रांची:
पुलिस ने आखिरकार उस सनसनीखेज हत्या का मामला सुलझा लिया है जिसके कारण झारखंड की राजधानी रांची में पिछले दो दिनों से तनाव की स्थिति थी। पुलिस के मुताबिक, यह ऑनर किलिंग का मामला हैं। मामले में स्कूल की ही एक शिक्षक, उसके पति और दो बच्चों को हिरासत में लिया गया है। रांची पुलिस का दावा है कि शिक्षक और उनके पति ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
शहर के एक निजी स्कूल में छठी कक्षा के छात्र विनय महतो के परिवार वालों को पिछली 5 फरवरी को स्कूल के शिक्षकों की ओर से खबर दी गई कि उनका बच्चा बीमार है। परिवार वाले जब तक शहर के गुरु नानक अस्पताल पहुंचे तब तक विनय की मौत हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के शरीर पर चोट के काफी निशान पाए गए। यही नहीं, उसका लिवर भी डैमेज हो गया था। इसके बावजूद, स्कूल प्रशासन इस बात पर कायम था कि बच्चे की मौत बीमारी से हुई है। यह मामला देखते ही देखते तूल पकड़ गया और विभिन्न संगठनों और अभिभावकों की ओर से स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा था।
मामले की सघन जांच के बाद रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि स्कूल के ही कुछ लोगों ने जानकारी दी थी कि मृतक छात्र मृतक विनय को एक महिला शिक्षक के घर पर देखा गया और उसके साथ मारपीट भी हुई थी। इस टीचर की बेटी भी विनय के साथ पढ़ती थी। यह भी बताया गया कि पूर्व में भी प्रेम प्रसंग के कारण विनय के साथ इस शिक्षक के बेटे ने मारपीट भी की थी। शिक्षक का बेटा भी इसी स्कूल में 11वीं का छात्र है।
पुलिस के अनुसार, परिवार वालों ने इस मामले में विनय को बुलाकर धमकी दी थी। जब वह नहीं माना तो उसके साथ जमकर मारपीट की गई और बुरी तरह से घायल अवस्था में रात के डेढ बजे स्कूल की पहली मंजिल से फेंक दिया गया ताकि किसी को शक नहीं हो। लेकिर उस रात स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम के लिए तैयारी चल रही थी और स्कूल की एक और शिक्षक ने विनय को स्कूल की बिल्डिंग में लाते हुए देख लिया था। फिलहाल इस संबंध में शिक्षक, उसके पति, बेटे और विनय की सहपाठी को हिरासत में लिया गया है।
शहर के एक निजी स्कूल में छठी कक्षा के छात्र विनय महतो के परिवार वालों को पिछली 5 फरवरी को स्कूल के शिक्षकों की ओर से खबर दी गई कि उनका बच्चा बीमार है। परिवार वाले जब तक शहर के गुरु नानक अस्पताल पहुंचे तब तक विनय की मौत हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के शरीर पर चोट के काफी निशान पाए गए। यही नहीं, उसका लिवर भी डैमेज हो गया था। इसके बावजूद, स्कूल प्रशासन इस बात पर कायम था कि बच्चे की मौत बीमारी से हुई है। यह मामला देखते ही देखते तूल पकड़ गया और विभिन्न संगठनों और अभिभावकों की ओर से स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा था।
मामले की सघन जांच के बाद रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि स्कूल के ही कुछ लोगों ने जानकारी दी थी कि मृतक छात्र मृतक विनय को एक महिला शिक्षक के घर पर देखा गया और उसके साथ मारपीट भी हुई थी। इस टीचर की बेटी भी विनय के साथ पढ़ती थी। यह भी बताया गया कि पूर्व में भी प्रेम प्रसंग के कारण विनय के साथ इस शिक्षक के बेटे ने मारपीट भी की थी। शिक्षक का बेटा भी इसी स्कूल में 11वीं का छात्र है।
पुलिस के अनुसार, परिवार वालों ने इस मामले में विनय को बुलाकर धमकी दी थी। जब वह नहीं माना तो उसके साथ जमकर मारपीट की गई और बुरी तरह से घायल अवस्था में रात के डेढ बजे स्कूल की पहली मंजिल से फेंक दिया गया ताकि किसी को शक नहीं हो। लेकिर उस रात स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम के लिए तैयारी चल रही थी और स्कूल की एक और शिक्षक ने विनय को स्कूल की बिल्डिंग में लाते हुए देख लिया था। फिलहाल इस संबंध में शिक्षक, उसके पति, बेटे और विनय की सहपाठी को हिरासत में लिया गया है।
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