाल पर हुआ.
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विश्व पुस्तक मेले में बढ़ रही है पुस्तक प्रेमियों की भीड़
- Friday January 13, 2017
- Written by: श्रीराम शर्मा
दिल्ली में चल रहा विश्व पुस्तक मेला अपने पूरे शबाब पर है. मेले में हिंदी के नामचीन लेखकों की मौजूदगी पुस्तक प्रेमियों को अपनी ओर खींच रही है. शुक्रवार को विभिन्न स्टॉल पर प्रसिद्ध लेखकों की किताबों के लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किए गए.
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मुगल सम्राट अकबर की जिंदगी पर नई किताब ‘अकबर’
- Saturday October 29, 2016
- Reported by: भाषा
मुगल बादशाह अकबर पर आधारित एक नया उपन्यास लेकर आ रहें हैं पत्रकार एवं लेखक शाज़ी ज़माँ. यह उपन्यास लेखक के 20 साल के रिसर्च का परिणाम है. दो दशकों में पहली बार इतिहास और कहानी के पाठकों के लिए इस उपन्यास में अकबर का कैरेक्टर इतनी मजबूती से पेश किया जायेगा.
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