BHU में हालात काबू में रखने के लिए पीएसी जवानों के साथ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है
वाराणसी:
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में रेजिडेंट डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों द्वारा कुछ छात्रों से कथित तौर पर हाथापाई करने के बाद छात्रों के उपद्रव और आगजनी से विश्वविद्यालय परिसर में हिंसा भड़क उठी. पुलिस ने बताया कि घटना में करीब छह छात्र घायल हो गए.
बुधवार रात बीए द्वितीय वर्ष के दो छात्र मरहम-पट्टी करवाने बीचयू के ट्रामा सेंटर गए और वहां रेजिडेंट डॉक्टरों से उनकी कहासुनी हो गई, जिसके बाद हाथापाई होने लगी.
रेजिडेंट डॉक्टरों ने अनुशासन बोर्ड के कर्मचारियों, गार्ड और ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर दो छात्रों को पीट दिया. इसके बाद दोनों छात्रों ने अपने साथियों को बुला लिया. कर्मचारियों और गार्डों ने उनकी भी पिटाई कर दी.
घटना की सूचना जैसे ही हॉस्टल के छात्रों को मिली, बड़ी संख्या में छात्र ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए हिंसा की. इससे आपात सेवा बाधित हुई. इसके बाद गुस्साए छात्र रेजिडेंट डॉक्टरों के धनवंतरी हॉस्टल पहुंचे और वहां आधा दर्जन बाइकों में आग लगा दी. वहां उन लोगों ने पथराव भी किया और तोड़फोड़ की.
हिंसा की खबर मिलने पर जिला मजिस्ट्रेट विजय किरण आनंद और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुल्हारे बड़ी संख्या में पुलिस बल और पीएसी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और हालात पर काबू पाया.
गंभीर रूप से घायल दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना के खिलाफ ट्रॉमा सेंटर में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. वहीं विश्वविद्यालय में स्थिति तनावपूर्ण है और किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोकने के लिए पीएसी जवानों के साथ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बुधवार रात बीए द्वितीय वर्ष के दो छात्र मरहम-पट्टी करवाने बीचयू के ट्रामा सेंटर गए और वहां रेजिडेंट डॉक्टरों से उनकी कहासुनी हो गई, जिसके बाद हाथापाई होने लगी.
रेजिडेंट डॉक्टरों ने अनुशासन बोर्ड के कर्मचारियों, गार्ड और ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर दो छात्रों को पीट दिया. इसके बाद दोनों छात्रों ने अपने साथियों को बुला लिया. कर्मचारियों और गार्डों ने उनकी भी पिटाई कर दी.
घटना की सूचना जैसे ही हॉस्टल के छात्रों को मिली, बड़ी संख्या में छात्र ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए हिंसा की. इससे आपात सेवा बाधित हुई. इसके बाद गुस्साए छात्र रेजिडेंट डॉक्टरों के धनवंतरी हॉस्टल पहुंचे और वहां आधा दर्जन बाइकों में आग लगा दी. वहां उन लोगों ने पथराव भी किया और तोड़फोड़ की.
हिंसा की खबर मिलने पर जिला मजिस्ट्रेट विजय किरण आनंद और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुल्हारे बड़ी संख्या में पुलिस बल और पीएसी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और हालात पर काबू पाया.
गंभीर रूप से घायल दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना के खिलाफ ट्रॉमा सेंटर में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. वहीं विश्वविद्यालय में स्थिति तनावपूर्ण है और किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोकने के लिए पीएसी जवानों के साथ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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