खेल मंत्रालय ने तमाम कयासों पर विराम लगाकर गुरुवार को खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची को आधिकारिक दर्जा देकर चक्का फेंक की महिला एथलीट कृष्णा पूनिया की खेलों का सर्वोच्च सम्मान हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:
खेल मंत्रालय ने तमाम कयासों पर विराम लगाकर गुरुवार को खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची को आधिकारिक दर्जा देकर चक्का फेंक की महिला एथलीट कृष्णा पूनिया की खेलों का सर्वोच्च सम्मान हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
मंत्रालय ने इसके साथ ही पुष्टि की कि इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण समारोह 29 अगस्त के बजाय 31 अगस्त को होंगे क्योंकि पहली वाली तिथि के दिन खेलमंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद नहीं रह पाएंगे। अमूमन खेल पुरस्कार महान हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को वितरित किए जाते हैं जिसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
खेल सचिव पीके देब ने कहा, ‘‘खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने सूची को मंजूरी दे दी है। खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हम समिति की सिफारिशों पर कायम हैं।’’
देब ने कहा कि पुरस्कार विजेताओं की सूची में देरी इसलिए हुई क्योंकि खेलमंत्री चक्का फेंक की एथलीट पूनिया और लंदन पैरालिम्पिक के रजत पदक विजेता एचएन गिरिशा की शिकायतों पर गौर कर रहे थे। ये दोनों ही पुरस्कार सूची में अपना नाम नहीं होने से नाराज थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ खिलाड़ियों की शिकायतों पर गौर कर रहे थे और पुरस्कारों की घोषणा में देरी का यही कारण रहा।’’
सोढी के नाम की सिफारिश पिछले सप्ताह खेल रत्न पुरस्कार के लिए की गई थी। इस पर विवाद पैदा हो गया था क्योंकि पैनल के कुछ सदस्यों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। पता चला है कि जब पैनल के अधिकतर सदस्यों ने खेल रत्न के लिए मतदान का फैसला किया था तब सोढ़ी का नाम सूची में शामिल नहीं था।
चयन पैनल के एक सदस्य ने कहा था कि पैनल के 12 में से 11 सदस्यों ने पूनिया और लंदन पैरालिम्पिक खेलों में रजत पदक जीतने वाले एच एन गिरिशा का नाम मतदान के लिए चुना था।
रिपोर्टों के अनुसार भागवत के बैठक में देर से आने के बाद परिदृश्य बदला और गिरिशा का नाम हटा दिया गया। इसके बाद सोढ़ी और पूनिया के बीच मतदान हुआ। आखिर में सोढ़ी को खेल रत्न के लिए चुना गया। पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष बिलियर्ड्स में तीन बार के विश्व चैंपियन माइकल फरेरा थे। इसमें पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान जफर इकबाल, तीरंदाज लिंबा राम, क्रिकेटर रवि शास्त्री और राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी इंदु पुरी आदि भी शामिल थे।
पूनिया के नाम पर विचार करने की मांग के बीच खेलमंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मसले पर अपने सचिव पीके देब के साथ चर्चा की। लेकिन मंत्रालय ने साफ संकेत दिए हैं कि पुरस्कार के लिए नामित खिलाड़ियों की मूल सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
स्टार क्रिकेटर विराट कोहली और विश्व चैम्पियशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एकल बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु सहित 15 खिलाड़ी राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन पुरस्कार हासिल करेंगे।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार युवा खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें तैयार करने के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार राष्ट्रीय खेल अकादमी इलाहाबाद के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ यूके मिश्रा को दिया जाएगा। खेल में विशिष्ट उपलब्धि के लिे वित्तीय सहायता सेना खेल संवर्धन बोर्ड। खेल अकादमी की स्थापना और प्रबंधन के लिए पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी, हैदराबाद। खिलाड़ियों को रोजगार और खेल कल्याण कार्य के लिए पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड।
मंत्रालय ने इसके साथ ही पुष्टि की कि इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण समारोह 29 अगस्त के बजाय 31 अगस्त को होंगे क्योंकि पहली वाली तिथि के दिन खेलमंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद नहीं रह पाएंगे। अमूमन खेल पुरस्कार महान हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को वितरित किए जाते हैं जिसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
खेल सचिव पीके देब ने कहा, ‘‘खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने सूची को मंजूरी दे दी है। खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हम समिति की सिफारिशों पर कायम हैं।’’
देब ने कहा कि पुरस्कार विजेताओं की सूची में देरी इसलिए हुई क्योंकि खेलमंत्री चक्का फेंक की एथलीट पूनिया और लंदन पैरालिम्पिक के रजत पदक विजेता एचएन गिरिशा की शिकायतों पर गौर कर रहे थे। ये दोनों ही पुरस्कार सूची में अपना नाम नहीं होने से नाराज थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ खिलाड़ियों की शिकायतों पर गौर कर रहे थे और पुरस्कारों की घोषणा में देरी का यही कारण रहा।’’
सोढी के नाम की सिफारिश पिछले सप्ताह खेल रत्न पुरस्कार के लिए की गई थी। इस पर विवाद पैदा हो गया था क्योंकि पैनल के कुछ सदस्यों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। पता चला है कि जब पैनल के अधिकतर सदस्यों ने खेल रत्न के लिए मतदान का फैसला किया था तब सोढ़ी का नाम सूची में शामिल नहीं था।
चयन पैनल के एक सदस्य ने कहा था कि पैनल के 12 में से 11 सदस्यों ने पूनिया और लंदन पैरालिम्पिक खेलों में रजत पदक जीतने वाले एच एन गिरिशा का नाम मतदान के लिए चुना था।
रिपोर्टों के अनुसार भागवत के बैठक में देर से आने के बाद परिदृश्य बदला और गिरिशा का नाम हटा दिया गया। इसके बाद सोढ़ी और पूनिया के बीच मतदान हुआ। आखिर में सोढ़ी को खेल रत्न के लिए चुना गया। पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष बिलियर्ड्स में तीन बार के विश्व चैंपियन माइकल फरेरा थे। इसमें पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान जफर इकबाल, तीरंदाज लिंबा राम, क्रिकेटर रवि शास्त्री और राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी इंदु पुरी आदि भी शामिल थे।
पूनिया के नाम पर विचार करने की मांग के बीच खेलमंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मसले पर अपने सचिव पीके देब के साथ चर्चा की। लेकिन मंत्रालय ने साफ संकेत दिए हैं कि पुरस्कार के लिए नामित खिलाड़ियों की मूल सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
स्टार क्रिकेटर विराट कोहली और विश्व चैम्पियशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एकल बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु सहित 15 खिलाड़ी राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन पुरस्कार हासिल करेंगे।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार युवा खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें तैयार करने के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार राष्ट्रीय खेल अकादमी इलाहाबाद के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ यूके मिश्रा को दिया जाएगा। खेल में विशिष्ट उपलब्धि के लिे वित्तीय सहायता सेना खेल संवर्धन बोर्ड। खेल अकादमी की स्थापना और प्रबंधन के लिए पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी, हैदराबाद। खिलाड़ियों को रोजगार और खेल कल्याण कार्य के लिए पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
खेल पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, खेलमंत्री जितेंद्र सिंह, कृष्णा पूनिया, Sports Award, Rajiv Gandhi Khel Ratna Award, Arjun Award, Jitendra Singh, Krishna Poonia