बबीता कुमारी (फाइल फोटो)
- ग्रीस की मारिया के खिलाफ पहला मुकाबला हार गईं बबीता
- मारिया के हारने से बबीता की रेपेचेज राउंड की उम्मीदें भी खत्म हुईं
- फोगट परिवार की विनेश अहम मुकाबले में चोट के कारण हुईं थीं बाहर
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रियो ओलिंपिक की महिला कुश्ती इवेंट में गुरुवार को भारत को निराशा हाथ लगी. पहले ही मुकाबले में 53 किलोग्राम भार वर्ग फ्री-स्टाइल कुश्ती में भारत की बबीता कुमारी हार गईं. उन्हें ग्रीस की मारिया प्रेवोलराकी ने 5-1 से हराया. यह मुकाबला हारने के बावजद बबीता के लिए रेपेचेज राउंड में ब्रॉन्ज मेडल जीतने की उम्मीदें बाकी थीं, लेकिन बबीता को हराने वाली ग्रीस की रेसलर मारिया अपना अगला मैच वेनेजुएला की एंजेलिका से हार गईं और बबीता को यह मौका भी नहीं मिल सका.
मारिया को पहले पीरियड में 3 अंक मिले, जबकि बबीता कोई भी अंक नहीं ले पाईं. बबीता ने दूसरे पीरियड में वापसी की बहुत काफी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुईं.दूसरे पीरियड में मारिया को चेतावनी भी मिली, जिससे बबीता को एक अंक मिल गया, लेकिन वह मुकाबले में जीतने के लिए आवश्यक अंक नहीं बटोर पाईं. मारिया ने दूसरे पीरियड में भी दो अंक हासिल किए और जीत दर्ज कर ली. मारिया को जहां इससे 3 क्लासिफिकेशन अंक मिले, वहीं बबिता को सिर्फ एक क्लासिफिकेशन अंक मिला.
बुधवार को साक्षी के अलावा विनेश फोगट भी पदक की दौड़ में थीं और पहला मुकाबला जीत भी लिया, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वह बुरी तरह चोटिल होने के कारण बाहर हो गईं. उनके परिवार को भी इससे निराशा हाथ लगी है, बबीता हरियाणा के भिवानी की हैं और वहां के फेमस फोगट परिवार से हैं. उनके पिता महावीर फोगट खुद कुश्ती को कोच हैं और उनके परिवार की पांच बेटियां उनसे कुश्ती के गुर सीख रही हैं. इनमें विनेश, गीता, बबीता, ऋतु, प्रियंका और संगीता शामिल हैं. महावीर ने इन सबको वर्ल्ड क्लास पहलवान बनाने में अहम भूमिका निभाई है.विनेश फोगट को टखने में चोट के कारण बुधवार को क्वार्टरफाइल मुकाबला बीच में छोड़ना पड़ा था और इससे देश की पदक की उम्मीदों को करारा झटका लगा था, क्योंकि उन्हें पदक का पक्का दावेदार माना जा रहा था. विनेश को चीन की सुन यानान के खिलाफ मैच में गंभीर चोट लगी थी.
मारिया को पहले पीरियड में 3 अंक मिले, जबकि बबीता कोई भी अंक नहीं ले पाईं. बबीता ने दूसरे पीरियड में वापसी की बहुत काफी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुईं.दूसरे पीरियड में मारिया को चेतावनी भी मिली, जिससे बबीता को एक अंक मिल गया, लेकिन वह मुकाबले में जीतने के लिए आवश्यक अंक नहीं बटोर पाईं. मारिया ने दूसरे पीरियड में भी दो अंक हासिल किए और जीत दर्ज कर ली. मारिया को जहां इससे 3 क्लासिफिकेशन अंक मिले, वहीं बबिता को सिर्फ एक क्लासिफिकेशन अंक मिला.
बुधवार को साक्षी के अलावा विनेश फोगट भी पदक की दौड़ में थीं और पहला मुकाबला जीत भी लिया, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वह बुरी तरह चोटिल होने के कारण बाहर हो गईं. उनके परिवार को भी इससे निराशा हाथ लगी है, बबीता हरियाणा के भिवानी की हैं और वहां के फेमस फोगट परिवार से हैं. उनके पिता महावीर फोगट खुद कुश्ती को कोच हैं और उनके परिवार की पांच बेटियां उनसे कुश्ती के गुर सीख रही हैं. इनमें विनेश, गीता, बबीता, ऋतु, प्रियंका और संगीता शामिल हैं. महावीर ने इन सबको वर्ल्ड क्लास पहलवान बनाने में अहम भूमिका निभाई है.विनेश फोगट को टखने में चोट के कारण बुधवार को क्वार्टरफाइल मुकाबला बीच में छोड़ना पड़ा था और इससे देश की पदक की उम्मीदों को करारा झटका लगा था, क्योंकि उन्हें पदक का पक्का दावेदार माना जा रहा था. विनेश को चीन की सुन यानान के खिलाफ मैच में गंभीर चोट लगी थी.
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