India | Reported by: परिमल कुमार, Edited by: श्रावणी शैलजा |शनिवार सितम्बर 10, 2022 03:47 PM IST न्यूट्रिश्नल सपोर्ट के अलावा गोद लिए हुए मरीज को एडिश्नल सपोर्ट भी किया जा सकता है. उदाहरण के तौर पर कोई जांच अगर उस मरीज़ को करवानी है, तो गोद लेने वाला शख्स उसे धन राशि दे सकता है.