विज्ञापन
This Article is From Jan 14, 2017

नीतीश कुमार के 'दही-चूड़ा' से खुद को दूर रखेगी कांग्रेस, बीजेपी को निमंत्रित करने से नाराज

नीतीश कुमार के 'दही-चूड़ा' से खुद को दूर रखेगी कांग्रेस, बीजेपी को निमंत्रित करने से नाराज
मकर संक्रांति पर पटना में सीएम नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव के घर पहुंचे.
पटना: जनता दल यूनाइटेड के रविवार को आयोजित चूड़ा-दही के भोज से कांग्रेस खुद को अलग रखेगी. कांग्रेस इस भोज में बिहार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को निमंत्रण देने से नाखुश है.

हालांकि आधिकारिक रूप से कांग्रेस के नेता फिलहाल कुछ नहीं बोल रहे लेकिन बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी का कहना है कि बिहार जनता दल के अध्यक्ष  वशिष्ठ नारायण सिंह जानते हैं कि आखिर बीजेपी को क्यों इस साल बुलाया गया. और यह उनका अधिकार है कि वे किसे बुलाएं, लेकिन पार्टी इस निर्णय से निश्चित रूप से खुश नहीं है.

हालांकि जनता दल यूनाइटेड के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस थोड़ी जल्दबाजी दिखा रही है, क्योंकि न केवल बीजेपी बल्कि वामपंथी दलों के नेताओं को भी निमंत्रित किया गया है. निमंत्रित तो लालू यादव ने भी बीजेपी नेताओं को किया था, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने उस पर कोई तीखी प्रतिक्रिया नहीं दी. यह अलग बात है कि बिहार बीजेपी के नेताओं ने लालू यादव के चूड़ा-दही के भोज का यह कहकर निमंत्रण ठुकरा दिया कि लालू यादव ने खुद उन्हें निमंत्रित नहीं किया बल्कि अपने सहयोगियों से फोन करवाया. बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने रविवार को जनता दल यूनाइटेड के भोज में जाने की पुष्टि करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार के साथ उन लोगों के पुराने सम्बंध रहे हैं.

यह भी पढ़ें- दही-चूड़ा राजनीति! मकर संक्रांति पर नीतीश कुमार के भोज में बीजेपी नेता आमंत्रित

जनता दल यूनाइटेड के नेता कहते हैं कि अपने विरोधियों को बुलाने की शुरुआत लालू यादव ने की है और उनकी पार्टी बस इस अच्छी परंपरा को आगे बढ़ा रही है. हालांकि शनिवार को लालू यादव द्वारा आयोजित भोज में बीजेपी के नेताओं के अलावा महागठबंधन के सभी नेता मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोध गया में काल चक्र फेस्टिवल के समापन समारोह में भाग लेने के बाद पटना वापस आने के बाद लालू यादव के घर पहुंचे. वहीं बीजेपी के नेता, पार्टी के विधायक रजनीश कुमार सिंह के घर पर भोज में जुटे.

कांग्रेस की घोषणा के बाद अब सबकी निगाहें जनता दल यूनाइटेड के रविवार के भोज पर रहेगी. सवाल है कि क्या कांग्रेस के मंत्री ही इससे अपने आपको अलग रखेंगे? पार्टी के विधायक भाग लेंगे या नहीं? जो भी हो, लेकिन निश्चित रूप से बिहार में मकर संक्रांति का भोज भी इस बात का सूचकांक बनता जा रहा है कि राज्य की राजनीति किस करवट बैठ रही है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Previous Article
ईरान पर कब हमला करेगा इजरायल, किस दबाव में हैं बेंजामिन नेतन्याहू
नीतीश कुमार के 'दही-चूड़ा' से खुद को दूर रखेगी कांग्रेस, बीजेपी को निमंत्रित करने से नाराज
Exit Poll Explainer: क्या है Exit Poll? कितने सच? चुनावी चाणक्यों की 1957 से अब तक की पूरी कहानी
Next Article
Exit Poll Explainer: क्या है Exit Poll? कितने सच? चुनावी चाणक्यों की 1957 से अब तक की पूरी कहानी
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com