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This Article is From Jun 03, 2011

निशानेबाजी को गंभीरता से ले सरकार : नारंग

नारंग ने कहा, सरकार को इस खेल को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं पिछले साल गोला बारूद चुनने के लिए जर्मनी जाना चाहता था।'
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पुणे: शीर्ष निशानेबाज गगन नारंग ने सरकार से इस खेल को गंभीरता से लेने और भारतीय खिलाड़ियों को अगले साल होने वाले लंदन ओलिंपिक की तैयारियों में मदद के लिए जरूरी सुविधायें देने की बात कही। नारंग ने कहा, सरकार को इस खेल को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं पिछले साल गोला बारूद चुनने के लिए जर्मनी जाना चाहता था लेकिन मुझे वीजा नहीं मिला। मैंने सरकार से पूछा लेकिन मुझे समय से मदद नहीं मिली। इस 28 वर्षीय शीर्ष राइफल निशानेबाज ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में कई स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते थे। उन्हें लगता है कि 2008 बीजिंग ओलंपिक से पहले जिस तरह की चीजें थी, वैसी ही अब भी हो गयी हैं क्योंकि राइफल पर पांबदी लगा दी गयी है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने हाल में 1962 के सरकारी अधिसूचना खारिज कर दी थी जिसमें शस्त्र अधिनियम 1959 के अंतर्गत एयर राइफल और एयर पिस्टल को छूट दी गयी थी जिसमें वैध लाइसेंस की जरूरत भी शामिल थी। इस मौजूदा नियम से निशानेबाज उचित लाइसेंस के बिना ट्रेनिंग और टूर्नामेंट में एयर राइफल और एयर पिस्टल का इस्तेमाल नहीं कर सकते।

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