अर्जेंटीना की राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान लियोनेल मेसी ने कहा है कि फीफा विश्व कप के फाइनल में जर्मनी के हाथों उनकी टीम की हार का दुख उन पर इतना भारी है कि उनके लिए कोई और पुरस्कार खुशी का कारण नहीं बन सकता।
मेसी को मैच के बाद टूर्नामेंट का श्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। मेसी 'गोल्डन बॉल' पुरस्कार हासिल करते हुए तनिक भी नहीं मुस्कुराए। वह अपने कई साथियों की तरह रो नहीं रहे थे, लेकिन उनके अंदर के गम को उनके चेहरे पर साफ देखा जा सकता था।
विश्व कप का सबसे बड़ा व्यक्तिगत पुरस्कार लेने जाने से पहले मेसी को अपनी विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से सांत्वना भरे शब्द मिले। बास्तियन श्वेनस्टाइगर ने तो उन्हें गले लगाया। मेसी ने इस अवसर पर जर्मन गोलकीपर मैनुएल नुएर को बधाई दी। नुएर को गोल्डन ग्लोव पुरस्कार मिला।
मेसी ने अपने साथियों के साथ पदक ग्रहण करने के बाद कहा, 'कोई भी पुरस्कार मेरे लिए अभी दवा का काम नहीं कर सकता। हमारा एकमात्र लक्ष्य विश्व कप को घर ले जाना और अपने देशवासियों के साथ इसका जश्न मनाना था। हम जीत के हकदार थे और इसके बावजूद खिताब तक नहीं पहुंच पाना काफी दुख देता है।'
गौरतलब है कि रविवार को माराकाना स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में जर्मनी ने अर्जेंटीना को 1-0 से हराकर चौथी बार विश्व कप पर कब्जा किया। जर्मन टीम 24 साल बाद चैम्पियन बनी जबकि अर्जेटीना 24 साल बाद फाइनल में पहुंचकर हार गई।
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