जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रतियोगिता स्थल पर बिजली गुल होने के कारण इंडियन ग्रां प्री एथलेटिक्स का पहला चरण रविवार को नई दिल्ली में मजाक बन कर रह गया। यह एकदिवसीय मीट ओलिंपिक क्वालीफाईंग प्रतियोगिता भी थी, लेकिन जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में बिजली नहीं होने के कारण परिणाम हाथ से तैयार किए गए।
हाथ से लिखा गया समय रिकॉर्ड के लिहाज से वैध नहीं माने जाते हैं और इसलिए इन्हें ओलिंपिक क्वालीफिकेशन में नहीं गिना जाएगा। हाथ से लिखे गए समय के अनुसार कम से चार नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बने और इनमें से दो एथलीटों ने रियो ओलंपिक क्वालीफिकेशन नॉर्म भी हासिल किया, लेकिन इसका अब कोई उपयोग नहीं होगा।
ट्रैक की सभी स्पर्धाओं का समय हाथ से लिखा गया, क्योंकि फोटो फिनिश उपकरण बिजली गुल होने के कारण नहीं चल रहे थे। इस प्रतियोगिता के आयोजक दिल्ली एथलेटिक्स संघ ने इसके लिए भारतीय खेल प्राधिकरण और स्टेडियम प्रशासकों को दोष दिया।
दिल्ली एथलेटिक्स संघ के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने इंडियन ग्रां प्री और फेडरेशन कप (28 से 30 अप्रैल) के लिए जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम और अभ्यास क्षेत्र के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण को 1.15 लाख रुपये दिए थे। हमने सुरक्षा के लिए 15 हजार रुपये का भुगतान किया था, लेकिन हमें यह देखकर हैरानी हुई कि मीट शुरू होने से 15 मिनट पहले तक स्टेडियम में बिजली नहीं थी।'
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने इससे अपना पीछा छुड़ा दिया। उन्होंने कहा कि पूरी तैयारियों की जिम्मेदारी राज्य इकाई की थी। ओड़िशा के फर्राटा धावकों अमिया कुमार मलिक और सरबानी नंदा ने क्रमश: पुरुष और महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में 10.09 सेकेंड और 11.23 सेकेंड का समय निकाला। रियो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाईंग समय 10.16 और 11.32 सेकेंड था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
हाथ से लिखा गया समय रिकॉर्ड के लिहाज से वैध नहीं माने जाते हैं और इसलिए इन्हें ओलिंपिक क्वालीफिकेशन में नहीं गिना जाएगा। हाथ से लिखे गए समय के अनुसार कम से चार नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बने और इनमें से दो एथलीटों ने रियो ओलंपिक क्वालीफिकेशन नॉर्म भी हासिल किया, लेकिन इसका अब कोई उपयोग नहीं होगा।
ट्रैक की सभी स्पर्धाओं का समय हाथ से लिखा गया, क्योंकि फोटो फिनिश उपकरण बिजली गुल होने के कारण नहीं चल रहे थे। इस प्रतियोगिता के आयोजक दिल्ली एथलेटिक्स संघ ने इसके लिए भारतीय खेल प्राधिकरण और स्टेडियम प्रशासकों को दोष दिया।
दिल्ली एथलेटिक्स संघ के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने इंडियन ग्रां प्री और फेडरेशन कप (28 से 30 अप्रैल) के लिए जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम और अभ्यास क्षेत्र के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण को 1.15 लाख रुपये दिए थे। हमने सुरक्षा के लिए 15 हजार रुपये का भुगतान किया था, लेकिन हमें यह देखकर हैरानी हुई कि मीट शुरू होने से 15 मिनट पहले तक स्टेडियम में बिजली नहीं थी।'
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने इससे अपना पीछा छुड़ा दिया। उन्होंने कहा कि पूरी तैयारियों की जिम्मेदारी राज्य इकाई की थी। ओड़िशा के फर्राटा धावकों अमिया कुमार मलिक और सरबानी नंदा ने क्रमश: पुरुष और महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में 10.09 सेकेंड और 11.23 सेकेंड का समय निकाला। रियो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाईंग समय 10.16 और 11.32 सेकेंड था।
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