सबीना पार्क मैदान पर वेस्टइंडीज के साथ पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने 63 रनों से मैच जीत लिया है।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
किंग्सटन:
सबीना पार्क मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज को 63 रनों से पराजित कर दिया। दूसरी पारी में भारत द्वारा दिए गए 326 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 68.2 ओवरों में 262 रन ही बना सकी। इस तरह भारत ने तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है। वेस्टइंडीज टीम ने तीसरे दिन बुधवार को स्टम्प्स तक तीन विकेट के नुकसान पर 131 रन बना लिए थे। गुरुवार को खेल शुरू होने के बाद उसने इसमें 17 रन जोड़ने के बाद डेरेन ब्रावो का विकेट गंवा दिया। ब्रावो ने 89 गेंदों पर सात चौके की मदद से 41 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए। ब्रावो और चंद्रपॉल के बीच चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद अपना 'आखिरी' टेस्ट श्रृंखला खेल रहे शिवनारायण चंद्रपॉल 73 गेंदों में चार चौके की मदद से 30 रन बनाकर प्रवीण कुमार गेंद पर सुरेश रैना को कैच थमा बैठे। कार्लटन बाग को हरभजन सिंह ने विराट कोहली के हाथों कैच करा कर बिना खाता खोले पवेलियन की राह दिखा दी। डेरेन सैमी ने आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 11 गेंदों में एक चौका और तीन छक्के लगाए। 25 रन के योग पर अमित मिश्रा ने उन्हें लक्ष्मण के हाथों कैच कराया। ब्रेंडन नैश नौ रन के योग अमित मिश्रा की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। वेस्टइंडीज का नौवां विकेट रवि रामपॉल के रूप में गिरा। रामपॉल ने 32 गेंदों में छह चौके और एक छक्के की मदद से 34 रन बनाए। वह इशांत शर्मा की गेंद पर धौनी को कैच दे बैठे। इसके सुरेश रैना ने 69वें ओवर में देवेंद्र बीशु को 26 रन के योग पर बोल्ड कर भारत को जीत दिला दी। भारत की ओर से दूसरी पारी में प्रवीण कुमार और इशांत शर्मा ने तीन-तीन विकेट झटके। अमित मिश्रा को दो विकेट हासिल हुए। हरभजन सिंह और सुरेश रैना को एक-एक विकेट मिले। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक कैरेबियाई टीम लक्ष्य से 195 रन दूर थी। उसे जीत की दहलीज तक पहुंचाने की जिम्मेदारी डेरेन ब्रावो और शिवनारायण चंद्रपॉल पर थी। चंद्रपॉल 24 और ब्रावो 30 रन बनाकर नाबाद थे। 80 रन पर अपनी टीम का तीसरा विकेट गिरने के बाद दोनों बल्लेबाज चौथे विकेट के लिए नाबाद 51 रनों की साझेदारी कर चुके थे। तीसरे दिन कैरेबियाई टीम ने एड्रियन बाराथ (38), लेंडल सिमंस (27) और रामनरेश सरवन (0) के विकेट गंवाए थे। बाराथ और सिमंस ने कैरेबियाई टीम को तेज शुरुआत दी थी। दोनों ने 11 ओवरों में 62 रन जोड़े। बाराथ ने अपनी 36 गेंदों की तूफानी पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए जबकि सिमंस 41 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाने के बाद इशांत शर्मा की गेंद पर आउट हुए। बाराथ को प्रवीण कुमार ने स्लिप में सुरेश रैना के हाथों कैच कराया। प्रवीण ने अपना चौथा विकेट झटका। इसके बाद शर्मा ने सरवन को शून्य पर आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इससे पहले, भारत ने दूसरे दिन के अपने स्कोर तीन विकेट पर 91 रन के आगे खेलना शुरू किया। दूसरे दिन 45 रनों पर नाबाद लौटने वाले राहुल द्रविड़ ने शानदार 112 रन बनाकर टीम के कुल योग को 252 रनों तक पहुंचाया। अंतिम समय में अमित मिश्रा (28) ने द्रविड़ का अच्छा साथ दिया। इसी की बदौलत वह अपना 32वां टेस्ट शतक पूरा कर सके। द्रविड़ ने अपनी 274 गेंदों की मैराथन पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया जबकि मिश्रा ने 60 गेंदों पर चार चौके लगाए। मिश्रा और द्रविड़ ने नौवें विकेट के लिए उपयोगी 56 रन जोड़े। दूसरे दिन द्रविड़ के साथ 14 रन पर नाबाद लौटने वाले विराट कोहली ने एक बार फिर निराश किया और एक रन जोड़कर फिडेल एडवडर्स की गेंद पर आउट हो गए। पहली पारी में सर्वाधिक 82 रन बनाने वाले रैना ने दूसरी पारी में 27 रनों की संक्षिप्त पारी खेली और दरविड़ के साथ पांचवें विकेट के लिए 48 रन जोड़े। एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान आराम करने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धौनी पहली पारी की तरह इस पारी में भी नाकाम रहे और 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। यही हाल पहली पारी में 70 रन बनाकर रैना के साथ इस मैच की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम देने वाले हरभजन सिंह का रहा। हरभजन पांच रन बना सके। गेंदबाजी में जलवा दिखाने वाले प्रवीण बल्ले के साथ कोई कमाल नहीं कर सके और खाता खोले बगैर पवेलियन लौटे। इशांत पांच रन बनाकर नाबाद रहे। वेस्टइंडीज की ओर से कप्तान डेरेन सैमी और देवेंद्र बीशु ने चार-चार विकेट लिए जबकि रवि रामपॉल और एडवडर्स को एक-एक सफलता मिली।