विश्वनाथन आनंद ने भले ही विश्व चैम्पियन का ताज नार्वे के युवा मैग्नस कार्लसन को गंवा दिया हो, लेकिन उन्होंने कहा कि वह कुछ सुधार करने के बाद अगले सत्र की सकारात्मक शुरुआत करने को लेकर उत्सुक हैं।
आनंद ने कहा, 'भूख अब भी बाकी है। समय ही बताएगा कि मैं इसे सफलतापूर्वक कर पाता हूं या नहीं। मैं कोशिश जारी रखूंगा। मैं आशावादी इंसान हूं। निश्चित तौर पर इस बार मैं प्रयास में कोई कमी नहीं छोडूंगा। कभी कभी आपको फार्मूला सही रखना होता है।'
पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद ने कहा, '2013 को अलविदा कहना काफी अच्छा रहेगा। साथ ही कुछ मुद्दों को भी सुलझाना है। उम्मीद करता हूं कि 2014 की सकारात्मक शुरुआत करूंगा। आप हमेशा साल की शुरुआत अच्छी मानसिकता के साथ करना चाहते हो।'
आनंद ने कहा कि वह कार्लसन को दोबारा चुनौती देने के लिए कैंडीडेट्स टूर्नामेंट में खेल सकते हैं, जिसका आयोजन अगले साल 12 से 30 मार्च तक रूस के खांती मानसिस्क में किया जाएगा।
आनंद ने कहा, 'जनवरी के अंत में मैं ज्यूरिख में खेलूंगा। कैंडीडेट्स टूर्नामेंट के बारे में मैंने अभी अंतिम फैसला नहीं किया है। मैं कल्पना कर रहा हूं कि मैं खेल सकता हूं। मैं अगले साल दोबारा प्रयास करने को लेकर प्रेरित हूं।'
उन्होंने कहा, 'पहले मैं कुछ आराम करूंगा। अधिक संभावना है कि मैं खेलूंगा। विस्तृत तौर पर कहूं तो जब तक आपको चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिता मिलती हैं और आपको इसमें लुत्फ आता है तब तक आप खेलते हैं। मैं भी अगले साल रेपिड शतरंज खेलने को लेकर उत्सुक हूं।'
कैंडीडेट्स टूर्नामेंट विश्व चैम्पियनशिप के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट की तरह काम करता है। इसका विजेता अगले साल नवंबर में गत चैम्पियन कार्लसन से भिड़ेगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं