भारतीय क्रिकेट टीम को विश्व विजेता बनाने के अपने मिशन को पूरा करने के बाद कोच गैरी कर्स्टन ने टीम को मंगलवार को अलविदा कह दिया।
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मुम्बई:
भारतीय क्रिकेट टीम को विश्व विजेता बनाने के अपने मिशन को पूरा करने के बाद कोच गैरी कर्स्टन ने टीम को मंगलवार को अलविदा कह दिया। जाते-जाते भावुक हुए गुरु गैरी ने देशवासियों से मिले असीम प्यार के लिए उन्हें बधाई दी और साथ ही सचिन तेंदुलकर को खेल का सबसे बड़ा 'आदर्श' बताया। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उनकी नजर में दुनिया के बेहतरीन कप्तान हैं। दक्षिण अफ्रीकी मूल के 43 वर्षीय कर्स्टन ने भारत से रवानगी से पहले मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मेरे लिए तीन वर्ष तेंदुलकर के साथ काम करना गर्व की बात है। मेरा सौभाग्य रहा कि मैं भारतीय टीम का कोच बना। तेंदुलकर के साथ रहना मेरे लिए बड़ी बात थी। वह खेल के सबसे बड़े आदर्श हैं। खेल के प्रति उनका जुनून अद्वितीय है।" भावुक कर्स्टन ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम को छोड़ना उनके लिए कठिन फैसला है। भारतीय टीम को 28 वर्ष बाद दूसरी बार विश्व विजेता बनाने वाले कर्स्टन का टीम के साथ आईसीसी विश्व कप-2011 तक ही करार था। कर्स्टन के कार्यकाल में भारतीय टीम टेस्ट रैकिंग में पहले स्थान पर पहुंची जबकि एकदिवसीय रैंकिंग में वह दूसरे स्थान पर है। इसके बाद भारत ने हाल ही में श्रीलंका को हराकर दूसरी बार विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल किया। कर्स्टन ने कहा, "मुझे अभी तक कोच के लिए कहीं से औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। भारतीय टीम को छोड़ना मेरे लिए कठिन फैसला है। मैं अब अधिक समय अपने परिवार के साथ दक्षिण अफ्रीका में बिताऊंगा।" कर्स्टन ने कहा, "मैं इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं। आप सबको अच्छी यादें देने के लिए धन्यवाद। भारतीय टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए गौरव की बात थी। टीम के सभी खिलाड़ियों को जीत का श्रेय जाता है।" अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के बारे में भावनात्मक होकर कर्स्टन ने पत्रकारों से कहा, "मेरे दिल का एक बड़ा हिस्सा इस देश में रहता है। यहां के लोग बड़े अच्छे हैं। मेरे जीवन का एक बड़ा हिस्सा हमेशा भारत के साथ रहेगा। मुझे विश्व कप जीतने पर बहुत खुशी है। एक कोच के लिहाज इस जीत से मैं बहुत खुश हूं।" कर्स्टन ने महेंद्र सिंह धोनी की भी जमकर तारीफ की और उन्हें दुनिया का बेहतरीन कप्तान बताया। कर्स्टन ने कहा, "जहीर बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए खतरनाक हैं। वर्तमान में वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। मुझे लगता है कि वह बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए अविश्वसनीय हैं।" कर्स्टन ने कहा, "मैं मुनाफ पटेल की गेंदबाजी से काफी प्रभावित हूं। उन्होंने विश्व कप में बढ़िया प्रदर्शन किया। आशीष नेहरा ने भी अच्छी गेंदबाजी की। जहीर लम्बे समय तक शीर्ष स्थान पर बने रह सकते हैं लेकिन उन्हें अन्य गेंदबाजों से मदद की जरूरत है। प्रज्ञान ओझा भी बेहतरीन गेंदबाज हैं।" तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत के बारे में कर्स्टन ने कहा, "टेस्ट मैचों के लिए श्रीसंत अच्छे हैं लेकिन उन्हें सीमित ओवरों के खेल में अपनी गेंदबाजी में और सुधार की जरूरत है। विश्व कप में श्रीसंत ही ऐसे हैं जिन्होंने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया। दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर उन्होंने टेस्ट मैंचों में शानदार गेंदबाजी की थी।" विराट कोहली के बारे में कर्स्टन ने कहा, "वह टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार है। उसका भविष्य उज्जवल है। वह अपनी जिम्मेदारियों को समझता है।" कर्स्टन ने कहा कि सुरेश रैना एक असाधारण खिलाड़ी हैं और उनके साथ काम करके उन्हें खूब मजा आया। कर्स्टन का खिलाड़ियों से और खिलाड़ियों का अपने गुरु से कितना लगाव हो गया था इसके सबूत उस समय ही मिल गए थे जब विश्व कप जीतने के बाद टीम के खिलाड़ियों ने उन्हें कंधे पर बैठाकर वानखेड़े स्टेडियम में घुमाया।
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