शांतनु भौमिक पर पीछे से हमला किया गया और अगवा कर लिया गया...
अगरतला:
त्रिपुरा के एक स्थानीय टीवी न्यूज चैनल के एक पत्रकार शांतनु भौमिक की गुरुवार को उस समय अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी, जब वह पश्चिमी त्रिपुरा जिले में इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट आफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के आंदोलन को कवर कर रहे थे. पुलिस अधीक्षक अभिजीत सप्तर्षि ने बताया कि ‘दिनरात’ न्यूज चैनल के पत्रकार शांतनु भौमिक मंडई में आईपीएफटी के सड़क जाम तथा आंदोलन को कवर रहे थे. उसी दौरान उन पर पीछे से हमला किया गया और उनका अपहरण कर लिया गया.
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अभिजीत सप्तर्षि कहा कि बाद में भौमिक का पता लगा और उनके शरीर पर चाकू से हमले के कई निशान थे. उन्हें तत्काल अगरतला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया जहां डक्टरों ने उन्हें मृत लाया घोषित कर दिया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बादल चौधरी ने उनकी हत्या की निंदा की. राज्य के सूचना मंत्री भानूलाल साहा अस्पताल गए.
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंडई में स्थिति तनावपूर्ण है और क्षेत्र में पहले से ही धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है. वहां अतिरिक्त पुलिस बल भेजे जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर को माकपा के जनजातीय प्रकोष्ठ गण मुक्ति परिषद के करीब 100 कार्यकर्ता अगरतला से करीब 40 किलोमीटर दूर खोवै जिले के छनखोला क्षेत्र में आईपीएफटी के साथ झड़प में घायल हो गए थे.
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इस घटना के बाद त्रिपुरा के पश्चिमी इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है और इंटरनेट सेवा को भी अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री निवास तक जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है.
इनपुट : भाषा
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अभिजीत सप्तर्षि कहा कि बाद में भौमिक का पता लगा और उनके शरीर पर चाकू से हमले के कई निशान थे. उन्हें तत्काल अगरतला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया जहां डक्टरों ने उन्हें मृत लाया घोषित कर दिया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बादल चौधरी ने उनकी हत्या की निंदा की. राज्य के सूचना मंत्री भानूलाल साहा अस्पताल गए.
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंडई में स्थिति तनावपूर्ण है और क्षेत्र में पहले से ही धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है. वहां अतिरिक्त पुलिस बल भेजे जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर को माकपा के जनजातीय प्रकोष्ठ गण मुक्ति परिषद के करीब 100 कार्यकर्ता अगरतला से करीब 40 किलोमीटर दूर खोवै जिले के छनखोला क्षेत्र में आईपीएफटी के साथ झड़प में घायल हो गए थे.
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इस घटना के बाद त्रिपुरा के पश्चिमी इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है और इंटरनेट सेवा को भी अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री निवास तक जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है.
इनपुट : भाषा
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