दुष्कर्म पीड़िता द्वारा पुलिस थाने में आत्मदाह किये जाने का मामला मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में उठा जहां बीजेपी विधायकों ने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर सदन से बहिर्गमन किया है. इस बीच राज्य सरकार ने संबद्ध थाने के प्रभारी को निलंबित करने तथा मामले की जांच सीआईडी (सीबी) से कराने की घोषणा की है. बीजेपी विधायक कालीचरण सर्राफ ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाया. उन्होंने कहा कि जिन पुलिस अधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण दुष्कर्म पीड़िता को आत्मदाह करना पड़ा उन्हें बर्खास्त किया जाए. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाये और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की. इसी मामले पर बोलते हुए प्रतिपक्ष उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने सवाल उठाया कि अगर मामला झूठा है तो पुलिस ने एफआईआर क्यों नहीं पेश की. उन्होंने सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों की लंबी फेहरिस्त है.
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सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल जवाब देने लगे तो सत्ता पक्ष और विपक्ष में बहस हो गयी. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने से इनकार कर दिया. शोर शराबे के बीच बीजेपी के विधायकों ने बहिर्गमन कर दिया. बीजेपी के सदस्य लगभग दस मिनट बाद वापस लौटे. उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार से जवाब दिलाने की मांग को लेकर आसन के सामने आकर नारेबाजी की. उन्होंने ‘ये सरकार निकम्मी है' और ‘ सरकार जवाब दो' के नारे लगाए.
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विधायक किरण महेश्वरी ने कहा कि सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए. बीजेपी विधायकों की नारेबाजी के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी. उल्लेखनीय है कि इस मामले में महिला ने अपने रिश्ते के एक देवर पर बलात्कार का आरोप लगाया था. यह महिला आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग कर रही थी. महिला रविवार को अपने बेटे के साथ यहां वैशाली नगर थाने पहुंची और मुख्य गेट के पास खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली. उसकी सोमवार सुबह उपचार के दौरान मौत हो गयी.वहीं राज्य सरकार ने वैशाली नगर थाने के प्रभारी संजय गोदारा को हटा दिया है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संतोष चाकले ने बताया कि एसएचओ को हटा दिया गया है और उन्हें पदस्थापन की प्रतीक्षा (एपीओ) में रखा गया है. उन्होंने कहा कि बलात्कार के इस मामले को जांच के लिए सीआईडी (सीबी) के पास भेजा गया है. इस दौरान पुलिस द्वारा जांच में किसी लापरवाही वाले पहलू की जांच भी की जाएगी. वहीं संसदीय कार्यमंत्री धारीवाल ने कहा है कि सम्बद्ध पुलिस निरीक्षक को निलंबित किया जा रहा है. उन्होंने सदन के बाहर पत्रकारों से कहा कि मामले की जांच अब सीआईडी (सीबी) का अधिकारी करेगा. इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग की एक सदस्य जयपुर पहुंची हैं जो पीड़िता के परिवार वालों से मिलेंगी.
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