तोक्यो पैरालंपिक की पुरुषों के चक्का फेंक में भारतीय एथलीट विनोद कुमार का पुरूषों की एफ52 स्पर्धा में कांस्य पदक उनके विकार के क्लासीफिकेशन पर विरोध के बाद रोक दिया गया. एफ52 स्पर्धा में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं जिनकी मांसपेशियों की क्षमता कमजोर होती है और उनके मूवमेंट सीमित होते हैं, हाथों में विकार होता है या पैर की लंबाई में अंतर होता है, जिससे खिलाड़ी बैठकर प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेते हैं. आयोजकों ने 22 अगस्त को विनोद का क्लासिफिकेशन कियाथा. सूत्रों के अनुसार विनोद के चिकित्सीय क्वालीफिकेशन को चुनौती दी गयी है. खेलों के आयोजकों के एक बयान के अनुसार, ‘प्रतियोगिता में क्लासिफिकेशन निरीक्षण के कारण इस स्पर्धा का नतीजा अभी समीक्षा के अधीन है. पदक समारोह भी 30 अगस्त के शाम के सत्र तक स्थगित कर दिया गया है. भारत के दल प्रमुख गुरशरण सिंह ने कहा कि विनोद कुमार का पदक अभी बना रहेगा.
Vinod KUMAR Result on Hold: His opponent has protested and has asked to review the result. Vinod Kumar has won the bronze medal #Paralympics https://t.co/iya4bUAZC3
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) August 29, 2021
उन्होंने कहा, ‘विरोध एक देश या शायद एक से ज्यादा देश से हो सकता है, हम नहीं जानते क्योंकि इसका खुलासा नहीं किया जा सकता. विनोद का पैरालंपिक शुरू होने से पहले जो क्लासिफिकेशन किया गया था, उसमें कुछ मुद्दा हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘विनोद का नतीजा जो कांस्य पदक है, वो अब भी बरकरार है और इस संबंध में फैसला आज आने की उम्मीद नहीं है क्योंकि अब बहुत देर हो गयी है. इस पर कल फैसले की उम्मीद है.'
बीएसएफ के 41 साल के जवान विनोद कुमार ने 19.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से एशियाई रिकार्ड बनाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया. वह पोलैंड के पियोट्र कोसेविज (20.02 मीटर) और क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडोर (19.98 मीटर) के पीछे रहे जिन्होंने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किए. इन दोनों एथलीटों के पदकों से पहले भाविनाबेन पटेल ने सुबह महिलाओं की एकल टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा में रजत पदक जीता था. भारत के 24 सदस्यीय एथलेटिक्स दल से इस बार शानदार प्रदर्शन (कम से कम 10 पदक) की उम्मीद है और उसने इसी कड़ी में रविवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर अच्छी शुरुआत की.
सुरक्षा बल (बीएसएफ) में जुड़ने के बाद ट्रेनिंग करते हुए वह लेह में एक चोटी से गिर गये थे जिससे उनके पैर में चोट लगी थी इसके कारण वह करीब एक दशक तक बिस्तर पर रहे थे और इसी दौरान उनके माता-पिता दोनों का देहांत हो गया था.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘विनोद कुमार के शानदार प्रदर्शन से भारत खुश है. कांस्य पदक के लिये उन्हें बधाई. उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से शानदार परिणाम मिल रहा है.'
VIDEO: ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू ने एनडीटीवी से खास बात की थी.
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