विजय माल्या (फाइल फोटो)
लंदन:
मनी लॉन्डरिंग केस में भगोड़ा घोषित किए जा चुके कारोबारी विजय माल्या को लंदन में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में देखे जाने के बाद विवाद शुरू हो गया है। इस मामले में विजय माल्या ने कहा है, 'मैं बिन बुलाए जाने वालों में से नहीं हूं।' उन्होंने कहा कि वे उक्त कार्यक्रम में आमंत्रित थे। इस कार्यक्रम में भारत के हाई कमिश्नर भी मौजूद थे।
गुरुवार को लंदन स्कूल ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सुहेल सेठ की एक किताब का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के हाई कमिश्नर नवतेज सरना शामिल हुए थे, जिसमें माल्या भी देखे गये थे। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने कल स्पष्टीकरण जारी किया था कि माल्या कार्यक्रम के आयोजकों के आमंत्रित अतिथियों की सूची में शामिल नहीं थे।
अतिथियों की लिस्ट में शामिल नहीं होने के दावों के बीच माल्या ने ट्वीट किया, "मैं अपने जीवन में कभी बिना बुलाए कहीं नहीं गया, मैं बिना बुलाए जाने वालों में नहीं और ऐसा कभी नहीं करूंगा।" विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जब उच्चायुक्त ने दर्शकों के बीच माल्या को देखा तो वह अपनी टिप्पणियों के तुरंत बाद मंच और कार्यक्रम स्थल से चले गये थे।
कार्यक्रम शुरू होने के बाद प्रवेश करने वाले माल्या ने ट्वीट किया, "मैं अपने मित्र लेखक के लिए गया था। अपनी बेटी के साथ शांतिपूर्वक बैठा और बातें सुनी। इसके बाद हेडलाइंस न्यूज और अवांछित अटकलें लगने लगीं।" उन्होंने कहा, "कोई सबूत नहीं, कोई आरोपपत्र नहीं। इन सभी दावों से पहले क्या मुझे मेरे कानूनी उपचारों के प्रयोग का मौका नहीं दिया जाना चाहिए? बहुत अनुचित है।" यह पता चलने के बाद सोशल मीडिया में हलचल मच गई कि सुहैल सेठ की नई पुस्तक के विमोचन के मौके पर सरना विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए जबकि माल्या भी दर्शकों में मौजूद थे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
गुरुवार को लंदन स्कूल ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सुहेल सेठ की एक किताब का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के हाई कमिश्नर नवतेज सरना शामिल हुए थे, जिसमें माल्या भी देखे गये थे। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने कल स्पष्टीकरण जारी किया था कि माल्या कार्यक्रम के आयोजकों के आमंत्रित अतिथियों की सूची में शामिल नहीं थे।
अतिथियों की लिस्ट में शामिल नहीं होने के दावों के बीच माल्या ने ट्वीट किया, "मैं अपने जीवन में कभी बिना बुलाए कहीं नहीं गया, मैं बिना बुलाए जाने वालों में नहीं और ऐसा कभी नहीं करूंगा।" विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जब उच्चायुक्त ने दर्शकों के बीच माल्या को देखा तो वह अपनी टिप्पणियों के तुरंत बाद मंच और कार्यक्रम स्थल से चले गये थे।
कार्यक्रम शुरू होने के बाद प्रवेश करने वाले माल्या ने ट्वीट किया, "मैं अपने मित्र लेखक के लिए गया था। अपनी बेटी के साथ शांतिपूर्वक बैठा और बातें सुनी। इसके बाद हेडलाइंस न्यूज और अवांछित अटकलें लगने लगीं।" उन्होंने कहा, "कोई सबूत नहीं, कोई आरोपपत्र नहीं। इन सभी दावों से पहले क्या मुझे मेरे कानूनी उपचारों के प्रयोग का मौका नहीं दिया जाना चाहिए? बहुत अनुचित है।" यह पता चलने के बाद सोशल मीडिया में हलचल मच गई कि सुहैल सेठ की नई पुस्तक के विमोचन के मौके पर सरना विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए जबकि माल्या भी दर्शकों में मौजूद थे।
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