यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फाइल तस्वीर
लखनऊ:
बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की अभद्र टिप्पणी के बाद दोनों दलों में जवाबी हमलों के बीच इस मुद्दे पर पहली बार कुछ बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि दोनों के बीच इसको लेकर कॉम्पिटिशन चल रहा है कि कौन अधिक अभद्र भाषा का प्रयोग कर सकता है।
अखिलेश ने कहा, 'दोनों पार्टियों के बीच यह कॉम्पिटिशन चल रहा है कि कौन ज्यादा बोल सकता है और कौन ज्यादा अभद्र भाषा का प्रयोग कर सकता है।' इस मुद्दे पर भाजपा और बसपा के परस्पर विरोधी प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा, 'तीन दिन से प्रदर्शन चल रहे हैं। एक (दयाशंकर सिंह) ने जो कहा वह गलत कहा। मगर मेरा कहना है कि उसका एक हिस्सा निंदनीय है, मगर दूसरा हिस्सा सही है।' उनका इशारा दयाशंकर सिंह की तरफ से मायावती पर टिकट बेचने के आरोप की तरफ था।
उन्होंने कहा, 'हम सब जानते है कि लोग बसपा में पैसे देकर टिकट पाते हैं...यह बात तो वे भी कह रहे हैं, जिन्होंने हाल में बसपा छोड़ी है।' मुख्यमंत्री ने दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को राजधानी में हुए बसपा के प्रदर्शन के दौरान अपशब्दों के प्रयोग की निंदा करते हुए कहा, 'यह सही है कि किसी महिला के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। मगर जवाब में (बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा) जो कहा गया, और वह भी सार्वजनिक मंच से, वह भी ठीक नहीं था।'
उन्होंने कहा कि तहजीब और अदब के लिए जाने जाने वाले लखनऊ शहर के मिजाज से यह मेल नहीं खाता। अखिलेश ने भाजपा और बसपा पर तंज करते हुए कहा कि दोनों को मुकाबला जारी रखना चाहिए और किसी को 'सरेंडर' नहीं करना चाहिए।
उन्होंने इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमों के बारे में कहा, 'एफआईआर दर्ज कराई गई है और कानून अपना काम करेगा।' अखिलेश ने गोरखपुर में किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दावे पर भी प्रश्न उठाया कि चीनी मिलों पर किसानों का अब सिर्फ 175 करोड़ रुपये ही बकाया बचा है।
उन्होंने कहा, 'शुक्रवार से ही मैं हिसाब-किताब जुटाने में लगा हूं...मेरे हिसाब से तो किसानों का 3000 करोड़ रुपया बकाया है। 175 करोड़ रुपये ही बकाये की बात कहां से आई...यह बात मंच से कही गई है।' नई दिल्ली से शुरू हुई कांग्रेस नेताओं की यूपी तक की बस यात्रा का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि सर्वाधिक समय तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकारें रही है...प्रदेश की समस्याओं के लिए सबसे अधिक जवाबदेही तो कांग्रेस की ही है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अखिलेश ने कहा, 'दोनों पार्टियों के बीच यह कॉम्पिटिशन चल रहा है कि कौन ज्यादा बोल सकता है और कौन ज्यादा अभद्र भाषा का प्रयोग कर सकता है।' इस मुद्दे पर भाजपा और बसपा के परस्पर विरोधी प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा, 'तीन दिन से प्रदर्शन चल रहे हैं। एक (दयाशंकर सिंह) ने जो कहा वह गलत कहा। मगर मेरा कहना है कि उसका एक हिस्सा निंदनीय है, मगर दूसरा हिस्सा सही है।' उनका इशारा दयाशंकर सिंह की तरफ से मायावती पर टिकट बेचने के आरोप की तरफ था।
उन्होंने कहा, 'हम सब जानते है कि लोग बसपा में पैसे देकर टिकट पाते हैं...यह बात तो वे भी कह रहे हैं, जिन्होंने हाल में बसपा छोड़ी है।' मुख्यमंत्री ने दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को राजधानी में हुए बसपा के प्रदर्शन के दौरान अपशब्दों के प्रयोग की निंदा करते हुए कहा, 'यह सही है कि किसी महिला के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। मगर जवाब में (बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा) जो कहा गया, और वह भी सार्वजनिक मंच से, वह भी ठीक नहीं था।'
उन्होंने कहा कि तहजीब और अदब के लिए जाने जाने वाले लखनऊ शहर के मिजाज से यह मेल नहीं खाता। अखिलेश ने भाजपा और बसपा पर तंज करते हुए कहा कि दोनों को मुकाबला जारी रखना चाहिए और किसी को 'सरेंडर' नहीं करना चाहिए।
उन्होंने इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमों के बारे में कहा, 'एफआईआर दर्ज कराई गई है और कानून अपना काम करेगा।' अखिलेश ने गोरखपुर में किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दावे पर भी प्रश्न उठाया कि चीनी मिलों पर किसानों का अब सिर्फ 175 करोड़ रुपये ही बकाया बचा है।
उन्होंने कहा, 'शुक्रवार से ही मैं हिसाब-किताब जुटाने में लगा हूं...मेरे हिसाब से तो किसानों का 3000 करोड़ रुपया बकाया है। 175 करोड़ रुपये ही बकाये की बात कहां से आई...यह बात मंच से कही गई है।' नई दिल्ली से शुरू हुई कांग्रेस नेताओं की यूपी तक की बस यात्रा का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि सर्वाधिक समय तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकारें रही है...प्रदेश की समस्याओं के लिए सबसे अधिक जवाबदेही तो कांग्रेस की ही है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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