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This Article is From Jan 02, 2019

जोड़-तोड़ की राजनीति में भरोसा नही रखता : शिवराज 

अगर कांग्रेस सरकार जनहित के काम करती है तो प्रमुख विपक्षी पार्टी होने के नाते भाजपा सहयोग करेगी लेकिन ऐसा नहीं होने पर पार्टी विरोध करेगी.

जोड़-तोड़ की राजनीति में भरोसा नही रखता : शिवराज 
शिवराज सिंह ने चौहान ने जोड़-तोड़ की राजनीति पर रखी अपनी राय
भोपाल:

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को यहां कहा कि वह जोड़ तोड़ की राजनीति में भरोसा नहीं रखते हैं. शिवराज ने आज दोपहर बाद अपने परिवार के सदस्यों के साथ यहां साईं बाबा के मंदिर में दर्शन किये. एक सवाल के जवाब में भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जीत और हार लोकतंत्र का हिस्सा है. शिवराज ने कहा कि हाल ही में हुए चुनावों में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत पाने में विफल रही है जबकि भाजपा को पहले से अधिक मत मिले हैं . मैं ‘जोड़ तोड़' व ‘घटिया' राजनीति में विश्वास नहीं रखता हूं. सबसे अधिक विधायक वाली पार्टी (सबसे बड़ी पार्टी) को सरकार चलाने का अधिकार होना चाहिए .

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अगर कांग्रेस सरकार जनहित के काम करती है तो प्रमुख विपक्षी पार्टी होने के नाते भाजपा सहयोग करेगी लेकिन ऐसा नहीं होने पर पार्टी विरोध करेगी. मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के ऐलान बारे में पूछे जाने पर चौहान ने कहा कि केवल कर्ज माफ कर देना किसानों की मदद के लिए पर्याप्त नहीं है. मध्य प्रदेश में बहुत कम अंतर से हारने वाली भाजपा के नेता से जब यह पूछा गया कि क्या वह दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होंगे तो इस पर उन्होंने विरोधाभासी बयान दिया.

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उन्होंने कहा, ‘‘मैं पार्टी एक ईमानदार कार्यकर्ता हूं. पार्टी मुझे जो कहेगी मैं करूंगा. लेकिन मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि मैं मध्य प्रदेश के 7.5 करोड़ जनता से जुड़ा हूं . यह पूछने पर सात जनवरी से शुरू हो रहे विधानसभा के सत्र में उनका क्या रुख होगा, पूर्व मुख्यमंत्री ने हलके अंदाज में कहा, ‘‘मैं सात जनवरी को कोई ‘शिव तांडव' नहीं करूंगा. इससे पहले मध्य प्रदेश सचिवालय में महीने की पहली तारीख को वंदे मातरम न गाने को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की आलोचना की थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस यह भूल गई है कि सरकारें आती हैं जाती हैं लेकिन देश और देशभक्ति से ऊपर कुछ नहीं है. मैं मांग करता हूं कि वंदे मातरम का गाना हमेशा की तरह हर कैबिनेट की मीटिंग से पहले और हर महीने की पहली तारीख को हमेशा की तरफ वल्लभ भवन के प्रांगण में हो.

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वहीं, भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने ट्विटर पर लिखा कि वंदे मातरम का आयोजन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा किया जाता था, जो कि (मुख्यमंत्री) कमलनाथ जी के पास हैं. क्या यह उनके आदेश द्वारा बंद किया गया है? उन्होंने हाल ही में कहा है कि वे किसी कार्य की आलोचना की परवाह नहीं करेंगे.

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