भारत के युवा टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल (फाइल फोटो)
17 साल के सुमित नागल, ग्रैंड स्लैम जूनियर टाइटल जीतने वाले छठें भारतीय टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं। रविवार को वियतनाम के अपने जोड़ीदार नाम हुआंग ली के साथ मिलकर सुमित ने लड़कों का युगल खिताब जीत लिया। जीत के बाद एनडीटीवी से बातचीत में सुमित ने कहा कि उन्होंने इस जीत की कभी कल्पना भी नहीं की थी और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुकाबला सिंगल है या डबल्स।
नागल जानते हैं कि उनसे पहले कौन कौन से दिग्गज खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम जूनियर का खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने एनडीटीवी से कहा "भारत जैसे बड़े देश से आना इस जीत को और ख़ास बना देता है।" तो फायनल खेलने के दौरान उनके दिमाग में क्या चल रहा था - "मैं सोच रहा था कि कप कौन पकड़ेगा, और हम कप को किस कर पाएंगे या नहीं..अच्छा हुआ सब हो गया।"
नागल और हुआंग ली की आठवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फाइनल में अमेरिका के रीली ओपेल्का और जापान के अकीरा संतिलान की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को एक घंटे तीन मिनट तक चले मैच में 7-6, 6-4 से पराजित किया।
नागल के साथ साथ लिएंडर पेस और सानिया मिर्ज़ा की जीत ने इस बार के विम्बलडन को भारत के लिए बहुत ही ख़ास बना दिया। मिर्ज़ा ने मार्टिना हिंगिस के साथ महिला डबल्स का खिताब जीता, वहीं पेस ने अपने स्विस साथी के साथ मिलकर रविवार को मिक्स्ड डबल्स का टाइटल अपने नाम किया।
गौरतलब है कि नागल से पहले 2009 में युकी भाम्भरी ने जूनियर टेनिस में आखिरी बार भारत की ओर से ऑस्ट्रेलियन ओपन बॉयज़ सिंगल्स का खिताब जीता था। साथ ही रामानाथन कृष्णन (विम्बलडन, 1954), रमेश कृष्णन (फ्रेंच ओपन और विम्बलडन, 1979) और लिएंडर पेस (विम्बलडन 1990, यूएस ओपन 1991), भारत की ओर से जूनियर ग्रैंड स्लैम्स सिंगल्स चैंपियन रह चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके सुमित नागल को जीत की बधाई दी है। ट्वीट में लिखा है - विम्बलडन में सुमित नागल की जीत देखकर बहुत खुशी हुई। इस युवा खिलाड़ी को बधाई और शुभकामनाएं।
नागल जानते हैं कि उनसे पहले कौन कौन से दिग्गज खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम जूनियर का खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने एनडीटीवी से कहा "भारत जैसे बड़े देश से आना इस जीत को और ख़ास बना देता है।" तो फायनल खेलने के दौरान उनके दिमाग में क्या चल रहा था - "मैं सोच रहा था कि कप कौन पकड़ेगा, और हम कप को किस कर पाएंगे या नहीं..अच्छा हुआ सब हो गया।"
नागल और हुआंग ली की आठवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फाइनल में अमेरिका के रीली ओपेल्का और जापान के अकीरा संतिलान की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को एक घंटे तीन मिनट तक चले मैच में 7-6, 6-4 से पराजित किया।
नागल के साथ साथ लिएंडर पेस और सानिया मिर्ज़ा की जीत ने इस बार के विम्बलडन को भारत के लिए बहुत ही ख़ास बना दिया। मिर्ज़ा ने मार्टिना हिंगिस के साथ महिला डबल्स का खिताब जीता, वहीं पेस ने अपने स्विस साथी के साथ मिलकर रविवार को मिक्स्ड डबल्स का टाइटल अपने नाम किया।
गौरतलब है कि नागल से पहले 2009 में युकी भाम्भरी ने जूनियर टेनिस में आखिरी बार भारत की ओर से ऑस्ट्रेलियन ओपन बॉयज़ सिंगल्स का खिताब जीता था। साथ ही रामानाथन कृष्णन (विम्बलडन, 1954), रमेश कृष्णन (फ्रेंच ओपन और विम्बलडन, 1979) और लिएंडर पेस (विम्बलडन 1990, यूएस ओपन 1991), भारत की ओर से जूनियर ग्रैंड स्लैम्स सिंगल्स चैंपियन रह चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके सुमित नागल को जीत की बधाई दी है। ट्वीट में लिखा है - विम्बलडन में सुमित नागल की जीत देखकर बहुत खुशी हुई। इस युवा खिलाड़ी को बधाई और शुभकामनाएं।
It was very heartening to see Sumit Nagal win at @Wimbledon. Congrats & best wishes to this young sportsman. @nagalsumit
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2015
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