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Mehul Kumar

'Mehul Kumar' - 15 News Result(s)
  • तो क्या गिरफ्तारी से पहले गर्लफ्रेंड के साथ रोमांस ट्रिप पर डोमिनिका पहुंचा था मेहुल चोकसी? रिपोर्ट

    तो क्या गिरफ्तारी से पहले गर्लफ्रेंड के साथ रोमांस ट्रिप पर डोमिनिका पहुंचा था मेहुल चोकसी? रिपोर्ट

    एंटीगुअन प्रधान मंत्री ने एक भगोड़े को पकड़ने के लिए सहयोग के रूप में चोकसी को सीधे भारत निर्वासित करने पर विचार करने का आग्रह डोमिनिका से किया है. ब्राउन ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर चोकसी देश छोड़कर भागा है तो उसकी नागरिकता रद्द कर दी जाएगी.

  • मेहुल चोकसी के निर्वासन में अड़ंगा, डोमिनिका की अदालत ने लगाई रोक

    मेहुल चोकसी के निर्वासन में अड़ंगा, डोमिनिका की अदालत ने लगाई रोक

    PNB Fraud Case: एंटीगुआ के प्रधान मंत्री गैस्टन ब्राउन ने चोकसी को सीधे भारत वापस भेजने के लिए डोमिनिका से पूछा था लेकिन उसके वकीलों ने इसका विरोध किया. वकीलों ने कोर्ट में कहा कि वांछित व्यवसायी को भारत नहीं भेजा जा सकता क्योंकि वह अब वह भारत का नागरिक नहीं है.

  • मेहुल चोकसी का अब क्या होगा? क्या भारत आएगा? डोमिनिका ने ये कहा

    मेहुल चोकसी का अब क्या होगा? क्या भारत आएगा? डोमिनिका ने ये कहा

    मेहुल चोकसी को तब पकड़ा गया, जब वह एंटीगुआ से क्यूबा भागने की कोशिश कर रहा था, जहां वह भारत छोड़ने के बाद 2018 से रह रहा था. उसने कथित तौर पर एंटीगुआ छोड़ दिया और पड़ोसी देश के लिए एक नाव पकड़ी थी लेकिन वह डोमिनिका चला गया. उसके खिलाफ इंटरपोल का लुकआउट सर्कुलर था, जिसके आधार पर उसे पुलिस ने डोमिनिका के एक समुद्र तट से पकड़ लिया था.

  • भारत को लूटो, भारत से भागो, नई योजना आई है क्या प्रधानमंत्री जी

    भारत को लूटो, भारत से भागो, नई योजना आई है क्या प्रधानमंत्री जी

    ऐसा लग रहा है कि भारत से भागने के लिए एयरपोर्ट पर अलग से काउंटर बना हुआ है, जहां से बैंक लूटने वालों को भागने में मदद की जा रही है. टाइम्स आफ इंडिया के नीरज चौहान की एक ख़बर गोदी मीडिया से ग़ायब है. भागने वाले नए खिलाड़ी का नाम है कि नितिन संदेसरा. इन पर 5300 करोड़ रुपये के बैंक फ्राड का आरोप है.

  • जनता के जनता होने की संभावना बची है या समाप्त हो चुकी है...

    जनता के जनता होने की संभावना बची है या समाप्त हो चुकी है...

    जब आंखों पर धर्मांन्धता और धार्मिक गौरव की परतें चढ़ जाती हैं तब चढ़ाने वाले को पता होता है कि अब लोगों को कुछ नहीं दिखेगा. इसीलिए अमित शाह कहते हैं कि बीजेपी पचास साल राज करेगी. कहते हैं कि हम अख़लाक़ के बाद भी जीते. क्या वे किसी की हत्या के लिए किसी भीड़ का धन्यवाद ज्ञापन कर रहे हैं?

  • मोदी और जूदेव के बिड़ला-गांधी, साक्षी बने अमर सिंह से लेकर मेहुल भाई

    मोदी और जूदेव के बिड़ला-गांधी, साक्षी बने अमर सिंह से लेकर मेहुल भाई

    प्रधानमंत्री मोदी का बयान इस बात का क्लासिक उदाहरण है कि राजनीति में अब आरोप और जवाब दोनों ही पुराने हो चुके हैं. कोई आरोप लगाइये तो याद आता है कि पहले भी किसी पर लग चुका है, कोई जवाब दीजिए तो याद आता है कि पहले भी किसी ने ऐसा जवाब दिया है.

  • चौकीदार की यह कैसी 'चौकसी' कि चौकी लेकर भागा चौकसी

    चौकीदार की यह कैसी 'चौकसी' कि चौकी लेकर भागा चौकसी

    आने दीजिए रवांडा से मोदी जी को, 200 गायों की इंटरनेशनल डिलिवरी में ज़्यादा वक्त नहीं लगता है. ये काम तो अमेजन कर सकता था मगर गाय का मामला है तो मोदी जी ख़ुद लेकर गए हैं. वहां से लौटते ही वे ख़ुद ही वहां के राष्ट्रपति को फोन करेंगे और कहेंगे कि मैं अपने नागरिक को भारत नहीं ला सका, कम से कम तुम अपने नागरिक को भारत भेज दो. तब तक सुषमा जी एंटीगुआ के राजदूत को बुलाकर उन्हें इसलामाबाद भेज दें. एंटीगुआ ने मेहुल चौकसी को पासपोर्ट देकर भारत को चुनौती दी है. उसकी हिम्मत देखिए, इंटरपोल के ज़रिए भारत को नहीं बताया, बल्कि सीधे बताया है. ऐसा इंडियन एक्सप्रेस में सूत्रों के हवाले से छपा है.

  • बैंकों की कमर टूटी है, अब आपका गुल्लक भी टूटेगा, तमाशा देखते रहिए

    बैंकों की कमर टूटी है, अब आपका गुल्लक भी टूटेगा, तमाशा देखते रहिए

    लाखों करोड़ का लोन लेकर बैंकों को दरका देने वालों का नाम न बताने में ही सरकार ने चार साल ख़र्च कर दिए, अब ख़बरें आ रही हैं कि बैंकों ने 17,000 बकायेदारों पर मुकदमा कर दिया है. इन पर 2 लाख 65 हज़ार करोड़ का बक़ाया है.

  • बैंकरों पर बैंकिंग के अलावा बाकी बोझ क्यों?

    बैंकरों पर बैंकिंग के अलावा बाकी बोझ क्यों?

    दक्षिण कोरिया की संसद ने एक कानून बनाया है जिसके बाद अब वहां के लोग एक सप्ताह में 68 घंटे की जगह 52 घंटे ही काम करेंगे. आप सोच रहे होंगे कि मैं दक्षिण कोरिया की बात क्यों बता रहा हूं. वो इसलिए बता रहा हूं कि भारत के सरकारी बैंकों में काम करने वाले 90 फीसदी लोग सुबह 10 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक काम करते हैं. टारगेट और ट्रांसफर की तलवार से उनसे इतना काम कराया जाता है. इसमें आप शनिवार और रविवार के भी 20 घंटे जोड़ लेंगे तो यह दक्षिण कोरिया के पहले वाले 68 घंटे से भी 2 घंटा ज़्यादा है, यानी 70 घंटे काम करते हैं आपके सरकारी बैंकर.

  • क्या बैंकों में दिखता है स्वच्छ भारत अभियान?

    क्या बैंकों में दिखता है स्वच्छ भारत अभियान?

    भले ही आप मुझे न देखें लेकिन टीवी कम देखिए. बहुत से लोग अब सोशल मीडिया पर उन चैनलों की करतूत को लेकर लतीफा बना रहे हैं. एक तो पहले श्रीदेवी की दुखद मौत हुई उसके बाद हर चैनल ने श्रीदेवी को अपने अपने हिसाब से मारा और उसे देखने वाले हर दर्शक ने लतीफा बनाकर अपने अपने हिसाब से मारा. आप समझ तो रहे ही होंगे कि टीवी के पास आपकी संवेदनशीलता ख़त्म करने की कितनी ताकत है. कोई पहला मौका तो नहीं है, इस तरह से न्यूज़ चैनल हज़ार बार कर चुके हैं और आगे भी करते रहेंगे. पर एक सवाल आप खुद से पूछिए क्या वाकई आपने तय कर लिया है कि ख़ुद और समाज को बर्बाद कर देना है. 

  • हमारे लाखों बैंक कर्मियों की दुनिया का भयावह दस्तावेज

    हमारे लाखों बैंक कर्मियों की दुनिया का भयावह दस्तावेज

    बैंक कर्मचारियों के सैंकड़ों मेसेज पढ़ गया. उनकी व्यथा तो वाकई भयानक है. क्या किसी को डर नहीं है कि दस लाख लोगों का यह जत्था उसे कितना राजनीतिक नुकसान पहुंचा सकता है? कई दिनों से हज़ारों मेसेज पढ़ते हुए यही लगा कि बैंक के कर्मचारी और अधिकारी भयंकर मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं. उनके भीतर घुटन सीमा पार कर गई है.

  • प्राइम टाइम : हमारे बैंक कर्मचारियों का हाल क्या है?

    प्राइम टाइम : हमारे बैंक कर्मचारियों का हाल क्या है?

    जब नोटबंदी के लिए बैंक के कर्मचारी रात रात भर जाग रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि सरकारी बैंकों को प्राइवेट हाथों में बेच दो. जब लाखों बैंक कर्मचारी अपने काम से अतिरिक्त समय निकाल कर जनधन के लाखों खाते खोल रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि ये नकारे हैं, बोझ हैं, इन बैंकों को प्राइवेट हाथों में बेच दो. जब कई प्रकार की प्रधानमंत्री बीमा योजनाएं, मनरेगा से लेकर वृद्धा पेंशन के खातों में 200 से 1000 रुपये खाते में जमा किए जा रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि सरकार बैंक के कर्मचारी नकारे हैं, इन बैंकों को बेच दो. 

  • पीएनबी घोटाले के तार कहां-कहां तक फैले?

    पीएनबी घोटाले के तार कहां-कहां तक फैले?

    प्रेस कांफ्रेंस में जो सवाल उठाए जा रहे हैं वो शोर पैदा करने के लिए ज़्यादा लगते हैं, जवाब देने के लिए कम. ख़बरों में यह सूचना ठेली गई कि 5000 करोड़ से अधिक की संपत्ति बरामद हो गई. तो इन मामलों के जानकारों ने कहा कि नीरव मोदी का खेल ही 10 रुपये के माल को 500 रुपए का बता कर बेचने का है.

  • क्रांतिवीर और तिरंगा के निर्देशक वापसी कर रहे हैं एक बार फिर नए संदेश के साथ

    क्रांतिवीर और तिरंगा के निर्देशक वापसी कर रहे हैं एक बार फिर नए संदेश के साथ

    फ़िल्म 'क्रांतिवीर' और 'तिरंगा' जैसी समाज को संदेश देने वाली सुपरहिट फ़िल्म बनाने वाले फ़िल्मकार मेहुल कुमार कुछ नई उम्मीदों और नए विषयों के साथ वापसी कर रहे हैं।

  • अब फ़िल्में बनाना मेरे बस की बात नहीं : मेहुल कुमार

    बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता निर्देशक मेहुल कुमार ने अब फिल्म बनाने को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। मेहुल कुमार ने हमसे बात करते हुए साफ़ कहा कि अब मैं फिल्म बनाना नहीं चाहता, क्योंकि यह मेरे बस की बात नहीं।

'Mehul Kumar' - 15 News Result(s)
  • तो क्या गिरफ्तारी से पहले गर्लफ्रेंड के साथ रोमांस ट्रिप पर डोमिनिका पहुंचा था मेहुल चोकसी? रिपोर्ट

    तो क्या गिरफ्तारी से पहले गर्लफ्रेंड के साथ रोमांस ट्रिप पर डोमिनिका पहुंचा था मेहुल चोकसी? रिपोर्ट

    एंटीगुअन प्रधान मंत्री ने एक भगोड़े को पकड़ने के लिए सहयोग के रूप में चोकसी को सीधे भारत निर्वासित करने पर विचार करने का आग्रह डोमिनिका से किया है. ब्राउन ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर चोकसी देश छोड़कर भागा है तो उसकी नागरिकता रद्द कर दी जाएगी.

  • मेहुल चोकसी के निर्वासन में अड़ंगा, डोमिनिका की अदालत ने लगाई रोक

    मेहुल चोकसी के निर्वासन में अड़ंगा, डोमिनिका की अदालत ने लगाई रोक

    PNB Fraud Case: एंटीगुआ के प्रधान मंत्री गैस्टन ब्राउन ने चोकसी को सीधे भारत वापस भेजने के लिए डोमिनिका से पूछा था लेकिन उसके वकीलों ने इसका विरोध किया. वकीलों ने कोर्ट में कहा कि वांछित व्यवसायी को भारत नहीं भेजा जा सकता क्योंकि वह अब वह भारत का नागरिक नहीं है.

  • मेहुल चोकसी का अब क्या होगा? क्या भारत आएगा? डोमिनिका ने ये कहा

    मेहुल चोकसी का अब क्या होगा? क्या भारत आएगा? डोमिनिका ने ये कहा

    मेहुल चोकसी को तब पकड़ा गया, जब वह एंटीगुआ से क्यूबा भागने की कोशिश कर रहा था, जहां वह भारत छोड़ने के बाद 2018 से रह रहा था. उसने कथित तौर पर एंटीगुआ छोड़ दिया और पड़ोसी देश के लिए एक नाव पकड़ी थी लेकिन वह डोमिनिका चला गया. उसके खिलाफ इंटरपोल का लुकआउट सर्कुलर था, जिसके आधार पर उसे पुलिस ने डोमिनिका के एक समुद्र तट से पकड़ लिया था.

  • भारत को लूटो, भारत से भागो, नई योजना आई है क्या प्रधानमंत्री जी

    भारत को लूटो, भारत से भागो, नई योजना आई है क्या प्रधानमंत्री जी

    ऐसा लग रहा है कि भारत से भागने के लिए एयरपोर्ट पर अलग से काउंटर बना हुआ है, जहां से बैंक लूटने वालों को भागने में मदद की जा रही है. टाइम्स आफ इंडिया के नीरज चौहान की एक ख़बर गोदी मीडिया से ग़ायब है. भागने वाले नए खिलाड़ी का नाम है कि नितिन संदेसरा. इन पर 5300 करोड़ रुपये के बैंक फ्राड का आरोप है.

  • जनता के जनता होने की संभावना बची है या समाप्त हो चुकी है...

    जनता के जनता होने की संभावना बची है या समाप्त हो चुकी है...

    जब आंखों पर धर्मांन्धता और धार्मिक गौरव की परतें चढ़ जाती हैं तब चढ़ाने वाले को पता होता है कि अब लोगों को कुछ नहीं दिखेगा. इसीलिए अमित शाह कहते हैं कि बीजेपी पचास साल राज करेगी. कहते हैं कि हम अख़लाक़ के बाद भी जीते. क्या वे किसी की हत्या के लिए किसी भीड़ का धन्यवाद ज्ञापन कर रहे हैं?

  • मोदी और जूदेव के बिड़ला-गांधी, साक्षी बने अमर सिंह से लेकर मेहुल भाई

    मोदी और जूदेव के बिड़ला-गांधी, साक्षी बने अमर सिंह से लेकर मेहुल भाई

    प्रधानमंत्री मोदी का बयान इस बात का क्लासिक उदाहरण है कि राजनीति में अब आरोप और जवाब दोनों ही पुराने हो चुके हैं. कोई आरोप लगाइये तो याद आता है कि पहले भी किसी पर लग चुका है, कोई जवाब दीजिए तो याद आता है कि पहले भी किसी ने ऐसा जवाब दिया है.

  • चौकीदार की यह कैसी 'चौकसी' कि चौकी लेकर भागा चौकसी

    चौकीदार की यह कैसी 'चौकसी' कि चौकी लेकर भागा चौकसी

    आने दीजिए रवांडा से मोदी जी को, 200 गायों की इंटरनेशनल डिलिवरी में ज़्यादा वक्त नहीं लगता है. ये काम तो अमेजन कर सकता था मगर गाय का मामला है तो मोदी जी ख़ुद लेकर गए हैं. वहां से लौटते ही वे ख़ुद ही वहां के राष्ट्रपति को फोन करेंगे और कहेंगे कि मैं अपने नागरिक को भारत नहीं ला सका, कम से कम तुम अपने नागरिक को भारत भेज दो. तब तक सुषमा जी एंटीगुआ के राजदूत को बुलाकर उन्हें इसलामाबाद भेज दें. एंटीगुआ ने मेहुल चौकसी को पासपोर्ट देकर भारत को चुनौती दी है. उसकी हिम्मत देखिए, इंटरपोल के ज़रिए भारत को नहीं बताया, बल्कि सीधे बताया है. ऐसा इंडियन एक्सप्रेस में सूत्रों के हवाले से छपा है.

  • बैंकों की कमर टूटी है, अब आपका गुल्लक भी टूटेगा, तमाशा देखते रहिए

    बैंकों की कमर टूटी है, अब आपका गुल्लक भी टूटेगा, तमाशा देखते रहिए

    लाखों करोड़ का लोन लेकर बैंकों को दरका देने वालों का नाम न बताने में ही सरकार ने चार साल ख़र्च कर दिए, अब ख़बरें आ रही हैं कि बैंकों ने 17,000 बकायेदारों पर मुकदमा कर दिया है. इन पर 2 लाख 65 हज़ार करोड़ का बक़ाया है.

  • बैंकरों पर बैंकिंग के अलावा बाकी बोझ क्यों?

    बैंकरों पर बैंकिंग के अलावा बाकी बोझ क्यों?

    दक्षिण कोरिया की संसद ने एक कानून बनाया है जिसके बाद अब वहां के लोग एक सप्ताह में 68 घंटे की जगह 52 घंटे ही काम करेंगे. आप सोच रहे होंगे कि मैं दक्षिण कोरिया की बात क्यों बता रहा हूं. वो इसलिए बता रहा हूं कि भारत के सरकारी बैंकों में काम करने वाले 90 फीसदी लोग सुबह 10 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक काम करते हैं. टारगेट और ट्रांसफर की तलवार से उनसे इतना काम कराया जाता है. इसमें आप शनिवार और रविवार के भी 20 घंटे जोड़ लेंगे तो यह दक्षिण कोरिया के पहले वाले 68 घंटे से भी 2 घंटा ज़्यादा है, यानी 70 घंटे काम करते हैं आपके सरकारी बैंकर.

  • क्या बैंकों में दिखता है स्वच्छ भारत अभियान?

    क्या बैंकों में दिखता है स्वच्छ भारत अभियान?

    भले ही आप मुझे न देखें लेकिन टीवी कम देखिए. बहुत से लोग अब सोशल मीडिया पर उन चैनलों की करतूत को लेकर लतीफा बना रहे हैं. एक तो पहले श्रीदेवी की दुखद मौत हुई उसके बाद हर चैनल ने श्रीदेवी को अपने अपने हिसाब से मारा और उसे देखने वाले हर दर्शक ने लतीफा बनाकर अपने अपने हिसाब से मारा. आप समझ तो रहे ही होंगे कि टीवी के पास आपकी संवेदनशीलता ख़त्म करने की कितनी ताकत है. कोई पहला मौका तो नहीं है, इस तरह से न्यूज़ चैनल हज़ार बार कर चुके हैं और आगे भी करते रहेंगे. पर एक सवाल आप खुद से पूछिए क्या वाकई आपने तय कर लिया है कि ख़ुद और समाज को बर्बाद कर देना है. 

  • हमारे लाखों बैंक कर्मियों की दुनिया का भयावह दस्तावेज

    हमारे लाखों बैंक कर्मियों की दुनिया का भयावह दस्तावेज

    बैंक कर्मचारियों के सैंकड़ों मेसेज पढ़ गया. उनकी व्यथा तो वाकई भयानक है. क्या किसी को डर नहीं है कि दस लाख लोगों का यह जत्था उसे कितना राजनीतिक नुकसान पहुंचा सकता है? कई दिनों से हज़ारों मेसेज पढ़ते हुए यही लगा कि बैंक के कर्मचारी और अधिकारी भयंकर मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं. उनके भीतर घुटन सीमा पार कर गई है.

  • प्राइम टाइम : हमारे बैंक कर्मचारियों का हाल क्या है?

    प्राइम टाइम : हमारे बैंक कर्मचारियों का हाल क्या है?

    जब नोटबंदी के लिए बैंक के कर्मचारी रात रात भर जाग रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि सरकारी बैंकों को प्राइवेट हाथों में बेच दो. जब लाखों बैंक कर्मचारी अपने काम से अतिरिक्त समय निकाल कर जनधन के लाखों खाते खोल रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि ये नकारे हैं, बोझ हैं, इन बैंकों को प्राइवेट हाथों में बेच दो. जब कई प्रकार की प्रधानमंत्री बीमा योजनाएं, मनरेगा से लेकर वृद्धा पेंशन के खातों में 200 से 1000 रुपये खाते में जमा किए जा रहे थे तब किसी ने नहीं कहा कि सरकार बैंक के कर्मचारी नकारे हैं, इन बैंकों को बेच दो. 

  • पीएनबी घोटाले के तार कहां-कहां तक फैले?

    पीएनबी घोटाले के तार कहां-कहां तक फैले?

    प्रेस कांफ्रेंस में जो सवाल उठाए जा रहे हैं वो शोर पैदा करने के लिए ज़्यादा लगते हैं, जवाब देने के लिए कम. ख़बरों में यह सूचना ठेली गई कि 5000 करोड़ से अधिक की संपत्ति बरामद हो गई. तो इन मामलों के जानकारों ने कहा कि नीरव मोदी का खेल ही 10 रुपये के माल को 500 रुपए का बता कर बेचने का है.

  • क्रांतिवीर और तिरंगा के निर्देशक वापसी कर रहे हैं एक बार फिर नए संदेश के साथ

    क्रांतिवीर और तिरंगा के निर्देशक वापसी कर रहे हैं एक बार फिर नए संदेश के साथ

    फ़िल्म 'क्रांतिवीर' और 'तिरंगा' जैसी समाज को संदेश देने वाली सुपरहिट फ़िल्म बनाने वाले फ़िल्मकार मेहुल कुमार कुछ नई उम्मीदों और नए विषयों के साथ वापसी कर रहे हैं।

  • अब फ़िल्में बनाना मेरे बस की बात नहीं : मेहुल कुमार

    बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता निर्देशक मेहुल कुमार ने अब फिल्म बनाने को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। मेहुल कुमार ने हमसे बात करते हुए साफ़ कहा कि अब मैं फिल्म बनाना नहीं चाहता, क्योंकि यह मेरे बस की बात नहीं।