
- अगस्त महीने में अभिनव बिंद्रा और नीरज चोपड़ा ने ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया था.
- राज्यवर्धन राठौड़, विजय कुमार, सुशील कुमार, पीवी सिंधु, रवि दाहिया ने अगस्त में ओलिंपिक सिल्वर जीते.
- अगस्त में कई भारतीय खिलाड़ियों ने ब्रॉन्ज मेडल भी जीते, जिसमें टेनिस, कुश्ती, बॉक्सिंग और बैडमिंटन प्रमुख हैं.
कई भारतीय चैंपियन टीम और खिलाड़ियों को आज़ादी के अगस्त महीने में दुनिया के अलग-अलग महीने में मेडल जीतने का मौक़ा मिला है. ये मौक़ा जब भी आया एथेंस, बीजिंग, लंदन, रियो, टोक्यो और पेरिस से लेकर अमेरिका तक भारतीय तिरंगा भी लहराया और इन टीम और खिलाड़ियों ने भारतीय जश्न का मज़ा दुगुना कर गया.
अगस्त महीने में ओलिंपिक के 2 गोल्ड मेडल
अगस्त के महीने में दो भारतीय खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीतकर अपने गोल्ड की अहमियत डायमंड सी कर दी. इसकी शुरुआत अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलिंपिक्स 2008 में की. अभिनव बिंद्रा ने 11 अगस्त 2008 को मेन्स 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल जीता. ये पहला मौक़ा था जब किसी भारतीय खिलाड़ी ने निजी तौर पर कोई मेडल अपने नाम किया था.
इसके बाद 13 साल बाद नीरज चोपड़ा ने 8 अगस्त, 2021 में टोक्यो में ये कारनामा दुहराया. लेकिन ओलिंपिक खेलों के 124 सालों के इतिहास में एथलेटिक्स में भारतीय जीत का ये पहला मौक़ा रहा. एथलेटिक्स में किसी भारतीय से मेडल जीतने की इससे पहले उम्मीद भी नहीं की जाती थी. इन मौक़ों पर भारतीय तिरंगा सबसे ऊपर तो लहराया ही बीजिंग और टोक्यो में राष्ट्रगान की धुन जन-गण-मन की गूंज दुनिया भर में गूंजी.
अगस्त महीने में ओलिंपिक के 5 सिल्वर मेडल
एथेंस ओलिंपिक्स 17 अगस्त, 2004 को राज्यवर्धन राठौड़ ने डबल ट्रैप शूटिंग में सिल्वर मेडल जीतकर पूरी दुनिया को चौंका दिया था. इससे पहले भारत ने शूटिंग में कोई पदक नहीं जीता था. लेकिन इसके बाद आने वाले ओलिंपिक खेलों में कई भारतीय शूटर्स मेडल पर निशाना लगाते रहे.
विजय कुमार ने 3 अगस्त 2012 को लंदन ओलिंपिक्स में मेन्स 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में सिल्वर मेडल जीतकर सबको दंग कर दिया. लंदन ओलिंपिक्स 2012 में ही 12 अगस्त को सुशील कुमार ने मेन्स फ्री स्टाइल कुश्ती में सिल्वर जीता. वो पहले भारतीय एथलीट रहे जिन्होंने लगातार 2 ओलिंपिक खेलों में 2 मेडल जीते.
2016 के रियो ओलिंपिक्स में 19 अगस्त को भारत की पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया और पूरा भारत टीवी पर इसे ‘महाभारत' सीरीयल की तरह देखता रहा.
टोक्यो ओलिंपिक्स 2020 में वैसे तो भारत ने 2 सिल्वर मेडल जीता. मीराबाई चानू का मेडल 24 जुलाई को आया. लेकिन दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम के रवि दाहिया ने मेन्स फ्रीस्टाइल कुश्ती के 57 किलोग्राम वर्ग में 5 अगस्त, 2021 को सिल्वर मेडल जीतकर सबको हैरान कर दिया.
अगस्त महीने में ओलिंपिक के 14 ब्रॉन्ज मेडल
ऐसे कई खुशकिस्मत खिलाड़ी हैं जिन्होंने अगस्त के महीने में ओलिंपिक के ब्रॉन्ज़ मेडल जीते और ये खिलाड़ी आज भी आज़ादी के जश्न के साथ अपने मेडल की जीत को याद करते हैं. लिएंडर पेस (3 अगस्त, 1996, टेनिस), सुशील कुमार (20 अगस्त, 2008, कुश्ती), विजेन्दर सिंह (22 अगस्त, 2008, बॉक्सिंग) उन चुनिंदा खिलाड़ियों में रहे जो 90' और 2000 के पहले दशक में मेडल जीतने में कामयाब रहे.
2010 से 2020 के बीच ओलिंपिक के अगस्त महीने में यही कारनामा कई खिलाड़ियों ने दुहराया. लंदन ओलिंपिक्स 2012 में सायना नेहवाल (4 अगस्त, 2012, बैडमिंटन), मैरीकॉम (8 अगस्त, 2012, बॉक्सिंग) और योगेश्वर दत्त (11 अगस्त, 2012, कुश्ती) को लंदन ओलिंपिक्स 2012 में हासिल हुआ.
रियो ओलिंपिक्स 2016 में भारत की सिर्फ दो महिलाओं ने ही मेडल जीते. पीवी सिंधु ने सिल्वर तो साक्षी मलिक ने 17 अगस्त को 58 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती का कांस्य जीतकर भारत की लाज रखी थी.
टोक्यो ओलिंपिक्स 2020 में एकबार फिर 1 अगस्त, 2021 को पीवी सिंधु (बैडमिंटन), 4 अगस्त को असम की लवलीना बोर्गोहैन (बॉक्सिंग), 7 अगस्त को बजरंग पुनिया ने कुश्ती और 5 अगस्त को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद हॉकी का ब्रॉन्ज़ जीतकर सभी भारतीय को जश्न मनाने का मौक़ा दे दिया.
पेरिस ओलिंपिक्स 2024 में मनु भाकर के मुक़ाबले जुलाई महीने में ही ख़त्म हो गए. जबकि, महाराष्ट्र के स्वप्निल कुसाले ने 1 अगस्त को मेन्स 50 मीटर राइफ़ल थ्री पोज़िशन का ब्रॉन्ज़ जीता. भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 8 अगस्त को एक बार फिर पोडयिम पर पांव जमाया. जबकि, दिल्लीके छत्रसाल स्टेडियम के अमन सेहरावत ने 57 किलोग्राम वर्ग में 9 अगस्त को कांस्य जीता और 15 अगस्त को आज़ादी के अमृत महोत्सव के साथ अपने जश्न का रंग सुनहला कर दिया.
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