मंसूर ने 300 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में पाकिस्तान हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया था (AFP फोटो)
                                                                                                                        - हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए भारत आना चाहते हैं मंसूर
 - भारत सरकार से वीजा देने की अपील की
 - मंसूर ने पाकिस्तान के लिए खेले हैं 300 मैच
 
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                इस्लामाबाद: 
                                        पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज हॉकी खिलाड़ी मंसूर अहमद इस समय बेहद बीमार हैं. हृदय प्रत्यारोपण (हार्ट ट्रांसप्लांट) के लिए वे भारत आना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने भारत सरकार से वीजा देने की अपील की है. पाकिस्तान में हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक 49 वर्षीय अहमद को दिल में पेसमेकर से पैदा हुई समस्याओं के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में वह हृदय प्रत्यारोपण के लिए भारत आना चाह रहे हैं. मंसूर ने यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में कहा, "आज मुझे एक दिल की जरूरत है और इसके लिए मुझे भारतीय सरकार के समर्थन की जरूरत है."
यह भी पढ़ें: आखिरी 8 सेकेंड में भारत हॉकी में पाकिस्तान से ड्रॉ झेलने पर मजबूर
पाकिस्तान की हॉकी टीम के गोलकीपर रहे मंसूर ने 300 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अपनी राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था. संबंधों में तनाव के बावजूद पाकिस्तानी नागरिक मेडिकल वीजा के लिए भारत से अपील कर सकते हैं. मंसूर ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, "मैंने जब एक युवा खिलाड़ी के रूप में हॉकी खेली थी, तो मैंने कई भारतीयों का दिल तोड़ा (टीम को हराकर) था." चैनल ने उनका वीडियो यूट्यूब पर डाला है. मंसूर ने इसके बाद सीधे भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से वीजा के लिए अपील की और उन्हें जल्द से जल्द वीजा देने का आग्रह किया.
वीडियो: भारत ने मलेशिया को हराकर एशिया कप जीता
साल 1992 के ओलिंपिक खेलों में मंसूर ने पाकिस्तान की हॉकी टीम के साथ कांस्य पदक जीता था. इसके आलावा, वह सिडनी में वर्ष 1994 में हुए विश्व कप को जीतने वाली पाकिस्तानी टीम का हिस्सा थे. मंसूर ने कहा कि वह भारत आना चाहते हैं, जहां उन्होंने कई मैच खेले और जीते हैं। इसके अलावा, वह भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै से भी मिलना चाहते हैं, जिनके खिलाफ वह हॉकी मैदान पर उतरे थे. (इनपुट: एजेंसी)
                                                                        
                                    
                                यह भी पढ़ें: आखिरी 8 सेकेंड में भारत हॉकी में पाकिस्तान से ड्रॉ झेलने पर मजबूर
पाकिस्तान की हॉकी टीम के गोलकीपर रहे मंसूर ने 300 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अपनी राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था. संबंधों में तनाव के बावजूद पाकिस्तानी नागरिक मेडिकल वीजा के लिए भारत से अपील कर सकते हैं. मंसूर ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, "मैंने जब एक युवा खिलाड़ी के रूप में हॉकी खेली थी, तो मैंने कई भारतीयों का दिल तोड़ा (टीम को हराकर) था." चैनल ने उनका वीडियो यूट्यूब पर डाला है. मंसूर ने इसके बाद सीधे भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से वीजा के लिए अपील की और उन्हें जल्द से जल्द वीजा देने का आग्रह किया.
वीडियो: भारत ने मलेशिया को हराकर एशिया कप जीता
साल 1992 के ओलिंपिक खेलों में मंसूर ने पाकिस्तान की हॉकी टीम के साथ कांस्य पदक जीता था. इसके आलावा, वह सिडनी में वर्ष 1994 में हुए विश्व कप को जीतने वाली पाकिस्तानी टीम का हिस्सा थे. मंसूर ने कहा कि वह भारत आना चाहते हैं, जहां उन्होंने कई मैच खेले और जीते हैं। इसके अलावा, वह भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै से भी मिलना चाहते हैं, जिनके खिलाफ वह हॉकी मैदान पर उतरे थे. (इनपुट: एजेंसी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं