महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे (फाइल फोटो)
- मुंबई स्थित जे जे अस्पताल में छगन भुजबल का ईलाज चल रहा है
- पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की
- पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है
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मुंबई:
महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने बुधवार सुबह अचानक एनसीपी नेता छगन भुजबल से मुलाक़ात कर सबको चौंका दिया. भुजबल इन दिनों आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं. इस वजह से एक आरोपी से राज्य की मंत्री की मुलाक़ात ने महाराष्ट्र के राजनितिक निरीक्षकों की भवें तान दी हैं.
बुधवार की सुबह पंकजा मुंडे का पूर्वनियोजित दौरा था, जिसके लिए वे महाराष्ट्र के कुपोषणग्रस्त इलाके जव्हार-मोखाडा तहसील में जानेवाली थी. इसलिए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 भी लागू की थी. इस दौरे पर निकली पंकजा मुंडे ने अपना काफिला महाराष्ट्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जे जे अस्पताल की तरफ़ मोड़ दिया. मुंबई स्थित जे जे अस्पताल में बुख़ार और उच्च रक्तचाप के चलते छगन भुजबल का ईलाज चल रहा है. भुजबल को मुंबई की आर्थर रोड जेल से पिछले ही हफ्ते इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
प्रत्यक्षदर्शी सूत्र बताते हैं कि पंकजा को मिलने के लिए आया देख छगन भुजबल का आत्मसंयम जवाब दे गया और वे खुद को रोक न सके. ऐसे में अस्पताल के उस रूम का माहौल कुछ देर के लिए ग़मगीन हो गया था. जिस में मंत्री पंकजा ने भुजबल का ढांढस बंधाया.
पंकजा के पिता और बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे और छगन भुजबल में ख़ासी दोस्ती थी. दोनों राज्य के ओबीसी नेताओं के रूप में परिचित थे. दोनों की राजनीति में उन्हें प्रस्थापित मराठा राजनेताओं से संघर्ष करना पड़ा. ऐसे में जब महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जोर पकड़ रहा है तब पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है.
जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी.
बुधवार की सुबह पंकजा मुंडे का पूर्वनियोजित दौरा था, जिसके लिए वे महाराष्ट्र के कुपोषणग्रस्त इलाके जव्हार-मोखाडा तहसील में जानेवाली थी. इसलिए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 भी लागू की थी. इस दौरे पर निकली पंकजा मुंडे ने अपना काफिला महाराष्ट्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जे जे अस्पताल की तरफ़ मोड़ दिया. मुंबई स्थित जे जे अस्पताल में बुख़ार और उच्च रक्तचाप के चलते छगन भुजबल का ईलाज चल रहा है. भुजबल को मुंबई की आर्थर रोड जेल से पिछले ही हफ्ते इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
प्रत्यक्षदर्शी सूत्र बताते हैं कि पंकजा को मिलने के लिए आया देख छगन भुजबल का आत्मसंयम जवाब दे गया और वे खुद को रोक न सके. ऐसे में अस्पताल के उस रूम का माहौल कुछ देर के लिए ग़मगीन हो गया था. जिस में मंत्री पंकजा ने भुजबल का ढांढस बंधाया.
पंकजा के पिता और बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे और छगन भुजबल में ख़ासी दोस्ती थी. दोनों राज्य के ओबीसी नेताओं के रूप में परिचित थे. दोनों की राजनीति में उन्हें प्रस्थापित मराठा राजनेताओं से संघर्ष करना पड़ा. ऐसे में जब महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जोर पकड़ रहा है तब पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है.
जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी.
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