प्रतीकात्मक फोटो.
भोपाल:
मध्य प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई ने मोर्चा खोल दिया है. युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर NSUI कार्यकर्ताओं ने संस्कारधानी कहलाने वाले जबलपुर में बेरोजगारी के विरोध में कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया.
कार्यकर्त्ता जब अंजुमन इस्लामिया स्कूल से जुलूस की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर विरोध करने जा रहे थे तभी पुलिस ने NSUI कार्यकर्ताओं को ओमती थाने के पास घंटाघर चौक पर रोक लिया. जिस पर कार्यकर्ताओं और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई. इसी बीच कुछ कार्यकर्त्ताओं ने बैरिकेट तोड़ने की कोशिश की जिस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ और कार्यकर्ताओं को काबू करना चाहा, लेकिन आंसू गैस से कार्यकर्ताओं में भगदड़ मच गई. इसी बीच पुलिस ने NSUI के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान और प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े सहित लगभग 25 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल एनएसयूआई का कहना था कि केंद्र सरकार ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन बावजूद इसके युवाओं को रोजगार नहीं मिला और बेरोजगारी के मामले में सबसे ज्यादा हालात मध्यप्रदेश के खराब हैं इसलिए जब तक प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने सहित बेरोजगारी भत्ता नहीं देती है पूरे प्रदेश में इस तरह के आंदोलन होते रहेगें.
वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि ज्ञापन लेने के लिए एसडीएम को यही बुलाया गया था पर कार्यकर्त्ता जबरदस्ती करने लगे, जिन पर आंसू गैस का इस्तेमाल कर कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल बेरोजगारी के मुद्दे पर NSUI का ये आंदोलन NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान की अगुवाई में होना था, लेकिन हाल में हुए घटनाक्रम और अपने ऊपर लगे आरोपों के चलते फिरोज खान आंदोलन में शामिल नहीं हुए. इसके बाद आंदोलन का शंखनाद NSUI के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान और प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े की मौजूदगी में हुआ.
कार्यकर्त्ता जब अंजुमन इस्लामिया स्कूल से जुलूस की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर विरोध करने जा रहे थे तभी पुलिस ने NSUI कार्यकर्ताओं को ओमती थाने के पास घंटाघर चौक पर रोक लिया. जिस पर कार्यकर्ताओं और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई. इसी बीच कुछ कार्यकर्त्ताओं ने बैरिकेट तोड़ने की कोशिश की जिस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ और कार्यकर्ताओं को काबू करना चाहा, लेकिन आंसू गैस से कार्यकर्ताओं में भगदड़ मच गई. इसी बीच पुलिस ने NSUI के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान और प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े सहित लगभग 25 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल एनएसयूआई का कहना था कि केंद्र सरकार ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन बावजूद इसके युवाओं को रोजगार नहीं मिला और बेरोजगारी के मामले में सबसे ज्यादा हालात मध्यप्रदेश के खराब हैं इसलिए जब तक प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने सहित बेरोजगारी भत्ता नहीं देती है पूरे प्रदेश में इस तरह के आंदोलन होते रहेगें.
वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि ज्ञापन लेने के लिए एसडीएम को यही बुलाया गया था पर कार्यकर्त्ता जबरदस्ती करने लगे, जिन पर आंसू गैस का इस्तेमाल कर कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल बेरोजगारी के मुद्दे पर NSUI का ये आंदोलन NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान की अगुवाई में होना था, लेकिन हाल में हुए घटनाक्रम और अपने ऊपर लगे आरोपों के चलते फिरोज खान आंदोलन में शामिल नहीं हुए. इसके बाद आंदोलन का शंखनाद NSUI के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान और प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े की मौजूदगी में हुआ.
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