
पहलगाम हमले के बाद सेना अब एक्शन मोड में है. जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग इलाकों में सेना अब आतंकियों के घरों को धराशायी करने का युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है. बीते कुछ दिनों में सेना ने 10 से ज्यादा आतंकियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो चुकी है. सेना की इस कार्रवाई को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आतंकियों के खिलाफ की जा रही इस कार्रवाई को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है.
महबूबा मुफ्ती ने सेना से की ये खास अपील
The Government of India must tread with caution and carefully distinguish between terrorists and civilians following the recent Pahalgam attack. It must not alienate innocent people, especially those opposing terror. There are reports of thousands being arrested and scores of…
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) April 27, 2025
महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि आतंकवादियों और निर्दोष नागरिकों के बीच स्पष्ट अंतर किया जाना चाहिए ताकि क्षेत्रीय एकता को बनाए रखा जा सके और विभाजन को गहराने से रोका जा सके. महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है. इस पोस्ट पर अपने बयान में कहा कि कश्मीर में हजारों लोगों की गिरफ्तारियों और घरों के विध्वंस की रिपोर्टों पर अपनी चिंता जाहिर की है. उनका दावा है कि इन रिपोर्टों में आम नागरिकों के घर भी शामिल है, जो आतंकियों के घरों के साथ ध्वस्त कर दिए हैं.
एक्शन करने से पहले अंतर करना चाहिए
महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत सरकार को सावधानी से काम लेना चाहिए और आतंकवादियों और नागरिकों के बीच अंतर करना चाहिए. उसे निर्दोष लोगों, खासकर आतंकवाद का विरोध करने वालों को अलग-थलग नहीं करना चाहिए. ऐसी खबरें हैं कि हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आम कश्मीरियों के साथ-साथ आतंकवादियों के घरों को भी ध्वस्त किया गया है. सरकार से अपील है कि वह अधिकारियों को यह निर्देश दे कि वे इस बात का ध्यान रखें कि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े क्योंकि अलगाव आतंकवादियों के विभाजन और भय के लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होता है.
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