नक्सली होने के आरोप में महिला गिरफ्तार, सामाजिक कार्यकर्ता कर रहे विरोध

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने एक महिला को नक्सली होने के आरोप में गिरफ्तार किया, बस्तर में आदिवासियों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया

नक्सली होने के आरोप में महिला गिरफ्तार, सामाजिक कार्यकर्ता कर रहे विरोध

प्रतीकात्मक फोटो.

रायपुर:

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने एक महिला को नक्सली होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि बस्तर में आदिवासियों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस गिरफ्तारी का विरोध किया है. दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने मंगलवार को बताया कि पुलिस ने जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के समेली गांव से एक महिला नक्सली मड़कम हिड़मे को गिरफ्तार किया है. पल्लव ने बताया कि क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की सूचना मिलने के बाद नीलवाया, रवेली, बुरगुम और पोटाली गांव की ओर जिला पुलिस बल और डीआरजी के संयुक्त दल को गस्त में भेजा गया था.

उन्होंने बताया कि वापसी के दौरान पुलिस दल ने महिला को जनताना सरकार की अध्यक्ष मड़कम हिड़मे के रूप में पहचाना और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हिड़मे के खिलाफ पुलिस दल पर हमला और ग्रामीण की हत्या समेत पांच मामला दर्ज है. उन्होंने बताया कि हिड़मे को स्थानीय अदालत में पेश गया तथा उसे वहां से इस महीने की 19 तारीख तक जेल भेज दिया गया है.

इधर इस मामले का एक कथित वीडियो सामने आया है. वीडियो में आदिवासी कार्यकर्ता सोनी सोरी और महिलाओं के समूह के साथ हिड़मे है. इस दौरान महिला और पुरूष सुरक्षा बल हिड़मे को गिरफ्तार कर पुलिस वाहन के भीतर ले जाता है. इस घटना का सोरी और अन्य महिला कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं.

सोनी सोरी ने कहा कि राज्य सरकार हिड़मे से डरी हुई है क्योंकि वह क्षेत्र में पुलिस अत्याचार और आदिवासियों की जमीन पर खनन गतिविधियों का विरोध करती है. सोरी ने कहा कि हिड़मे जेल बंदी रिहाई समिति के संयोजक के रूप में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर के साथ मुलाकात की थी और जेलों में बंद आदिवासियों को रिहा करने की मांग की थी. उन्होंने सवाल किया कि यदि वह नक्सली थी तब उसे उस दौरान क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया.

सोरी ने कहा कि जब समेली गांव में वह आदिवासी महिलाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम में एकत्र हुई थी तब पुलिस ने अवैधानिक तरीके से उसे उठा लिया.

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इधर पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) की छत्तीसगढ़ इकाई और छत्तीसगढ़ महिला अधिकार मंच ने एक संयुक्त बयान जारी कर इस गिरफ्तारी की निंदा की है तथा तत्काल रिहाई की मांग की है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)