
भारत ने अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (IOC)के 2023 में होने वाले सत्र (IOC session)की मुंबई में मेजबानी के लिए मंगलवार को अपना दावा पेश किया. इस सत्र में 2030 के शीतकालीन (विंटर) ओलिंपिक ( Winter Olympics 2030)के मेजबान शहर का चुनाव किया जा सकता है. भारतीय ओलिंपिक संघ (Indian Olympic Association)के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा (Narinder Batra)और आईओसी सदस्य नीता अंबानी (Nita Ambani)ने आईओसी की संचालन संस्था के 134वें सत्र से इतर आईओसी प्रमुख थामस बाक को औपचारिक बोली पत्र सौंपा. इस अवसर बत्रा ने कहा, ‘भारत 2022-23 में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा और भारतीय खेलों के लिये इससे बेहतर क्या हो सकता है कि इस अवसर पर संपूर्ण ओलिंपिक समुदाय-परिवार भारत में उपस्थित रहे.'
नरिंदर बत्रा (Narinder Batra) का बुधवार को सत्र के दौरान नया आईओसी सदस्य चुना जाना भी तय है. आईओसी सेशन (IOC session)दरअसल आईसीसी के सदस्यों की साधारण सभा की बैठक हैं. सदस्यों की यह संख्या इस समय 100 के आसपास है.साल में एक बार होने वाली इस बैठक में हर सदस्य को एक वोट का अधिकार होता है और इसका निर्णय अंतिम होता है.
गौरतलब है कि भारत पहले वर्तमान सत्र की मेजबानी चाहता था लेकिन वह इटली के शहर मिलान से पिछड़ गया था. बाद में इटली ने 2026 शीतकालीन ओलिंपिक खेलों की मेजबानी का दावा पेश करने का फैसला किया जिससे मिलान में यह सत्र आयोजित नहीं हो पाया। मिलान को सोमवार को 2026 शीतकालीन ओलिंपिक की मेजबानी सौंपी गई थी. भारत ने इससे पहले 1983 में नयी दिल्ली में आईओसी सत्र की मेजबानी की थी. (इनपुट: एजेंसी)
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