दिल्ली में अपने लिव-इन पार्टनर आफताब के हाथों मारी गई श्रद्धा ने एक बार पहले भी अपनी हत्या की आशंका जताई थी. ये खुलासा श्रद्धा के एक दोस्त लक्ष्मण नाडार ने किया है. लक्ष्मण ने बताया कि उस समय श्रद्धा मुंबई में ही रहती थी, तब दोस्तों ने जाकर उसे आफताब के घर से निकाला था और चेतावनी भी दी थी. उस समय पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज की गई थी, क्योंकि श्रद्धा ने पुलिस में जाने से मना कर दिया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक - आफताब झगड़े के दौरान श्रद्धा की छाती पर बैठ गया और उसका गला दबा दिया. हत्या करने के बाद उसने श्रद्धा की लाश को बाथरूम में रख दिया.
मामले से जुड़ी पांच अहम जानकारियां
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब ने श्रद्धा का मोबाइल फोन महाराष्ट्र में कहीं फेंका है, जिसे पुलिस तलाश कर रही है.
आफताब श्रद्धा से डेटिंग ऐप के जरिए मिला था. मर्डर के 20-25 दिन के अंदर आफताब ने ऐप से नई गर्लफ्रेंड बनाई थी.
जब दूसरी गर्लफ्रेंड आई, तो आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़े कबर्ड में रख दिए थे.
श्रद्धा के इंस्टाग्राम से आफताब श्रद्धा के दोस्तों से बातचीत करता था. जून तक उसने अकाउंट को यूज किया.
आफताब शुरू से पुलिस से सिर्फ अंग्रेज़ी में बात कर रहा है, बोल रहा है - "Yes, I killed her..." आफताब का कहना है, उसे हिन्दी नहीं आती.