देहरादून:
आईएमए यानी भारतीय सैन्य अकादमी की चेट वुड बिल्डिंग के सामने ड्रिल स्क्वायर पर कदम से कदम मिला कर चलते 565 नौजवान शनिवार को भव्य परेड के बाद अंतिम पग पार करते ही भारतीय सेना में अधिकारी बन गए।
मित्र देशों के 45 कैडेट भी प्रशिक्षण पूरा कर सैन्य अधिकारी बन गए। कड़ी मेहनत और प्रशिक्षण के बाद सेना में बतौर अफसर शामिल हो रहे इन नौजवानों का हौसला बढ़ाने और इस ऐतिहासिक घड़ी का गवाह बनने के लिए इनके परिजन भी दूर दराज से यहां आये थे जिन्होंने सेना का हिस्सा बने इन अफसरों का होसला बढ़ाया।
दक्षिण पश्चिमी कमान के जीओसी-इन-सी और पासिंग आउट परेड के समीक्षा अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल सरत चन्द्र ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली। भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने वाले 565 ऑफिसर्स में 98 कैडेट यूपी से हैं।
शनिवार को संम्पन्न हुई पासिंग आउट परेड में आईएमए के 138वें नियमित कोर्स में 425 कैडेट, 107 डायरेक्ट एंट्री, 279 एक्स एनडीए, और 39 एक्स एसीसी वाले कैडेट्स शामिल हैं। इसके साथ ही 140 कैडेट्स 121, टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के पास आउट हुए। राज्यों की आबादी के हिसाब से देखा जाए तो उत्तराखंड की महज 1.10 करोड़ की आबादी है जबकि यूपी की उससे 20 गुना अधिक है। ऐसे में पहाड़ी राज्य उत्तराखंड से सेना में शामिल होने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
पड़ोसी राज्य हिमाचल और पंजाब भी टॉप 10 राज्यों में शामिल हैं। बिहार से भी युवाओं का सेना के प्रति आकर्षण बढ़ा है। आईएमए के इस ऐतिहासिक परिसर में पासिंग आउट परेड का हिस्सा बने 565 जांबाज केडेट्स के अलावा मित्र देशों के 45 केडेट्स भी अपने-अपने देश की सेना में अधिकारियों के रूप में शामिल हो गए।
मित्र देशों के इन केडेट्स में अफगानिस्तान के 27, भूटान के 10, तजाकिस्तान के 5, मॉरिशिश के 1, मालदीव का 1 व लेसोथो का 1 केडेट भी शामिल है। इस परेड में जिन 565 भारतीय नौजवानों ने देश के लिए मर मिटने की कसम खाई उनमें उत्तराखंड के 52, उत्तर प्रदेश के 98, बिहार के 60, मध्यप्रदेश के 14, हरियाणा के 60, हिमाचल प्रदेश के 32, जम्मू-कश्मीर के 15, झारखंड के 8, कर्नाटक के 13, केरल के 16, मध्य प्रदेश के 14, महारास्ट्र के 36, पश्चिम बंगाल के 13 कैडेट शामिल हैं।
मित्र देशों के 45 कैडेट भी प्रशिक्षण पूरा कर सैन्य अधिकारी बन गए। कड़ी मेहनत और प्रशिक्षण के बाद सेना में बतौर अफसर शामिल हो रहे इन नौजवानों का हौसला बढ़ाने और इस ऐतिहासिक घड़ी का गवाह बनने के लिए इनके परिजन भी दूर दराज से यहां आये थे जिन्होंने सेना का हिस्सा बने इन अफसरों का होसला बढ़ाया।
दक्षिण पश्चिमी कमान के जीओसी-इन-सी और पासिंग आउट परेड के समीक्षा अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल सरत चन्द्र ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली। भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने वाले 565 ऑफिसर्स में 98 कैडेट यूपी से हैं।
शनिवार को संम्पन्न हुई पासिंग आउट परेड में आईएमए के 138वें नियमित कोर्स में 425 कैडेट, 107 डायरेक्ट एंट्री, 279 एक्स एनडीए, और 39 एक्स एसीसी वाले कैडेट्स शामिल हैं। इसके साथ ही 140 कैडेट्स 121, टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के पास आउट हुए। राज्यों की आबादी के हिसाब से देखा जाए तो उत्तराखंड की महज 1.10 करोड़ की आबादी है जबकि यूपी की उससे 20 गुना अधिक है। ऐसे में पहाड़ी राज्य उत्तराखंड से सेना में शामिल होने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
पड़ोसी राज्य हिमाचल और पंजाब भी टॉप 10 राज्यों में शामिल हैं। बिहार से भी युवाओं का सेना के प्रति आकर्षण बढ़ा है। आईएमए के इस ऐतिहासिक परिसर में पासिंग आउट परेड का हिस्सा बने 565 जांबाज केडेट्स के अलावा मित्र देशों के 45 केडेट्स भी अपने-अपने देश की सेना में अधिकारियों के रूप में शामिल हो गए।
मित्र देशों के इन केडेट्स में अफगानिस्तान के 27, भूटान के 10, तजाकिस्तान के 5, मॉरिशिश के 1, मालदीव का 1 व लेसोथो का 1 केडेट भी शामिल है। इस परेड में जिन 565 भारतीय नौजवानों ने देश के लिए मर मिटने की कसम खाई उनमें उत्तराखंड के 52, उत्तर प्रदेश के 98, बिहार के 60, मध्यप्रदेश के 14, हरियाणा के 60, हिमाचल प्रदेश के 32, जम्मू-कश्मीर के 15, झारखंड के 8, कर्नाटक के 13, केरल के 16, मध्य प्रदेश के 14, महारास्ट्र के 36, पश्चिम बंगाल के 13 कैडेट शामिल हैं।
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