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This Article is From Aug 29, 2018

मध्यप्रदेश के बाद अब राजस्थान में हजारों मतदाताओं के एक से ज्यादा वोटर कार्ड

राजस्थान में तीन महीने में चुनाव होने हैं. इस बीच कई जगहों से चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. राजस्थान में हजारों मतदाताओं के एक से ज्यादा वोटर कार्ड बने हुए हैं.

मध्यप्रदेश के बाद अब राजस्थान में हजारों मतदाताओं के एक से ज्यादा वोटर कार्ड
राजस्थान में तीन महीने में चुनाव होने वाले हैं.
जयपुर:

राजस्थान में तीन महीने में चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव आयोग तैयारियों में जुटा हुआ है. इस बीच कई जगहों से चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. राजस्थान में हजारों मतदाताओं के एक से ज्यादा वोटर कार्ड बने हुए हैं. जैसे जयपुर शहर का किशनपोल विधानसभा क्षेत्र. कांग्रेस का आरोप है कि यहां 19 हज़ार से ज़्यादा मतदाता ऐसे हैं, जिनके एक से अधिक वोटर आई कार्ड बने हुए हैं. उन्होंने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की है...NDTV ने भी इस मामले की ख़ास पड़ताल की और ऐसे कई मतदाता निकले जिनके कहीं-कहीं दो, तो कहीं तीन तो कहीं छह तक मतदाता पहचान पत्र बने हुए हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश में भी ऐसा ही मामला सामने आया था.

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चुनाव आयोग की सूची में रुक्मणि देवी के नाम और पते से एक नहीं तीन वोटर ID कार्ड बने हुए हैं. रुक्मणि देवी ने बताया कि उसे अभी पता चला कि उनके नाम से तीन वोटर कार्ड बने हुए हैं. उनकी भाभी मंजू जब मतदाताओं की सूची को गौर से देखती हैं तो हैरानी होती हैं. उनके भतीजी नेहा के नाम से भी 2 वोटर ID है, लेकिन नेहा कहती है कि उसके पास आज तक एक भी वोटर ID नहीं पहुंचा है. नेहा ने कहा कि मैंने दो बार फॉर्म भरवाया, लेकिन एक बार भी वोटर कार्ड मेरे पास नहीं पहुंचा. किशन पोल विधान सभा क्षेत्र में हम स्वाति जैन के घर जाते हैं. स्वाति के भी 2 वोटर ID बने हुए हैं. पता, पति का नाम, लिंग, आयु दोनों ID में एक जैसे हैं. बस फ़र्क़ इतना है की वोटर ID की सीरीज अलग है और एक में उनके फोटो नहीं है.

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किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता अमिन कागजी ने कहा कि एक ही आदमी अगर तीन बार वोट दाल रहा है तो वह फ्रॉड कर रहा है. एक आदमी का एक ही पहचान पत्र हो सकता है. किसी भी आदमी का दो मतदान पत्र नहीं हो सकता. 

अनीता के नाम से 6 वोटर ID है. 4  वोटर ID में उनका पता नहीं लिखा है, सिर्फ एक में उनका पता है और वहां भी वो नहीं रहती. अनीता के रिश्तेदार ने बताया कि अह अनीता इस पते पर नहीं रहती है. इसके बाद जिला प्रशासन हरकर में आ गया है और डुप्लीकेट एंट्रीज हटाने में जुट गया है. जयपुर के कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने कहा कि ज़िले में 19 विधान सभा में 10 लाख सस्पेक्ट एंट्रीज हैं. हमने 6 लाख चेक किया है, इसमें 12,000 डुप्लीकेट हैं. इनको चेक करवाया जा रहा है.

VIDEO : राजस्थान में हजारों मतदाताओं के एक से ज्यादा वोटर कार्ड


ये इलक्शन कमीशन से जो वोटर ID है उनका ब्योरा निकला गया है, लेकिन हैरानी की बात है की एक शख्स के नाम से 3-3 वोटर ID हैं वो भी अलग-अलग बूथ के, यानी एक शख्स 3 अलग जगह 3 वोटर ID से वोट दे सकता है. उदहारण के तौर पे सुनीता पोलिंग बूथ और वोटर आईडी बदल जाती है, लेकिन महिला वही रहती है. सिर्फ सुनीता ही नहीं ऐसे 19,500 नाम हैं, जो जयपुर के एक ही विधान सभा में उजागर हुए हैं. क्या इलेक्शन कमीशन इनको सुधर पाएगी.

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