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This Article is From Jul 20, 2020

मध्य प्रदेश: कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, उपचुनाव में भाजपा को घेरने के लिए बनी रणनीति

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार रात यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक कर प्रदेश की 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव में जनहितैषी मुद्दों को उठाकर सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई.

मध्य प्रदेश: कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, उपचुनाव में भाजपा को घेरने के लिए बनी रणनीति
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई थी.
भोपाल:

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार रात यहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक कर प्रदेश की 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव में जनहितैषी मुद्दों को उठाकर सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई. यह बैठक कांग्रेस के 24वें विधायक के पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने के दो दिन बाद हुई है. मार्च में कांग्रेस के 22 विधायक बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी और 23 मार्च को प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी.

कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ ने पिछले छह दिनों में दो विधायकों सुमित्रा देवी कास्डेकर और प्रद्युम्न सिंह लोधी के विधानसभा की सदस्यता एवं पार्टी से इस्तीफे देने के बाद भाजपा में शामिल होने को लेकर इस बैठक में चर्चा की. यह बैठक ऐसे समय हुई है जब राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कुछ और विधायक पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं.

बैठक में मौजूद एक विधायक ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस बैठक में कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने का फैसला किया है. इसके अलावा, यह भी निर्णय लिया गया है कि उन भाजपा नेताओं को बेनकाब किया जाए जो विधायकों को कांग्रेस छोड़ने के लिए लुभा रहे हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने कहा, ‘‘हम 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे. हमारी पार्टी इस उपचुनाव में भाजपा को घेरने के लिए किसानों के साथ-साथ जनहितैषी मुद्दों को उठाएगी.'' 

इन 26 सीटों में से 24 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई हैं, जबकि दो सीटें भाजपा एवं कांग्रेस के एक-एक विधायक के निधन से रिक्त हुई हैं. उन्होंने कहा कि जब से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, तब से पूरे प्रदेश में अराजकता फैल गई है. एक अन्य विधायक ने कहा कि इस बैठक में पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया सहित पार्टी के चार-पांच विधायक मौजूद नहीं थे.

उन्होंने कहा, ‘‘वे अपरिहार्य कारणों या बीमारी के कारण बैठक में नहीं आये.'' प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘‘यह बैठक आगामी उपचुनाव को लेकर बुलाई गई थी. कांग्रेस विधायक अपने स्वार्थ के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं. इससे कांग्रेस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हम आगामी उपचुनाव में जीत दर्ज करेंगे और सत्ता में वापसी करेंगे.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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