प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
तेज रफ्तार वाली कारों के लिए मशहूर फॉर्मूला वन रेस से फरारी की टीम अपना नाता तोड़ सकती है। इस समय फ़ॉर्मूला वन में नए नियम लाने की कोशिश हो रही है जिसके चलते अब गाड़ियों के इंजन पर होने वाले पैसे पर रोक लगाए जाने की बातें कही जा रही हैं। फ़रारी का कहना है कि ऐसा होने से कंपनी के हितों को नुकसान हो सकता है और इसे रोकने के लिए वो हर कोशिश करेंगी।
दरअसल, फॉर्मूला वन रेस के बिग बॉस एकलस्टन ने सुझाव दिए है कि मुक़ाबलों में इंजन पर जो अरबों रुपयों की राशी खर्च हो रही है। उस पर लगाम लगाने की ज़रुरत है। इतना ही नहीं वो इन रेसों को पहले के तर्ज पर सिंपल बनाना चाहते हैं, लेकिन फ़रारी ने ऐलान किया है कि वो किसी भी ऐसे फरमान का विरोध करेगी और जो भी सुझाव हैं। उन्हें मिल बांट कर ही सबकी सहमति के साथ उठाने चाहिए। फॉर्मूला वन में फ़रारी 16 बार चैंपियन बन चुकी है।
दरअसल, फॉर्मूला वन रेस के बिग बॉस एकलस्टन ने सुझाव दिए है कि मुक़ाबलों में इंजन पर जो अरबों रुपयों की राशी खर्च हो रही है। उस पर लगाम लगाने की ज़रुरत है। इतना ही नहीं वो इन रेसों को पहले के तर्ज पर सिंपल बनाना चाहते हैं, लेकिन फ़रारी ने ऐलान किया है कि वो किसी भी ऐसे फरमान का विरोध करेगी और जो भी सुझाव हैं। उन्हें मिल बांट कर ही सबकी सहमति के साथ उठाने चाहिए। फॉर्मूला वन में फ़रारी 16 बार चैंपियन बन चुकी है।
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