भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह की फाइल फोटो
भारत ने वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफ़ाइनल्स के अपने तीसरे अभ्यास मैच में यूएसए को 4-0 से हराया। इस जीत के साथ ही टीम ने शनिवार को फ्रांस के साथ होने वाले मुक़ाबले के लिए लय बरक़रार रखी है।
वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफ़ाइनल्स के अपने पहले मैच के लिए टीम इंडिया की तैयारी भी खूब है। फ्रांस से मैच से पहले भारत के कप्तान सरदार सिंह ने टीम की तैयारियों पर संतोष जताया लेकिन अटैक को गोल में ना बदल पाने से थोड़े परेशान ज़रूर हैं।
कप्तान ने कहा कि अभ्यास सत्र में सबकुछ ठीक रहा है लेकिन अभ्यास मैच में बेल्जियम से हार टीम को निराशा हुई है। सरदार सिंह के मुताबिक टीम ने इस हार से काफ़ी कुछ सीखा है जो आगे के मैचों में टीम को अपनी रणनीति बनाने में मदद करेगी। उनके मुताबिक टीम का पूरा ध्यान अपने अटैक को गोल में बदलना होगा।
कप्तान सरदार सिंह ने टीम के कॉम्बिनेशन पर बात करते हुए कहा, 'टीम में कई युवा खिलाड़ियों के आने से टीम का कॉम्बिनेशन बदलने में आसानी हो गई है। अब टीम ज़रूरत के मुताबिक मैच में नई रणनीति बना सकती है। एंटवर्प का मौसम काफ़ी अच्छा है जो हॉकी खेलने के लिए बेहतर है। हम फ़्रांस के साथ मैच खेलने के लिए तैयार हैं।'
इससे पहले टीम के कोच पॉल वेन ऐस भी ज़्यादा से ज़्यादा पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने पर ज़ोर देते रहे हैं। टीम इंडिया के कोच के मुताबिक सरदार सिंह के सैनिकों को मैच के शुरुआत से ही विरोधी टीमों पर अटैक की रणनीति अपनानी होगी जिससे दबाव बनाया जा सके।
वेन ऐस ने फ्रांस से जीत और बेल्जियम से 1-2 से हार के साथ अभ्यास मैच के बाद कहा था कि भारतीय टीम विरोधी टीम का डिफ़ेंस तोड़ने में सफल रही लेकिन टीम को इसे गोल में बदलना होगा।
टीम इंडिया ने अभ्यास मैच में फ़्रांस को 1-0 से हार चुकी है। वहीं हॉकी रैंकिंग की बात करे तो भारत की वर्ल्ड रैंकिंग 9 है जबकि फ्रांस की 18 है। ऐसे में भारतीय हॉकी टीम के लिए फ्रांस की चुनौती ज़्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए।
वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफ़ाइनल्स के अपने पहले मैच के लिए टीम इंडिया की तैयारी भी खूब है। फ्रांस से मैच से पहले भारत के कप्तान सरदार सिंह ने टीम की तैयारियों पर संतोष जताया लेकिन अटैक को गोल में ना बदल पाने से थोड़े परेशान ज़रूर हैं।
कप्तान ने कहा कि अभ्यास सत्र में सबकुछ ठीक रहा है लेकिन अभ्यास मैच में बेल्जियम से हार टीम को निराशा हुई है। सरदार सिंह के मुताबिक टीम ने इस हार से काफ़ी कुछ सीखा है जो आगे के मैचों में टीम को अपनी रणनीति बनाने में मदद करेगी। उनके मुताबिक टीम का पूरा ध्यान अपने अटैक को गोल में बदलना होगा।
कप्तान सरदार सिंह ने टीम के कॉम्बिनेशन पर बात करते हुए कहा, 'टीम में कई युवा खिलाड़ियों के आने से टीम का कॉम्बिनेशन बदलने में आसानी हो गई है। अब टीम ज़रूरत के मुताबिक मैच में नई रणनीति बना सकती है। एंटवर्प का मौसम काफ़ी अच्छा है जो हॉकी खेलने के लिए बेहतर है। हम फ़्रांस के साथ मैच खेलने के लिए तैयार हैं।'
इससे पहले टीम के कोच पॉल वेन ऐस भी ज़्यादा से ज़्यादा पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने पर ज़ोर देते रहे हैं। टीम इंडिया के कोच के मुताबिक सरदार सिंह के सैनिकों को मैच के शुरुआत से ही विरोधी टीमों पर अटैक की रणनीति अपनानी होगी जिससे दबाव बनाया जा सके।
वेन ऐस ने फ्रांस से जीत और बेल्जियम से 1-2 से हार के साथ अभ्यास मैच के बाद कहा था कि भारतीय टीम विरोधी टीम का डिफ़ेंस तोड़ने में सफल रही लेकिन टीम को इसे गोल में बदलना होगा।
टीम इंडिया ने अभ्यास मैच में फ़्रांस को 1-0 से हार चुकी है। वहीं हॉकी रैंकिंग की बात करे तो भारत की वर्ल्ड रैंकिंग 9 है जबकि फ्रांस की 18 है। ऐसे में भारतीय हॉकी टीम के लिए फ्रांस की चुनौती ज़्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए।
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