मोहाली में इंग्लैंड को हराकर भारतीय क्रिकेट टीम ने पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
New Delhi:
मोहाली में इंग्लैंड को हराकर भारतीय क्रिकेट टीम ने पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। अब यह श्रृंखला उसके नाम हो चुकी है लेकिन इस वर्ष गर्मियों में टेस्ट श्रृंखला में मिली 0-4 की हार महेंद्र सिंह धोनी की टीम को पूरे सत्र में सालती रहेगी। इसका कारण यह है कि इस सत्र में भारत और इंग्लैंड के बीच कोई और टेस्ट श्रृंखला नहीं होनी है। अप्रैल-2012 में समाप्त हो रहे इस सत्र में भारत को वेस्टइंडीज के साथ तीन, ऑस्ट्रेलिया के साथ चार और अगर सम्भव हुआ तो पाकिस्तान के साथ तीन टेस्ट मैच खेलने हैं। पाकिस्तान और वेस्टइंडीज भारत दौरा करेंगे जबकि भारतीय टीम को दिसम्बर में ऑस्ट्रेलिया दौरा करना है। भारत और इंग्लैंड की अगली भिड़ंत अब नवम्बर-दिसम्बर 2012 में होनी है। उस समय इंग्लिश टीम चार टेस्ट मैचों के लिए भारत का दौरा करेगी। यही वह मौका होगा, जब धोनी के साथी इंग्लैंड से पिछली हार का हिसाब बराबर करना चाहेंगे। उस दौरे में इंग्लिश टीम सात एकदिवसीय और एक ट्वेंटी-20 मैच भी खेलेगी। इस लिहाज से भारत के पास एकदिवसीय मैचों में लगातार दूसरी बार इंग्लिश टीम को शर्मसार करने का मौका होगा क्योंकि बीते 28 वर्षों से इंग्लिश टीम ने भारत में कोई श्रृंखला नहीं जीती है। इंग्लैंड के हाथों इंग्लैंड में मिली 0-4 की हार ने भारत को न सिर्फ शर्मसार किया था बल्कि उससे सर्वोच्च वरीयता प्राप्त टेस्ट टीम का ताज भी छीन लिया था। इसके बाद इंग्लिश टीम ने भारत को एकदिवसीय रैंकिंग में भी पांचवें क्रम पर धकेल दिया था लेकिन हैदराबाद में मिली जीत के बाद भारत ने यह स्थान पुन: हासिल कर लिया था।