सांकेतिक तस्वीर
नासिक:
नासिक के एक कचरा परिसर में 50 फुट ऊंचा कचरे का ढेर गिर जाने से उसके नीचे 40 वर्षीय एक महिला और उसकी बेटी कथित तौर पर जिंदा दफन हो गईं।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि यह घटना बुधवार को घटी। हालांकि नासिक नगर निगम (एनएमसी) के अधिकारियों ने गुरुवार रात पांच घंटे के तलाशी अभियान के बाद दोनों के शव कचरे से बाहर निकाल लिए थे।
इंदिरा नगर पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता पूनम माली और कोमल माली (8) खाना बनाने के लिए लकड़ी इकट्ठा करने के लिए विलहोली नाका में नगर निकाय के कचरा डिपो गई थीं। वहां कचरे में फंसने के कारण दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि यह घटना उस वक्त सामने आई जब कवथेवाड़ी की रहने वाली दोनों पीड़िताएं बुधवार शाम तक घर नहीं लौटीं। इसके बाद उनके परिवार वालों ने एनएमसी अधिकारियों और शिवसेना कार्यकर्ता सुदान डेमसे से संपर्क किया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि यह घटना बुधवार को घटी। हालांकि नासिक नगर निगम (एनएमसी) के अधिकारियों ने गुरुवार रात पांच घंटे के तलाशी अभियान के बाद दोनों के शव कचरे से बाहर निकाल लिए थे।
इंदिरा नगर पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता पूनम माली और कोमल माली (8) खाना बनाने के लिए लकड़ी इकट्ठा करने के लिए विलहोली नाका में नगर निकाय के कचरा डिपो गई थीं। वहां कचरे में फंसने के कारण दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि यह घटना उस वक्त सामने आई जब कवथेवाड़ी की रहने वाली दोनों पीड़िताएं बुधवार शाम तक घर नहीं लौटीं। इसके बाद उनके परिवार वालों ने एनएमसी अधिकारियों और शिवसेना कार्यकर्ता सुदान डेमसे से संपर्क किया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)