Bulandshahr Cow Violence
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बुलंदशहर हिंसा: जेल से बाहर आ सकता है गोकशी का आरोपी महबूब अली, रासुका पर SC ने लगाई रोक
- Friday August 30, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: ऋतुराज त्रिपाठी
सुप्रीम कोर्ट ने कथित गोकशी के एक आरोपी महबूब अली की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका ( NSA) पर रोक लगा दी है. मामले में जस्टिस रोहिंटन नरीमन ने कहा कि यह ऐसा मामला नहीं है जहां शांति और सौहार्द भंग हो. यह बेतुका है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से महबूब अली जेल से बाहर आ सकता है. महबूब अली ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि उसका नाम FIR में भी नहीं था लेकिन यूपी पुलिस ने अन्य लोगों के बयानों के आधार पर उसको आरोपी बनाया.
- ndtv.in
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बजरंग दल और VHP के पोस्टर्स में बुलंदशहर हिंसा का मुख्य आरोपी योगेश राज, दे रहा है मकर संक्रांति और गणतंत्र दिवस की बधाई
- Monday January 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
योगेश राज हिंसा के बाद एक महीने तक फरार रहा, हालांकि, इस दौरान उसने वीडियो भी जारी किए, जिसमें उसने खुद को बेगुनाह बताया था. वीडियो सामने आने के बाद प्रदेश की पुलिस पर उसको लेकर सॉफ्ट नजरिया रखने का आरोप लगा था. इतना ही नहीं, बल्कि सीएम योगी आदित्यनाथ का भी सुरक्षा समीक्षा बैठक में हिंसा की घटना पर कम ध्यान देते हुए गोकशी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर जोर रहा.
- ndtv.in
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बुलंदशहर गोकशी मामला: पहले बताया 'बेगुनाह' तो पुलिस नहीं मानी, अब 17 दिन बाद खुद पुलिस बोली- ये निर्दोष है
- Wednesday December 19, 2018
- Reported by: सौरभ शुक्ला
सर्फुद्दीन को यूपी पुलिस ने 3 दिसंबर की रात हिरासत में ले लिया था, इसके बाद उसे पांच दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया. जब सर्फुद्दीन को गिरफ्तार किया गया तो उसने खुद को 'निर्दोष' बताया था. लेकिन पुलिस ने उसकी एक बात भी नहीं मानी और उसे गिरफ्तार कर लिया.
- ndtv.in
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बुलंदशहर गोकशी मामले में 4 निर्दोषों को यूपी पुलिस ने पकड़ा, 17 दिन रहना पड़ा जेल, अब हुई असल गिरफ्तारी
- Wednesday December 19, 2018
- Reported by: सौरभ शुक्ला
बुलंदशहर में गोकशी के मामले में यूपी पुलिस ने पूरी तरह यू-टर्न ले लिया है. पुलिस ने पहले जिन चार लोगों सर्फ़ुद्दीन, नन्हे, साजिद और आसिफ़ को गिरफ़्तार किया था, अब 17 दिन बाद पुलिस उन्हें निर्दोष बता रही है और पुलिस इनकी रिहाई के लिए कोर्ट जाएगी. पुलिस के मुताबिक़ मंगलवार को जो तीन लोग नदीम, रईस और काला गिरफ़्तार किए गए हैं, वो असली गुनहगार हैं. हालांकि हिंसा मामले में मुख्य आरोपी योगेश राज ने जो FIR दर्ज कराई थी, उनमें इन तीनों का नाम नहीं है.
- ndtv.in
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बुलंदशहर में गोहत्या के मामले में 3 गिरफ्तार, हिंसा का मुख्य आरोपी अब भी फरार
- Wednesday December 19, 2018
- भाषा
बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने गोहत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है. हालांकि, इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या और हिंसा फैलाने के मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं. पुलिस ने इस मामले में एक प्रेस रीलीज़ जारी कर कहा है कि ये आरोपी पहले गायों को मारते थे और उसके बाद उसका मांस आपस में बांट लेते थे. इन सब के बीच पुलिस ने इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या मामले में भी दो लोगों को गिरफ़्तार किया है.. लेकिन दो हफ़्ते बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी बजरंग दल के योगेश राज और शिखर अग्रवाल को पुलिस पकड़ नहीं पाई है.. हांलाकि ये दोनों ही आरोपी सोशल मीडिया और टीवी चैनल पर दिखाई दे रहे हैं.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: मुख्य आरोपियों में से एक ने किया सरेंडर, बजरंग दल का नेता योगेश राज अभी भी फरार
- Thursday December 20, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
बुलंदशहर जिले के एक गांव में कथित रूप से गायों के अवशेष मिलने के बाद करीब 400 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. भीड़ को जब समझाने पुलिस पहुंची तो उसने पुलिस पर ही हमला कर दिया. इसके बाद भड़की हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक नागरिक की मौत हो गई. घटना के दो सप्ताह बाद भी पुलिस अभी मुख्य आरोपी योगेश राज की तलाश कर रही है.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: गोकशी रोकने को लेकर यूपी पुलिस का अनोखा अभियान, गांव-गांव जाकर लोगों को दिलाएंगे शपथ
- Friday December 14, 2018
- Reported by: शरद शर्मा, Written by: Samarjeet Singh
कुछ दिन पहले ही बुलंदशहर में हुई ऐसी ही हिंसा (Bulandshahr Violence) में एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक आम नागरिक की हत्या कर दी गई थी. पुलिस के इस अभियान के तहत मेरठ जिले के किठौर थाने के प्रभारी (UP Police) का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह गांव के लोगों को गोकशी (Cow slaughtering) रोकने के लिए शपथ खिलाते दिख रहे हैं.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: गोकशी के आरोप में गिरफ्तारी पर उठे सवाल, जिनके नाम FIR में नहीं उन्हें किया अरेस्ट
- Monday December 10, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
गोकशी के मामले में बुधवार सुबह पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. सरफुद्दीन का नाम एफआईआर में था, जो गारमेंट का काम करते हैं. सरफुद्दीन के परिवार का दावा है कि जिस दिन गांव में गोवंश के अवशेष मिले थे, उस दिन वह वहां से 40 किलोमीटर दूर इज्तिमा में थे. उनके भाई मोहम्मद हुसैन का कहना है, 'वह उस दिन इज्तिमा में थे और उनकी पार्किंग में ड्यूटी लगी हुई थी. मेरे पास सबूत हैं कि वह उस दिन वहां नहीं था. उसकी जीपीएस लोकेशन ट्रैक की जा सकती है और यह जांचा जा सकता है कि वह महाव में उस दिन थे या नहीं.'
- ndtv.in
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क्या सुलझेगी इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या की गुत्थी? 10 प्वाइंट में जानें बुलंदशहर मामले में अब तक क्या हुआ
- Sunday December 9, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr mob violence) में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मामला अभी भी नहीं सुलझ पाया है. हालांकि, इंस्पेक्टर की हत्या का मुख्य संदिग्ध आर्मी जवान जीतू फौजी (Jitu Fauji) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. मगर जीतू ने हत्या करने की बात से साफ तौर पर इनकार कर दिया है. बताया जा रहा है कि सेना ने जीतू को रात करीब साढ़े बारह बजे पुलिस के हवाले कर दिया. एनडीटीवी से सूत्रों ने कहा कि वह पिछले 36 घंटे से पुलिस की रडार पर था. पुलिस की हिरासत में जीतू से पुछताछ हुई. पुलिस के सामने जीतू ने स्वीकार किया है कि वह भीड़ का हिस्सा था. दरअसल, बुलंदशहर में गोकशी के शक में भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह थे और एक सुमित नाम का युवक था. चलिए अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ जानते हैं.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: जीतू की गिरफ्तारी पर बोले यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी- आखिर क्यों भीड़ को उकसा रहा था सेना का जवान
- Sunday December 9, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
यूपी के बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मुख्य संदिग्ध आर्मी जवान जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जितेंद्र मलिक को रविवार की रात सेना ने पुलिस के हवाले कर दिया. एनडीटीवी से सूत्रों ने कहा कि वह बीते 36 घंटों से पुलिस की रडार पर था. पुछताछ में पुलिस के सामने जीतू ने स्वीकार किया है कि वह भीड़ का हिस्सा था. दरअसल, यूपी के बुलंदशहर में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह थे और एक सुमित नाम का युवक था.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मुख्य संदिग्ध जीतू फौजी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
- Sunday December 9, 2018
- Reported by: शरद शर्मा
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr mob violence) में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मुख्य संदिग्ध आर्मी जवान जीतू फौजी (Jitu Fauji) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
- ndtv.in
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Bulandshar Violance: आरोपी जीतू फौजी के बचाव में उतरा भाई, कहा- साजिश के तहत फंसाया जा रहा
- Saturday December 8, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का आरोपी जितेंद्र मलिक (Jitendra malik) उर्फ जीतू फौजी (Jitu Fauji) को हिरासत में ले लिया गया है. बताया जा रहा है कि जीतू फौजी राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात है और हिंसा के दिन मौके पर भी मौजूद था. हालांकि, जीतू के हिरासत की खबर सूत्रों ने दी है. उधर, धर्मेंद्र मलिक (जीतू के भाई) ने ANI से कहा कि उसके भाई को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
- ndtv.in
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योगी सरकार के मंत्री बोले- बुलंदशहर हिंसा BJP की साजिश, 2019 में वोट बैंक के चक्कर में करवा रही
- Saturday December 8, 2018
- आईएएनएस
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को कहा कि बहराइच से भाजपा सांसद सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना बहुत सही निर्णय है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सांसदों और विधायकों की सुनी नहीं जा रही है. ऐसे में उन्होंने जो निर्णय लिया है वह बिल्कुल ठीक है. बता दें कि बीते दिनों दलित नेता सावित्रीबाई फुले बीजेपी से इस्तीफा दिया था और यह आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी समाज को बांटने की कोशिश कर रही है.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर की हत्या के आरोपी आर्मी जवान की मां बोली- अगर जीतू दोषी, तो खुद मार दूंगी गोली
- Friday December 7, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
बुलंदशहर हिंसा मामले में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का शक जिस आर्मी जवान जीतू उर्फ फौजी पर लग रहा है, उसकी मां इस आरोप से इनकार कर रही हैं.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा में आर्मी जवान पर इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का शक, पुलिस की दो टीमें जम्मू-कश्मीर रवाना: सूत्र
- Friday December 7, 2018
- Reported by: सौरभ शुक्ला
यूपी के बुलंदशहर भीड़ हिंसा मामले में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या को लेकर अब बड़ी खबर आई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या जीतू उर्फ फौजी की गोली से हुई है. बताया जा रहा है कि छुट्टी पर जम्मू-कश्मीर से घर आया था फौजी.
- ndtv.in
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बुलंदशहर हिंसा: जेल से बाहर आ सकता है गोकशी का आरोपी महबूब अली, रासुका पर SC ने लगाई रोक
- Friday August 30, 2019
- Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: ऋतुराज त्रिपाठी
सुप्रीम कोर्ट ने कथित गोकशी के एक आरोपी महबूब अली की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका ( NSA) पर रोक लगा दी है. मामले में जस्टिस रोहिंटन नरीमन ने कहा कि यह ऐसा मामला नहीं है जहां शांति और सौहार्द भंग हो. यह बेतुका है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से महबूब अली जेल से बाहर आ सकता है. महबूब अली ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि उसका नाम FIR में भी नहीं था लेकिन यूपी पुलिस ने अन्य लोगों के बयानों के आधार पर उसको आरोपी बनाया.
- ndtv.in
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बजरंग दल और VHP के पोस्टर्स में बुलंदशहर हिंसा का मुख्य आरोपी योगेश राज, दे रहा है मकर संक्रांति और गणतंत्र दिवस की बधाई
- Monday January 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
योगेश राज हिंसा के बाद एक महीने तक फरार रहा, हालांकि, इस दौरान उसने वीडियो भी जारी किए, जिसमें उसने खुद को बेगुनाह बताया था. वीडियो सामने आने के बाद प्रदेश की पुलिस पर उसको लेकर सॉफ्ट नजरिया रखने का आरोप लगा था. इतना ही नहीं, बल्कि सीएम योगी आदित्यनाथ का भी सुरक्षा समीक्षा बैठक में हिंसा की घटना पर कम ध्यान देते हुए गोकशी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर जोर रहा.
- ndtv.in
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बुलंदशहर गोकशी मामला: पहले बताया 'बेगुनाह' तो पुलिस नहीं मानी, अब 17 दिन बाद खुद पुलिस बोली- ये निर्दोष है
- Wednesday December 19, 2018
- Reported by: सौरभ शुक्ला
सर्फुद्दीन को यूपी पुलिस ने 3 दिसंबर की रात हिरासत में ले लिया था, इसके बाद उसे पांच दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया. जब सर्फुद्दीन को गिरफ्तार किया गया तो उसने खुद को 'निर्दोष' बताया था. लेकिन पुलिस ने उसकी एक बात भी नहीं मानी और उसे गिरफ्तार कर लिया.
- ndtv.in
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बुलंदशहर गोकशी मामले में 4 निर्दोषों को यूपी पुलिस ने पकड़ा, 17 दिन रहना पड़ा जेल, अब हुई असल गिरफ्तारी
- Wednesday December 19, 2018
- Reported by: सौरभ शुक्ला
बुलंदशहर में गोकशी के मामले में यूपी पुलिस ने पूरी तरह यू-टर्न ले लिया है. पुलिस ने पहले जिन चार लोगों सर्फ़ुद्दीन, नन्हे, साजिद और आसिफ़ को गिरफ़्तार किया था, अब 17 दिन बाद पुलिस उन्हें निर्दोष बता रही है और पुलिस इनकी रिहाई के लिए कोर्ट जाएगी. पुलिस के मुताबिक़ मंगलवार को जो तीन लोग नदीम, रईस और काला गिरफ़्तार किए गए हैं, वो असली गुनहगार हैं. हालांकि हिंसा मामले में मुख्य आरोपी योगेश राज ने जो FIR दर्ज कराई थी, उनमें इन तीनों का नाम नहीं है.
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बुलंदशहर में गोहत्या के मामले में 3 गिरफ्तार, हिंसा का मुख्य आरोपी अब भी फरार
- Wednesday December 19, 2018
- भाषा
बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने गोहत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है. हालांकि, इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या और हिंसा फैलाने के मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं. पुलिस ने इस मामले में एक प्रेस रीलीज़ जारी कर कहा है कि ये आरोपी पहले गायों को मारते थे और उसके बाद उसका मांस आपस में बांट लेते थे. इन सब के बीच पुलिस ने इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या मामले में भी दो लोगों को गिरफ़्तार किया है.. लेकिन दो हफ़्ते बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी बजरंग दल के योगेश राज और शिखर अग्रवाल को पुलिस पकड़ नहीं पाई है.. हांलाकि ये दोनों ही आरोपी सोशल मीडिया और टीवी चैनल पर दिखाई दे रहे हैं.
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बुलंदशहर हिंसा: मुख्य आरोपियों में से एक ने किया सरेंडर, बजरंग दल का नेता योगेश राज अभी भी फरार
- Thursday December 20, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
बुलंदशहर जिले के एक गांव में कथित रूप से गायों के अवशेष मिलने के बाद करीब 400 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. भीड़ को जब समझाने पुलिस पहुंची तो उसने पुलिस पर ही हमला कर दिया. इसके बाद भड़की हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक नागरिक की मौत हो गई. घटना के दो सप्ताह बाद भी पुलिस अभी मुख्य आरोपी योगेश राज की तलाश कर रही है.
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बुलंदशहर हिंसा: गोकशी रोकने को लेकर यूपी पुलिस का अनोखा अभियान, गांव-गांव जाकर लोगों को दिलाएंगे शपथ
- Friday December 14, 2018
- Reported by: शरद शर्मा, Written by: Samarjeet Singh
कुछ दिन पहले ही बुलंदशहर में हुई ऐसी ही हिंसा (Bulandshahr Violence) में एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक आम नागरिक की हत्या कर दी गई थी. पुलिस के इस अभियान के तहत मेरठ जिले के किठौर थाने के प्रभारी (UP Police) का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह गांव के लोगों को गोकशी (Cow slaughtering) रोकने के लिए शपथ खिलाते दिख रहे हैं.
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बुलंदशहर हिंसा: गोकशी के आरोप में गिरफ्तारी पर उठे सवाल, जिनके नाम FIR में नहीं उन्हें किया अरेस्ट
- Monday December 10, 2018
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गोकशी के मामले में बुधवार सुबह पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. सरफुद्दीन का नाम एफआईआर में था, जो गारमेंट का काम करते हैं. सरफुद्दीन के परिवार का दावा है कि जिस दिन गांव में गोवंश के अवशेष मिले थे, उस दिन वह वहां से 40 किलोमीटर दूर इज्तिमा में थे. उनके भाई मोहम्मद हुसैन का कहना है, 'वह उस दिन इज्तिमा में थे और उनकी पार्किंग में ड्यूटी लगी हुई थी. मेरे पास सबूत हैं कि वह उस दिन वहां नहीं था. उसकी जीपीएस लोकेशन ट्रैक की जा सकती है और यह जांचा जा सकता है कि वह महाव में उस दिन थे या नहीं.'
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क्या सुलझेगी इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या की गुत्थी? 10 प्वाइंट में जानें बुलंदशहर मामले में अब तक क्या हुआ
- Sunday December 9, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr mob violence) में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मामला अभी भी नहीं सुलझ पाया है. हालांकि, इंस्पेक्टर की हत्या का मुख्य संदिग्ध आर्मी जवान जीतू फौजी (Jitu Fauji) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. मगर जीतू ने हत्या करने की बात से साफ तौर पर इनकार कर दिया है. बताया जा रहा है कि सेना ने जीतू को रात करीब साढ़े बारह बजे पुलिस के हवाले कर दिया. एनडीटीवी से सूत्रों ने कहा कि वह पिछले 36 घंटे से पुलिस की रडार पर था. पुलिस की हिरासत में जीतू से पुछताछ हुई. पुलिस के सामने जीतू ने स्वीकार किया है कि वह भीड़ का हिस्सा था. दरअसल, बुलंदशहर में गोकशी के शक में भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह थे और एक सुमित नाम का युवक था. चलिए अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ जानते हैं.
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बुलंदशहर हिंसा: जीतू की गिरफ्तारी पर बोले यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी- आखिर क्यों भीड़ को उकसा रहा था सेना का जवान
- Sunday December 9, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
यूपी के बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मुख्य संदिग्ध आर्मी जवान जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जितेंद्र मलिक को रविवार की रात सेना ने पुलिस के हवाले कर दिया. एनडीटीवी से सूत्रों ने कहा कि वह बीते 36 घंटों से पुलिस की रडार पर था. पुछताछ में पुलिस के सामने जीतू ने स्वीकार किया है कि वह भीड़ का हिस्सा था. दरअसल, यूपी के बुलंदशहर में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह थे और एक सुमित नाम का युवक था.
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बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मुख्य संदिग्ध जीतू फौजी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
- Sunday December 9, 2018
- Reported by: शरद शर्मा
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr mob violence) में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का मुख्य संदिग्ध आर्मी जवान जीतू फौजी (Jitu Fauji) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
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Bulandshar Violance: आरोपी जीतू फौजी के बचाव में उतरा भाई, कहा- साजिश के तहत फंसाया जा रहा
- Saturday December 8, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का आरोपी जितेंद्र मलिक (Jitendra malik) उर्फ जीतू फौजी (Jitu Fauji) को हिरासत में ले लिया गया है. बताया जा रहा है कि जीतू फौजी राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात है और हिंसा के दिन मौके पर भी मौजूद था. हालांकि, जीतू के हिरासत की खबर सूत्रों ने दी है. उधर, धर्मेंद्र मलिक (जीतू के भाई) ने ANI से कहा कि उसके भाई को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
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योगी सरकार के मंत्री बोले- बुलंदशहर हिंसा BJP की साजिश, 2019 में वोट बैंक के चक्कर में करवा रही
- Saturday December 8, 2018
- आईएएनएस
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को कहा कि बहराइच से भाजपा सांसद सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना बहुत सही निर्णय है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सांसदों और विधायकों की सुनी नहीं जा रही है. ऐसे में उन्होंने जो निर्णय लिया है वह बिल्कुल ठीक है. बता दें कि बीते दिनों दलित नेता सावित्रीबाई फुले बीजेपी से इस्तीफा दिया था और यह आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी समाज को बांटने की कोशिश कर रही है.
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बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर की हत्या के आरोपी आर्मी जवान की मां बोली- अगर जीतू दोषी, तो खुद मार दूंगी गोली
- Friday December 7, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
बुलंदशहर हिंसा मामले में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का शक जिस आर्मी जवान जीतू उर्फ फौजी पर लग रहा है, उसकी मां इस आरोप से इनकार कर रही हैं.
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बुलंदशहर हिंसा में आर्मी जवान पर इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का शक, पुलिस की दो टीमें जम्मू-कश्मीर रवाना: सूत्र
- Friday December 7, 2018
- Reported by: सौरभ शुक्ला
यूपी के बुलंदशहर भीड़ हिंसा मामले में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या को लेकर अब बड़ी खबर आई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या जीतू उर्फ फौजी की गोली से हुई है. बताया जा रहा है कि छुट्टी पर जम्मू-कश्मीर से घर आया था फौजी.
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