मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट (शक्ति परीक्षण) से पहले ही शुक्रवार को इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. इसके बाद कमलनाथ सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. वह बालाघाट जिले से विधायक हैं. एएनआई के मुताबिक, जायसवाल ने कहा, "मैंने कहा था कि जब तक कमलनाथ हैं, मैं उनका समर्थन करता रहूंगा, लेकिन मेरी प्राथमिकता मेरी विधानसभा के लोग, उनका विकास और मेरे कार्यकर्ताओं का सम्मान है. मुझे लगता है कि अब नेतृत्व की अनुपस्थिति में यह संभव नहीं है."
निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि निर्दलीय विधायक होने के नाते मेरे पास अपने लोगों के विकास के लिए नई सरकार का समर्थन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. मैंने बीजेपी से बात की है.
Pradeep Jaiswal, Independent MLA: Being an Independent MLA, now I don't have have any other option but to support the new govt which will be formed, for the development of my people. I have spoken to them (BJP). #MadhyaPradesh https://t.co/PnZkpVV5Bq
— ANI (@ANI) March 20, 2020
कमलनाथ ऐलान करने के बाद राज भवन पहुंचे और राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "मैंने अपने 40 साल के सार्वजनिक जीवन में हमेशा शुचिता की राजनीति की है और प्रजातांत्रिक मूल्यों को सदैव तरजीह दिया है. मध्य प्रदेश में पिछले दो हफ्ते में जो कुछ भी हुआ है, वह प्रजातांत्रिक मूल्यों के अवमूल्यन का एक नया अध्याय है. मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं. साथ ही नए बनने वाले सीएम को मेरी शुभकामनाएं. मध्य प्रदेश के विकास में उन्हें मेरा सहयोग सदैव रहेगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं