Cloudburst Tragedy
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"एकाएक आंखों के सामने..." हम जा रहे थे और तभी बहुत तेज आवाज आई, किश्तवाड़ में मची तबाही पर लोगों की आपबीती
- Sunday August 17, 2025
मलबे के ढेर के बीच फंसी जिंदगी (लोगों) को ढूंढ़ने के लिए लागातर राहत और बचाव कार्य जारी है. उम्मीद जताई जा रही है कि रेस्क्यू टीम मलबे के बीच से अभी भी कुछ लोगों को जिंदा निकाल सकते हैं.
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कैसे खीर गंगा बनी उत्तरकाशी की सबसे खतरनाक नदी? जानिए कैसे पड़ा इसका नाम, क्या है पूरी कहानी
- Wednesday August 13, 2025
Kheer Ganga River : खीर गंगा नदी का इतिहास काफी पुराना है. कई बार इसने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है. इसके नाम के पीछे कई लोककथाएं हैं, जो इसे खास बनाती हैं. 5 अगस्त को इस नदी ने धराली गांव में तबाही मचाई, जिसका खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है.
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Ground Report: धरती में समाए कल्प केदार प्रकट हो जाएंगे! जानें ऐसा क्यों बोल रहे धराली के गांववाले
- Saturday August 9, 2025
उत्तरकाशी के धराली में 5 अगस्त को आई भीषण आपदा ने पूरे गांव के भूगोल को बदल दिया है. NDTV की टीम इस समय धराली में मौजूद है. शनिवार को NDTV टीम धराली में स्थित ऐतिहासिक कल्प केदार मंदिर के स्थान पर पहुंची, जो अब मलबे के नीचे समाधि ले चुका है.
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2013 में केदारनाथ... 2025 में धराली, सैलाब में तबाह दो जगहों की रूह कंपाने वाली कहानी
- Tuesday August 5, 2025
उत्तरकाशी का धराली गांव पर्यटकों में खासा लोकप्रिय है, लेकिन अब यहां रूह कंपाने वाली त्रासदी की दर्दनाक चीखें गूंज रही हैं. सैलाब ने जिस तरह धराली में तबाही मचाई, वैसा ही सैलाब 2013 में केदारनाथ के ऊपर से भी आया था. धराली और केदारनाथ में आपदा से पहले और बाद के हालात पर एक नजर-
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General knowledge : कैसे फटता है बादल? अचानक कैसे आता है पानी का सैलाब
- Tuesday August 5, 2025
Cloudburst in Uttarakhand : बादल फटने से होने वाली बारिश 100 किलोमीटर/घंटा होती है. इसको मूसलाधार बारिश भी कहते हैं. यह प्राकृतिक अपदा अमूमन पृथ्वी से 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर होती है.
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चारधाम यात्रा के पवित्र स्थल केदारनाथ में लगा कूड़े का ढेर, एक्सपर्ट ने विनाशकारी आपदा का जिक्र कर चेताया
- Sunday May 22, 2022
दो साल के अंतराल के बाद तीर्थयात्रियों के लिए फिर से खोले गए चार धाम में लाखों श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पवित्र स्थलों के मार्ग प्लास्टिक सहित सभी प्रकार के कचरे से अटे पड़े हैं. नतीजतन पवित्र स्थल विशाल कचरे के ढेर में बदल रहे हैं.
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- Sunday August 17, 2025
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