दिल्ली में 17 जून को लेडी हार्डिंग अस्पताल में राष्ट्रीय स्तर के तैराक आशुतोष की कोरोना (Coronavirus) के चलते मौत हो गई है. परिजनों का आरोप है कि उपचार के अभाव और लेडी हार्डिंग अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते उनकी मौत हुई है. अब पूरे परिवार की कोरोना जांच (Corona Test) हो रही है. मृतक आशुतोष के घरवालों ने लेडी हार्डिंग अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि 10 जून को आशुतोष की तबीयत खराब हो गई थी. उसके बाद उसे लेडी हार्डिंग अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में उसकी कोरोना की जांच करवाई गई. जांच के बाद डॉक्टरों ने बिस्तर न होने की बात कह उन्हें घर में रहकर उपचार करने के लिए कहा. घरवाले उसे लेकर घर आ गए.
जहां उन्होंने ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं का इंतजाम कर डॉक्टर द्वारा बताए तरीके से इलाज़ शुरू कर दिया. चार दिन बाद जब घरवाले उसकी रिपोर्ट लेने अस्पताल गए तो वहां उन्हें पता चला कि उनकी कोरोना जांच की रिपोर्ट खो गई है, फिर उनका दोबारा टेस्ट हुआ, जिसमें वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए ,उसके बाद आशुतोष को गंभीर हालत में तुंरत लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती किया जहां उनकी 17 को मौत हो गई.
आशुतोष का 19 जून को जन्मदिन था. आशुतोष करोल बाग इलाके में किराए के मकान में रहते थे और चार महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी. घरवालों के मुताबिक आशुतोष दिल्ली राज्य के लिए तैराकी करता था और इसके साथ ही शिवाजी स्टेडियम में बच्चों को तैराकी सिखाता भी था. घर में आशुतोष अकेला कमाने वाला था, असम में हुई खेलो इंडिया प्रतियोगिता में उसने सिल्वर मेडल जीता था.