India | Reported by: आलोक पांडे, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार सितम्बर 19, 2019 04:14 AM IST यह सवाल लगातार पूछा जा रहा है कि रेप के आरोपी बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद की गिरफ़्तारी कब होगी. आज ये सवाल उस पीड़ित लड़की ने भी पूछा जिसने तीन दिन पहले अदालत में अपना बयान दर्ज कराया. लेकिन अभी यह भी साफ़ नहीं है कि इस केस की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ एफआईआर तक दर्ज की है या नहीं. क्या चिन्मयानंद को इसलिए बचाया जा रहा है कि वे बीजेपी के ताकतवर नेता रहे हैं और अटल सरकार में मंत्री भी रहे हैं? वरना एसआईटी इस बहुत साफ़ कानून की अनदेखी कैसे कर सकती है कि रेप के मामलों में पीड़ित के आरोप के बाद गिरफ़्तारी ज़रूरी है?