ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया. ब्रिटेन में आधिकारिक हलकों में महारानी के निधन को ‘ऑपरेशन लंदन ब्रिज’ के नाम से जाना जाता है. यह एक तरह का ‘प्रोटोकॉल’ है, जिसे बकिंघम पैलेस के गुरुवार को 96 वर्षीय महारानी के निधन की घोषणा के बाद लागू किया गया.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
महारानी के निधन के साथ ही ‘ऑपरेशन स्प्रिंग टाइड' भी लागू हुआ, जिसके तहत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बेटे व उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स को 73 साल की उम्र में ‘महाराज चार्ल्स तृतीय' के रूप में देश की राजगद्दी पर विराजमान हुए.
‘लंदन ब्रिज इज़ डाउन' एक ‘कोड वर्ड' है, जिसके जरिए जिससे महारानी के निजी सचिव द्वारा महारानी की मृत्यु के बारे में प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस को सूचित किया गया होगा.
‘फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस' (एफसीडीओ) का ‘ग्लोबल रिस्पांस सेंटर' ब्रिटेन के बाहर की उन 15 सरकारों, जहां महारानी राष्ट्र की प्रमुख हैं और अन्य 38 राष्ट्रमंडल देशों को समाचार भेजने का प्रभारी है.
प्रधानमंत्री ट्रस के नए राजा से मिलने के बाद राष्ट्रीय शोक की घोषणा की जाएगी.
किंग चार्ल्स तृतीय राष्ट्र को संबोधित करेंगे. लंदन में सेंट पॉल कैथेड्रल में प्रधानमंत्री और मंत्रियों के लिए एक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा.
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