मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (Bypolls) होने हैं. ऐसे में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्ष कांग्रेस मतदाताओं को लुभाने में जुट गए हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को आगामी उपचुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया. मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा इसे 'वचन पत्र' करार दिया गया है. इसे 28 विधानसभा की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है. घोषणा पत्र जारी करने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के वचन पत्र में गोवर्धन सेवा योजना, कोरोना से मृत लोगों के परिवार के लिए पेंशन, कोरोना को राज्यस्तरीय आपदा घोषित करना शामिल हैं. इसके अलावा, यदि किसी परिवार के मुखिया की COVID की वजह से मौत हो जाती है तो उसके परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी बात कही गई है. साथ ही किसानों की कर्ज माफी को पूरा करने और गेस्ट टीचर्स को नियमित करने का भी वादा किया गया है. बता दें कि गेस्ट टीचर्स कई सालों से नियमित करने की मांग कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके कारण कमलनाथ ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. फिर 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनी. इसके बाद कांग्रेस के तीन अन्य विधायक भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए.
मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में भाजपा के 107 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 88, चार निर्दलीय, दो बसपा एवं एक सपा का विधायक है.
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