फोटो प्रतीकात्मक
नई दिल्ली:
अगले साल से भारत में पेशेवर अकादमियां खोलने की तैयारी कर रहे ब्रिटेन के स्टार मुक्केबाज आमिर खान यहां मुक्केबाजी के भविष्य को लेकर विश्वास से भरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभा को देखते हुए अगर भारत निकट भविष्य में मोहम्मद अली की क्षमता का मुक्केबाज तैयार नहीं कर पाएगा तो उन्हें काफी हैरानी होगी।
दिल्ली-एनसीआर में प्रस्तावित अकादमी के लांच की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम के इतर आमिर ने संवाददाताओं से कहा, 'मुझे लगता है कि भारत मोहम्मद अली तैयार कर सकता है। मैं यह स्वीकार ही नहीं कर सकता कि इतनी जनसंख्या और आप लोगों की इतनी प्रतिभा के साथ यह संभव नहीं हैं।' आमिर की अकादमी का मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स आर्गेनाइजेशन, सुपर फाइट प्रमोशंस के साथ समझौता है जो दक्षिण पूर्व एशिया में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी लीग लांच करने में इस स्टार मुक्केबाज की जोड़ीदार हैं। पांच दिन भारत में बिताने वाले आमिर यहां की मेहमाननवाजी से काफी प्रभावित हैं।
17 की उम्र में जीता था ओलिंपिक में सिल्वर
17 बरस की उम्र में 2004 एथेंस खेलों में रजत पदक के साथ ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले ब्रिटेन के सबसे युवा मुक्केबाज बने आमिर ने अपने दौरे के अंतिम दिन कहा, 'मैंने कभी इस तरह के प्यार की उम्मीद नहीं की थी। मैं यहां पहली बार आया हूं, कुछ शादियों (स्टार क्रिकेटर हरभजन सिंह की भी) में भी हिस्सा लिया, अजमेर शरीफ गया और यह कभी ना भुला पाने वाला अनुभव था। निश्चित तौर पर मैं दोबारा आऊंगा।'
भारत-पाक रिश्तों पर संभलकर बोले
पाक मूल का यह वेल्टरवेट मुक्केबाज भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक रिश्तों से जुड़े सवाल से नहीं बच पाया। किसी भी राजनीतिक बयान से बचते हुए आमिर ने कहा कि खेल समाधान हो सकता है। उन्होंने कहा, 'मैं पाकिस्तान में पांच अकादमियां खोल रहा हूं और वे लगभग 12 महीने में तैयार हो जाएंगी। इसके बाद भारत की अकादमियां शुरू होने पर क्या पता, आपको दोनों देशों के लड़कों के बीच बाउट देखने को मिले तो मुकाबला होगा लेकिन रैफरी की मौजूदगी में।'
उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सर्वश्रेष्ठ नहीं हैं लेकिन ब्रिटिश पाकिस्तानी होने के नाते मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि मुझे जिस भी तरह कहा जाएगा मैं मदद कर सकता हूं।' उन्होंने कहा कि हर मजहब में अच्छे और बुरे लोग होते हैं लेकिन हमें अच्छे लोगों के नक्शेकदम पर चलना है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रस्तावित अकादमी के लांच की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम के इतर आमिर ने संवाददाताओं से कहा, 'मुझे लगता है कि भारत मोहम्मद अली तैयार कर सकता है। मैं यह स्वीकार ही नहीं कर सकता कि इतनी जनसंख्या और आप लोगों की इतनी प्रतिभा के साथ यह संभव नहीं हैं।' आमिर की अकादमी का मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स आर्गेनाइजेशन, सुपर फाइट प्रमोशंस के साथ समझौता है जो दक्षिण पूर्व एशिया में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी लीग लांच करने में इस स्टार मुक्केबाज की जोड़ीदार हैं। पांच दिन भारत में बिताने वाले आमिर यहां की मेहमाननवाजी से काफी प्रभावित हैं।
17 की उम्र में जीता था ओलिंपिक में सिल्वर
17 बरस की उम्र में 2004 एथेंस खेलों में रजत पदक के साथ ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले ब्रिटेन के सबसे युवा मुक्केबाज बने आमिर ने अपने दौरे के अंतिम दिन कहा, 'मैंने कभी इस तरह के प्यार की उम्मीद नहीं की थी। मैं यहां पहली बार आया हूं, कुछ शादियों (स्टार क्रिकेटर हरभजन सिंह की भी) में भी हिस्सा लिया, अजमेर शरीफ गया और यह कभी ना भुला पाने वाला अनुभव था। निश्चित तौर पर मैं दोबारा आऊंगा।'
भारत-पाक रिश्तों पर संभलकर बोले
पाक मूल का यह वेल्टरवेट मुक्केबाज भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक रिश्तों से जुड़े सवाल से नहीं बच पाया। किसी भी राजनीतिक बयान से बचते हुए आमिर ने कहा कि खेल समाधान हो सकता है। उन्होंने कहा, 'मैं पाकिस्तान में पांच अकादमियां खोल रहा हूं और वे लगभग 12 महीने में तैयार हो जाएंगी। इसके बाद भारत की अकादमियां शुरू होने पर क्या पता, आपको दोनों देशों के लड़कों के बीच बाउट देखने को मिले तो मुकाबला होगा लेकिन रैफरी की मौजूदगी में।'
उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सर्वश्रेष्ठ नहीं हैं लेकिन ब्रिटिश पाकिस्तानी होने के नाते मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि मुझे जिस भी तरह कहा जाएगा मैं मदद कर सकता हूं।' उन्होंने कहा कि हर मजहब में अच्छे और बुरे लोग होते हैं लेकिन हमें अच्छे लोगों के नक्शेकदम पर चलना है।
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